स्टैमिना और इम्यूनिटी होगी मजबूत

करें ये योगासन

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
आज कल की भागमभाग जिंदगी में स्वस्थ रहना है, तो योग करना बहुत जरूरी है। योग करन से कई तरह की बामीरियों से आप बचे रहते हैं। माना जाता है कि योग मानव जीवन का एक अहम हिस्सा है। वर्तमान समय में योगा का महत्व काफी बढ़ गया है। आप अपने जीवन में योग शामिल कर स्वस्थ रह सकते हैं। इसके साथ ही योगा करने से शरीर की इम्यूनिटी बढ़ती है। इसके साथ ही इन योग को करने से स्टैमिना बढ़ता है। स्टेमिना व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक ऊर्जा की मात्रा को दर्शाने वाला शब्द है, जो व्यक्ति की लंबे समय तक कार्य करने की क्षमता के बारे में बताता है। कितनी लंबी दौड़, कितने लंबे समय तक व्यायाम और कितनी देर कामकाज करने में सामथ्र्य ही स्टेमिना है। कमजोर स्टेमिना के कारण जल्दी थकान, सांस लेने में कठिनाई, दैनिक गतिविधियों में कमी और ऊर्जा में कमी महसूस होती है।

उत्कट कोणासन

योगासन को करने से मांसपेशियों में मजबूती आती है। इससे पैर और टांगों में होने वाला दर्द दूर रहता है। इससे मन शांत रहता है और नियंत्रण में रहता है। इससे आपके फोकस बढ़ता है। योग से पीठ का दर्द भी ठीक होता है। गर्भवती महिलाओं के लिए भी उत्कट कोणासन एक लाभदायक योग मुद्रा हो सकती है। हालांकि, डॉक्टर से सलाह लेकर ही उन्हें यह योगाभ्यास करना चाहिए। उत्कट कोणासन सिर्फ शारीरिक समस्याओं के लिए ही नहीं मानसिक रोगों को दूर करने के लिए भी काफी प्रभावी है। इसकी मदद से चिंता, तनाव व डिप्रेशन आदि के लक्षणों को कम किया जा सकता है। हालांकि, उत्कट कोणासन से प्राप्त होने वाले स्वास्थ्य लाभ पूरी तरह से योगासन के तरीके और आपकी स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करते हैं।

सेतुबंधासन

इस योगासन से आपके पेल्विक फ्लोर मसल्स को मजबूत बनाता है। इसके साथ ही इस आसान से पीरियड के दौरान होने दर्द कम होता है, जिससे आपको काफी हद तक आराम मिलेगा। इस आसन से आपके बाजुओं में होने वाली स्टिफनेस भी कम होता है। योग भारत की ऐसी प्राचीन पद्धति है, जोकि तन और मन दोनों को स्वस्थ रखती है। आजकल के मॉर्डन लाइफस्टाइल में लोग फिट और स्वस्थ रहने के लिए ज्यादातर जिम की तरह आकर्षित होते हैं लेकिन फिट और स्वस्थ रहने के लिए योग से अच्छा कुछ और हो ही नहीं सकता।

बालासन

बालासन को करने से शरीर की सुस्ती और थकान दूर होती है। शरीर स्वस्थ रहता है और दिमाग को तरोताजा रखने के लिए बालासन सबसे अच्छा है। बालासन आपकी पीठ को स्ट्रेच करने में मदद करता है अपनी रीढ़ को मजबूत करें। इससे पीठ के निचले हिस्से के दर्द में भी मदद मिलती है। बच्चे की मुद्रा आपके पेट क्षेत्र की धीरे-धीरे मालिश करें, जो पाचन में मदद करता है और साथ में मदद भी करता है सूजन और गैस। जैसे ही आप धीरे-धीरे सांस लेते हैं, यह आपके आंतरिक अंगों को आराम और आराम देता है, जिससे आप शांत रहते हैं और आपको बेहतर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है।

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