देशभर के संस्थानों में ट्रिपल आईटी लखनऊ बना नंबर वन

  • बेहतर एजुकेशन सिस्टम और प्रशासनिक क्षमताओं के बलबूते शीर्ष पर पहुंचा लखनऊ

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। ट्रिपल आईटी लखनऊ ने देश के बड़े-बड़े इंजीनियरिंग संस्थानों को मीलों पीछे छोड़ दिया है। संस्थान ने बेहतर एजुकेशन सिस्टम और प्रशासनिक क्षमताओं के बलबूते देशभर के पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड पर संचालित 20 ट्रिपल आईटी संस्थानों में खुद को शीर्ष पर लाने में सफलता हासिल की है। इस बात का खुलासा इस वर्ष जॉइंट सीट एलोकेशन एथॉरिटी (जोसा) यानी जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (जेईई) मेंस के सफल अभ्यर्थियों के दाखिले की प्राथमिकता में हुआ है।
ट्रिपल आईटी में दाखिले के लिए उन अभ्यर्थियों ने दाखिले के लिए आवेदन किया जिनकी जेईई मेंस की ओपन कैटेगरी में शानदार रैंक रही। इसके तहत संस्थान में संचालित बीटेक कंप्यूटर साइंस पाठ्यक्रम में दाखिला लेने वाले अभ्यर्थियों की शुरुआती रैंक 8298, कंप्यूटर साइंस एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शुरुआती रैंक 6086 और आईटी की शुरुआती रैंक 10318 रही। वहीं बीटेक कंप्यूटर साइंस की क्लोजिंग रैंक 10613, कंप्यूटर साइंस एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की क्लोजिंग रैंक 9826 और आईटी की क्लोजिंग रैंक 11521 रहीं। जबकि आंध्रप्रदेश, असम, बंगाल, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, तमिलनाडु, हरियाणा मणिपुर, कर्नाटक, महाराष्टï्र, अगरतला, मध्य प्रदेश, केरल, हिमांचल प्रदेश, झारखंड, बिहार, अगरतला स्थित अन्य सभी ट्रिपल आईटी में इससे अधिक रैंक वाले विद्यार्थियों ने दाखिला लिया है।

ट्रिपल आईटी लखनऊ में एआई की सबसे ज्यादा डिमांड

देश भर के संस्थानों में ट्रिपल आईटी लखनऊ की परफॉर्मेंस और इंजीनियरिंग विद्यार्थियों की चॉइस का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसी सत्र से शुरू हो रहे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पाठ्यक्रम की सर्वाधिक डिमांड रही। इसमें दाखिले की शुरुआती रैंक 6086 और क्लोजिंग रैंक 9826 रही। महज साल में पहले पायदान पर ट्रिपल आईटी लखनऊ साल 2015 में शहर के चकगजरिया में स्थापित हुआ था। शुरुआती चार सालों तक संस्थान का अपना भवन न होने के कारण इलाहाबाद स्थित केंद्र पर संचालित होता रहा। साल 2019 में लखनऊ स्थित परिसर में कक्षाओं का संचालन शुरू हुआ। इसके बाद संस्थान ने महज साल भर के भीतर देश के अन्य ट्रिपल आईटी संस्थानों को पीछे छोड़ दिया।

छठ पर्व को लेकर बाजारों में रौनक

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सूर्य उपासना का महापर्व छठ बीते दो दिनों से छोटी छठ के रूप में शहरभर में मनाया जा रहा है। सुहागिनों ने 36 घंटे का निर्जला व्रत रख रखा है। छठ पर्व को लेकर बाजारों में भी भीड़ नजर आई। मौसमी फल व सब्जियों के साथ ही गन्ना, कच्ची हल्दी, नारियल, सिंघाड़ा, मूली, सूप व बांस की डलिया के साथ ही अनानास व नींबू सहित छठ मइया को चढऩे वाले सामानों की खरीदारी करते युवतियों व महिलाओं को देखा गया। इसके अलावा झूलेलाल घाट पर सुसुबिता के बनाने के साथ ही पूजन की तैयारियां भी शुरू है। छठ पर्व 18 नवंबर से 21 नवंबर तक चलेगा। आज शाम व कल सुबह सूर्य को अघ्र्य देंगी सुहागिनें।

