संसद में सुरक्षा की चूक पर सदन के अंदर से लेकर बाहर तक घमासान

  • मोदी सरकार पर चौतरफा वार
  • विपक्षी सांसदों के निलंबन को लेकर जोरदार हंगामा
  • शुरू होते ही स्थगित हुई संसद की कार्यवाही
  • संसद में घुसपैठ पर विपक्ष का प्रदर्शन
  • निलंबित 14 सांसदों से मिलीं सोनिया

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। संसद में सुरक्षा चूक के मुद्दे पर शीतकालीन सत्र के दसवें दिन खूब हंगामा हुआ । सदन के अंदर से लेकर बाहर तक मोदी सरकार पर चौतरफा वार जारी रहा। वहीं सदन में विपक्षी सांसदों के निलंबन का मुद्दा भी गर्माता रहा। बवाल ज्यादा होते देख आज भी दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू होते ही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्ल्किार्जुन खरगे ने आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्षी सांसदों को गलत तरीके से निलंबित किया गया है। इससे पहले आज सत्र की शुरुआत से पहले निलंबित सांसदों सहित विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन भी किया।


घुसने वाले अगर मुसलमान होते तो बीजेपी तूफान मचा देती : ललन

जदयू सांसद ललन सिंह ने कहा अगर संसद में घुसने वाले अगर मुसलमान होते तो ये लोग (बीजेपी) देश-दुनिया में तूफान मचा दिए होते। उसी के नाम ये लोग देश में उन्माद मचा दिए होते। अगर कांग्रेस के सांसद की अनुशंसा पर आए विजिटर्स ने ऐसा किया तो देखते कि इनका रवैया क्या होता। कनीमोझि ने भाजपा बार-बार कह रही है कि केवल वे ही हैं, जो देश की रक्षा कर सकते हैं, लेकिन वे संसद की भी रक्षा नहीं कर पा रहे। प्रधानमंत्री वहां अंदर हो सकते थे। संसद में वे अपने ही प्रधानमंत्री की रक्षा नहीं कर सके और फिर कह रहे हैं कि हम इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं। जो कुछ भी हुआ, उसके लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। मनिकम टैगोर ( ने कहा कि भारत गठबंधन के सभी सांसद एकजुट हैं और कल हम सभी को अलोकतांत्रिक तरीके से निलंबित कर दिया गया। हम गांधी प्रतिमा के सामने मौन प्रदर्शन कर रहे हैं। विरोध जारी रखेंगे।

सवाल पूछना हमारा फर्ज है : अधीर

वहीं इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि सवाल पूछना हमारा फर्ज़ है। सरकार आम लोगों को भटकाने में जुटी हुई है। अगर चर्चा होती तो आसमान तो नहीं टूट पड़ता। उन्होंने सवाल किया कि खुफिया विभाग किसके पास है? उन्होंने कहा कि खुफिया तंत्र गृह मंत्रालय के पास होता है। हम सिर्फ जानकारी लेना चाहते थे। जिन लोगों की ये जिम्मेदारी है हम उनसे तो पूछेंगे ही की क्या हुआ?

गृह मंत्री बयान नहीं देते, तब तक कार्यवाही का कोई मतलब नहीं : खरगे

कांग्रेस अध्यक्ष मल्ल्किार्जुन खडग़े ने राज्यसभा स्पीकर जगदीप धनखड़ को लेटर लिखा है। इसमें उन्होंने लिखा- जब तक गृह मंत्री इस मुद्दे पर बयान नहीं देते, तब तक सदन की कार्यवाही का कोई मतलब नहीं है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने संसद परिसर में मीडिया से बात की। उन्होंने पूछा, संसद और सांसदों की सुरक्षा पर जो भारी चूक हुई है उसपर विपक्ष के सांसदों को गैरकानूनी ढंग से सस्पेंड करना किस तरह का न्याय है? देश के गृहमंत्री, टीवी पर इंटरव्यू दे सकते हैं पर संसद के पटल पर बयान नहीं दे सकते। विपक्षी दलों की मांग है कि अमित शाह संसद में वक्तव्य दें और फिर दोनों सदनों में इस पर चर्चा हो।

