तो दिग्गज यूपी में पार लगाएंगे भाजपा की नैया!
चुनौतियों से निपटना नहीं होगा आसान, अभी जारी है किसान आंदोलन
4पीएम की परिचर्चा में उठे कई सवाल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। चुनाव के पहले यूपी की सियासत चरम पर पहुंच गयी है। पीएम मोदी, अमित शाह और भाजपा के राष्टï्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पूरी ताकत लगा दी है। किसी भी तरह यूपी को जीतना है क्योंकि यहीं से दिल्ली की सत्ता का रास्ता जाता है। क्या है भाजपा का प्लान? क्या भाजपा यूपी की सत्ता में वापसी कर पाएगी? ऐसे कई सवाल उठे वरिष्ठï पत्रकार श्रवण गर्ग, अजय शुक्ला, अशोक वानखेड़े, शीतल पी सिंह, कांग्रेस प्रवक्ता सृष्टिï कश्यप और 4पीएम के संपादक संजय शर्मा के बीच चली परिचर्चा में।
अशोक वानखेड़े ने कहा, किसान आंदोलन अभी जारी है। कृषि कानून वापस हो जाने का कोई असर नहीं पडऩे वाला है। अगर जयंत चौधरी को लंबी पारी खेलनी है तो उन्हें सपा के साथ जाना होगा। यदि योगी सरकार ने अच्छा काम किया होता तो दिग्गजों को उतारने की जरूरत नहीं होती।
शीतल पी सिंह ने कहा, हर चुनाव में शीर्ष नेतृत्व उतरता है। उन्हें पता है कि दिल्ली का रास्ता यूपी से जाता है। ऐसे में निश्चित तौर पर भाजपा के दिग्गज यूपी को जीतना चाहेंगे। हालांकि कई चुनौतियां है जिससे निपटना आसान नहीं होगा।
अजय शुक्ला ने कहा, यूपी में कैसे चुनाव जीतना है, यह पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह सीखा रहे हैं लेकिन उन्होंने इस पर चर्चा नहीं की कि कोरोना से मरने वाले मरीजों को कैसे बचाया जाए। कई मरीज तड़प-तड़प कर मर गए। सृष्टिï कश्यप ने कहा, यूपीए की स्कीम भाजपा ने लागू की। अनाज बांटने की योजना कांग्रेस की है। भले कांग्रेस यूपी में न हो लेकिन यूपीए सरकार ने बहुत सी कल्याणकारी योजनाएं शुरू की गईं। भाजपा को कोई फायदा नहीं मिला।
श्रवण गर्ग ने कहा, भाजपा पूरी तरह मैदान पर है। यूपी में मतदाता मन बना चुका है। ये चुनाव योगी नहीं बल्कि मोदी लड़ रहे हैं। अगर यूपी में भाजपा हार जाती है तो वह मोदी की हार मानी जाएगी। सपा के पास केवल एक नेता अखिलेश हैं। यह एक व्यक्ति की पार्टी है। भाजपा के पास बहुत से दिग्गज हैं।