आंदोलन को धार देने में जुटे किसान, फिर वार्ता को तैयार सरकार

कृषि कानूनों को रद्द कराने के लिए बीस दिन से कर रहे हैं प्रदर्शन
कई रास्ते बंद, कड़ाके की सर्दी में भी दिल्ली बॉर्डर पर डटे हैं किसान
सरकार वार्ता के जरिए किसानों को मनाने में जुटी जल्द तय होगी तारीख

4पीएम न्यूज नेटवर्क. नई दिल्ली। कृषि कानूनों को वापस करने की मांग को लेकर किसानों का आंदोलन लगातार तेज होता जा रहा है। एक दिन का अनशन करने के बाद अब किसान संगठन आंदोलन को धार देने के लिए नयी रणनीति बनाने में जुट गए हैं। वहीं सरकार एक बार फिर वार्ता के जरिए किसानों को मनाने में जुटी है। साथ ही आंदोलन को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। किसानों आंदोलन का आज 20वां दिन है। प्रदर्शनकारी कृषि कानूनों को रद्द कराए बिना दिल्ली की सीमाएं छोड़ने को तैयार नहीं हैं। राजस्थान-हरियाणा पर भी किसान आंदोलन कर रहे हैं। किसान सिंघु बॉर्डर पर अपने आंदोलन को आगे कैसे बढ़ाना है, इस पर आज बैठक करेंगे। किसानों का कहना है कि जब तक सरकार कानून वापस नहीं लेती तब तक वह यहां से नहीं हटेंगे। वहीं पांच दौर की वार्ता विफल होने के बाद सरकार अब अगले दौर की वार्ता की तैयारी कर रही है। सरकार का कहना है कि किसानों से हर बिंदु पर वार्ता की जाएगी। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि किसानों को समझना चाहिए कि सरकार उनके साथ है, कोई नाइंसाफी नहीं होने देगी। वे सरकार के साथ आएं और कानूनों पर बात करें। सरकार किसानों के साथ है और अगर किसान कृषि कानूनों को लेकर कोई सुझाव देना चाहते हैं तो सरकार उसे मानने को तैयार है। आंदोलन करने वाले प्रदर्शनकारी किसानों की 40 यूनियनों के प्रतिनिधियों के साथ सरकार की बातचीत का नेतृत्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर कर रहे हैं। इसमें उनके साथ केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग तथा खाद्य मंत्री पीयूष गोयल तथा वाणिज्य व उद्योग राज्यमंत्री सोम प्रकाश शामिल हैं। गौरतलब है कि बुराड़ी के बाहरी इलाके में संत निरंकारी समागम समेत कई बॉर्डर वाले इलाकों पर अपनी मांगों को लेकर किसान डटे हुए हैं। सोमवार को किसानों ने पूरे दिन का भूख हड़ताल किया। इसके बाद सरकार को इस बात की चेतावनी दी है कि वे इन नए कानूनों को रद्द कर दें नहीं तो उनका आंदोलन और तेज होगा।
साफ-सफाई और पानी की कमी से नाराज
दो दिन पहले हुई बारिश और पानी के टैंकरों की वजह से सिंघु बॉर्डर के दोनों तरफ जलभराव और कीचड़ के कारण किसान समर्थकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। आसपास बिखरी प्लेट व पानी की बोतलें से भी आंदोलनकारी किसानों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। यहां लगाए गए अस्थायी शौचालयों में किसी में पानी की कमी तो कुछ के दरवाजे बंद नहीं होते हैं। किसान इन बातों को लेकर प्रशासन से नाराज हैं।
सिंघु बॉर्डर पर रैपिड एक्शन फोर्स तैनात
सिंघु बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन जारी है। इसके मद्देनजर रैपिड एक्शन फोर्स और अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।
कानून के हर बिंदु पर होगी बात: कृषि मंत्री
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार किसानों के साथ वार्ता करेगी। उन्होंने कहा कि वार्ता कृषि कानूनों के हर बिंदु पर की जाएगी। वार्ता की अगली तारीख तय करने को लेकर सरकार उनके संपर्क में है। ये तीनों कानून किसानों की जिंदगी बदलने वाले हैं और इन कानूनों के पीछे सरकार की नीति स्पष्ट है। हमने किसानों और किसान नेताओं को मनाने का प्रयास किया। हमारी इच्छा है कि वे कानून के प्रत्येक बिंदु (खंड) पर बातचीत करें।

सीएम ने सरदार पटेल को किया नमन, कहा देश की एकता के सूत्रधार थे लौहपुरुष

उत्थान तथा पतन किसी भी व्यक्ति के साथ राष्ट्र को भी करता है प्रभावित

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि पर आज उनको नमन किया। हजरतगंज में सरदार पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद सीएम योगी ने कहा कि सरदार पटेल ही देश की एकता के सूत्रधार थे। वह किसी भी प्रकार के बंटवारे के पक्षधर नहीं थे। उन्होंने भारत को एक सूत्र में बांध कर देश की एकता व अखंडता का अभेद्य कवच बनाया। उत्थान तथा पतन किसी भी व्यक्तिके साथ राष्ट्र को भी प्रभावित करता है। हमारा देश लंबे समय तक इससे प्रभावित रहा।

कोरोना का कहर जारी, नहीं होगा संसद का शीतकालीन सत्र

जनवरी में शुरू होगा बजट सत्र, संसदीय कार्यमंत्री ने दी जानकारी

4पीएम न्यूज नेटवर्क. नई दिल्ली। कोरोना महामारी के चलते इस साल देश की संसद में शीतकालीन सत्र नहीं आयोजित किया जाएगा। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्ललाद जोशी ने यह जानकारी कांग्रेस नेता और लोकसभा में पार्टी की अगुआई करने वाले अधीर रंजन चौधरी को दी है। संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लïलाद जोशी ने पत्र में लिखा है कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना के मामलों में काफी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में कोरोना की वैक्सीन आ जाएगी। कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जाहिर की है और इस समय शीतकालीन सत्र नहीं बुलाने की सलाह दी है। जोशी ने चौधरी को भेजे पत्र में कहा है कि जनवरी में बजट सत्र 2021 बुलाना उपयुक्त है। जोशी की चिट्ठी चौधरी के पत्र के जवाब में दी गई जिसमें सरकार से कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए एक सत्र आयोजित करने का अनुरोध किया गया था।
संक्रमितों का आंकड़ा 99 लाख के पार
नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले चौबीस घंटे में कोरोना संक्रमण के 22,065 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही देश में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 99,06,165 हो गए। वहीं 354 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,43,709 हो गई। आंकड़ों के अनुसार कुल 94,22,636 लोगों के संक्रमणमुक्त होने के साथ ही देश में मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 95.12 प्रतिशत हो गई। वहीं मृत्यु दर 1.45 प्रतिशत है।

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