संसद परिसर व गेट पर विपक्ष का प्रदर्शन

उधर, विपक्षी पार्टियों ने 14 सांसदों के निलंबन को लेकर संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया। संसद के मकर द्वार पर प्रदर्शन कर रहे 14 निलंबित सांसदों से सोनिया गांधी मिलने पहुंची थीं। विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया। जबकि सस्पेंड 14 सांसदों ने भी सदन के बाहर प्रोटेस्ट किया। संसद के शीतकालीन सत्र का शुक्रवार (15 दिसंबर) को दसवां दिन है। 11 बजे लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई। दोनों सदनों में संसद की सुरक्षा में चूक पर हंगामा हुआ। इस मसले पर विपक्ष ने गृह मंत्री अमित शाह के सदन में बयान देने की मांग की। हंगामे के चलते लोकसभा 11.02 बजे और राज्यसभा 11.09 मिनट पर 2 बजे तक के लिए स्थगित हो गई।

भजनलाल शर्मा नेे राजस्थान के नए सीएम के रूप में ली शपथ

  • दीया और बैरवा बने डिप्टी सीएम

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जयपुर। भाजना के दिग्गज नेता भजनलाल शर्मा शुक्रवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल कलराज मिश्र ने दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा को भी पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा को उप-मुख्यमंत्री बनाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्टï्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली।
भारतीय जनता पार्टी ने बीते मंगलवार को विधायक दल की बैठक में भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री तो दीया कुमारी और प्रेम चंद बैरवा को डिप्टी सीएम चुन लिया था. आज यानी शुक्रवार को शपथ ग्रहण समारोह के साथ ही इनकी औपचारिकता पूरी हो गई है और राज्य को नई सरकार मिल गई है। मालूम हो कि मुख्यमंत्री बने भजनलाल शर्मा सांगानेर से विधायक हैं। वहीं डिप्टी सीएम बनाई गई दीया कुमारी विद्याधर नगर तो प्रेम चंद बैरवा दूदू से विधायक हैं।

महुआ मोइत्रा की याचिका पर 3 जनवरी को सुनवाई करेगा शीर्ष अदालत

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कैश-फॉर-क्वेरी मामले में लोकसभा से निष्कासन के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस पार्टी नेता महुआ मोइत्रा की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 3 जनवरी, 2024 को सुनवाई करेगा।दरअसल, न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और एसवीएन भट्टी की पीठ ने यह कहते हुए सुनवाई टाल दी कि उसने मामले की फाइलों का अध्ययन नहीं किया है। न्यायमूर्ति खन्ना ने मोइत्रा की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी से कहा, मुझे सुबह फाइल मिली, मेरे पास इसे स्कैन करने का समय नहीं था। क्या हम इसे 3 या 4 जनवरी को रख सकते हैं? मैं इसे देखना चाहूंगा। साथ ही, मामले को 3 जनवरी को तक टाल दिया।

सुप्रीम कोर्ट का हाईकोर्ट के आदेश पर रोक से इंकार

  • कृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह विवाद

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह परिसर विवाद में मुस्लिम पक्षकारों को सुप्रीम कोर्ट से झटका लगा है। दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के 14 दिसंबर को दिए फैसले पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। बता दें कि इससे पहले श्रीकृष्ण जन्मभूमि-ईदगाह प्रकरण में इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने सर्वे करने की मंजूरी दे दी है।
हिंदू पक्ष की याचिका को कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है। इससे पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति मयंक कुमार जैन ने पक्षों को सुनने के बाद 16 नवंबर को आदेश सुरक्षित रख लिया था। जन्मभूमि-ईदगाह प्रकरण में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 16 नवंबर को हुई सुनवाई के बाद सभी 18 केसों से संबंधित वादकारी और प्रतिवादियों को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित रहने का आदेश दिया था।

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