महागठबंधन से लड़ते नीतीश कुमार तो पांच सीट भी नहीं मिलती: प्रशांत

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। राजनीतिक विशलेषक प्रशांत किशोर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर दावा किया है कि अगर वह महागठबंधन में चुनाव लड़ते तो उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी छोडऩी पड़ती। उन्होंने कहा कि महागठबंधन में चुनाव लडऩे से जनता दल यूनाइटेड (जदयू) को पांच सीट भी नहीं मिलती और कुर्सी भी छोडऩी पड़ती एंव पार्टी भी टूटती इसलिए नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से गठबंधन कर लिया।
प्रशांत किशोर ने कहा, मैं 7-8 महीने से कह रहा हूं कि अगर नीतीश कुमार महागठबंधन में चुनाव लड़ेंगे तो उनकी 5 सीट भी नहीं आएगी। कहीं न कहीं नीतीश कुमार और उनके नेता भी यह बात समझ रहे थे इसलिए छोडक़र भागे। प्रशांत किशोर ने आगे कहा, एक ही परिस्थिति में नीतीश कुमार महागठबंधन में रहते, वह रिस्क तब लेते अगर वह प्रधानमंत्री का चेहरा बन रहे होते और बिहार में माहौल बनाया जा सकता था कि बिहार का चेहरा प्रधानमंत्री का दावेदार है, इस पर उन्हें सीट मिल सकती थी, ऐसा हुआ नहीं, ये कॉमन पॉलिटिकल सेंस है कि अगर हम चुनाव लड़ेंगे महागठबंधन में और हमारी 5 सीट भी नहीं आईं तो पार्टी टूट जाएगी और सीएम पद से भी इस्तीफा देना पड़ेगा। इससे अच्छा है कि अभी खून का घूंट पी लो और बीजेपी में चले जाओ। प्रशांत किशोर ने आगे कहा, जैसे ही लोकसभा जीतकर नीतीश कुमार आएंगे तो अब दूसरी परेशानी शुरू होगी। वो ये होगी कि बीजेपी की इतनी ताकत होगी कि वह क्यों इनको कंधे पर बिठाकर घूमेंगे। किसी न किसी तरीके से इन्हें यहां से और कट-टू-साइज किया जाएगा। जेडीयू का पार्टी के तौर पर अब कोई अस्तित्व नहीं बचा है।

बीजेपी को बिहार में नुकसान होगा

प्रशांत किशोर ने यह भी दावा किया कि नीतीश कुमार के साथ आने से बीजेपी को बिहार में नुकसान होगा क्योंकि उनका कोई वोटबैंक यहां बचा नहीं है, खासतौर से लोकसभा चुनाव के नजरिए से नीतीश कुमार के साथ आने से बीजेपी को ये नुकसान है कि वह बिहार की सारी सीटों पर चुनाव लड़ नहीं पाएंगे।

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