एलडीए की प्रबंध नगर योजना के शुरू होने से पहले ही विरोध शुरू

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। एलडीए की प्रबंध नगर योजना के शुरू होने से पहले ही विरोध शुरू हो गया है। किसानों ने प्राधिकरण पर आरोप लगाया है कि 16 साल से योजना शुरू न होने के कारण अपनी जमीन को नहीं बेच पा रहे हैं और न ही बैंक उन्हें जमीन पर लोन देने को तैयार है। अब इस मामले की शिकायत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की गई है।
एलडीए ने प्रबंध नगर योजना के अल्लू नगर, घैला, डिगुरिया और ककौली गांव में जमीनों के अधिग्रहण की बात की थी। वर्ष 2004 के बाद से कोई काम नहीं हुआ। मामला पीएमओ कार्यालय पहुंचने से जिला प्रशासन और एलडीए में हडक़ंप मचा हुआ है। अब एलडीए ने किसानों के बीच जाकर जल्द ही बात करने की योजना बनाई है। किसान एकता संघर्ष समिति के अध्यक्ष राम सेवक उर्फ बाबा ने पीएमओ कार्यालय को भेजे गए पत्र में लिखा है कि जब मुख्यमंत्री पोर्टल पर मामले की शिकायत की जाती है तो कहा जाता है कि एलडीए की योजना में उक्त गांव है। उच्च स्तरीय अधिकारियों के स्तर पर योजना विचाराधीन है। प्रबंध नगर योजना में जमीन करीब 756 हेक्टेयर है। समिति के अध्यक्ष ने बताया कि यहां अल्लू नगर, ककौली में जमीन पर प्लाटिंग हो गई है। उन्होंने एलडीए उपाध्यक्ष व मंडलायुक्त से जमीन को अर्जन मुक्त करने की मांग की।

एपीओ-2018 के अभ्यर्थियों का इंटरव्यू चार को

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग एपीओ यानी सहायक अभियोजन अधिकारी-2018 के अभ्यर्थियों का इंटरव्यू चार दिसंबर को होगा। आयोग की वेबसाइट पर 24 नवंबर को इंटरव्यू का प्रपत्र, उससे जुड़ी जानकारी अपलोड की जाएगी। इसमें 17 पद के लिए 54 अभ्यर्थी इंटरव्यू के लिए सफल हुए हैं। यूपीपीएससी ने एपीओ-2018 के तहत 17 पदों की भर्ती निकाली है। इसमें 45,311 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, जबकि प्रारंभिक परीक्षा में 18,782 अभ्यर्थी शामिल हुए थे।
आयोग ने 16 फरवरी 2019 को प्रयागराज व लखनऊ में 95 केंद्रों में प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन किया था। इसकी मुख्य परीक्षा 16 मई 2020 को प्रस्तावित थी। प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट 11 मई को घोषित किया गया, जबकि लखनऊ स्थित आयोग के कैंप कार्यालय पर मुख्य परीक्षा 29 व 30 जुलाई को आयोजित की गई। इसमें 249 अभ्यर्थी शामिल हुए थे।

बलरामपुर अस्पताल में अब आईसीयू में मरीजों को मिलेंगी और बेहतर सुविधायें

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। बलरामपुर अस्पताल के आईसीयू में अब मरीजों को और बेहतर सुविधाएं मिलेगी। दरअसल यहां एनएचएम के तहत सात विशेष डॉक्टरों की टीम आईसीयू के लिए तैनात की गई है। जो सीधे गंभीर मरीजों की जिंदगी बचाने के लिए मौत से मुकाबला करेंगे।
बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ. राजीव लोचन ने बताया कि चार डॉक्टर एनेस्थेटिक व तीन फिजीशियन शामिल होंगे। इससे आईसीयू में डॉक्टरों की किल्लत अब पूरी तरह से दूर हो गई है। इससे पहले यहां आईसीयू चलाने के लिए लोहिया संस्थान से दो डॉक्टर भेजे गए थे। मगर इतने डॉक्टरों से काम बेहतर तरीके से नहीं चल पा रहा था। यहां 40 बेड का आईसीयू है, जिसमें से 12 बेड सिर्फ कार्डियोलॉजी आईसीयू के लिए है। मगर अब एनएचएम के तहत एक साथ सात डॉक्टरों की टीम आईसीयू के लिए विशेष तौर पर मिल गई है। इससे अब आईसीयू में स्ट्रेंथ की कमी नहीं रह जाएगी।

प्रतापगढ़ हादसा: सीएम योगी ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने का किया ऐलान

  • पीडि़त परिवारों के प्रति व्यक्त की संवेदनाएं

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। प्रतापगढ़ में हुए भीषण सडक़ हादसे में हुई 14 लोगों की दर्दनाक मौत पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा दुख जताया है। मुख्यमंत्री योगी ने इस हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक मदद दिए जाने की घोषणा आज की है।
मुख्यमंत्री ने इस हादसे की जानकारी मिलते ही वरिष्ठï अधिकारियों को घटनास्थल पर भेजने के निर्देश दिए। साथ ही पीडि़तों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने की बात कही। गौरतलब है कि प्रयागराज-लखनऊ हाईवे पर मानिकपुर थाना क्षेत्र में देर रात हुए एक बड़े दर्दनाक सडक़ हादसे में बरातियों से भरी बोलेरो सडक़ के किनारे खड़े ट्रक से टकरा जाने से उसमें सवार छह बच्चों सहित 14 लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। इस दुर्घटना के बाद हाईवे पर लंबा जाम लगा रहा, जिसके कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बताया जा रहा है कि यह सभी लोग एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद कुंडा के नवाबगंज इलाके से घर लौट रहे थे। ड्राइवर को झपकी आ जाने की वजह से ये दर्दनाक हादसा हुआ। उधर, यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी प्रतापगढ़ में हुए सडक़ हादसे में 14 लोगों की मौत पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की है। डिप्टी सीएम ने कहा कि सरकार द्वारा हर संभव मदद दिलाई जाएगी। सरकार इस दुख की घड़ी में परिजनों के साथ है।

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