राजस्थान का सियासी पारा हाई, 4 VIP सीटों पर फंसा पेंच !

लोकसभा चुनाव का दूसरा फेज जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है... वैसे-वैसे सियासी पारा बी बढ़ रहा है... और राजस्तान की चार वीआईपी सीटों पर अपनी साख बचाने के लिए बीजेपी काफी संघर्ष करती हुई दिखाई दे रही है... देखिए खास रिपोर्ट....

4पीएम न्यूज नेटवर्कः लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के मतदान के बाद अब दूसरे फेज की बारी है…. बता दें कि जैसे-जैसे दूसरे फेज के चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है…. वैसे-वैसे मौसमी पारे के साथ सियासी पारा भी बढ़ रहा है….. और इस समय सबसे दिलचस्प स्थिति राजस्थान की है…. बता दें कि दो हजार उन्नीस  के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने राजस्थान की सभी पच्चीस सीटों पर जीत दर्ज कर अपना परचम लहराया था…. लेकिन इस बार के लोकसभा चुनाव में स्थिति पहले जैसी नहीं लग रही है….  वहीं राजनीति के धुरंधरों की माने तो राजस्थान में कई सीटों पर कांटे की टक्कर है…. बता दें दूसरे चरण में राजस्थान की तेरह लोकसभा सीटों के लिए मतदान होना है…. इसमें से कुछ हाईप्रोफाइल सीटें ऐसी हैं…. जहां मुकाबला रोमांचक है…. और कई बड़े नाम की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है…. जिसको देखते हुए बीजेपी राजस्थान मे पूरी तरह से एक्टिव हो गई है… और एक के बाद एक रैली और जनसभाओं को करने में जुट गई है…. वहीं हार के डर से बौखलाई बीजेपी के सुर ताल मिल नहीं रहे है… पहले चरण में बीजेपी को निराशाजनक परिमाण मिल रहे है… जिसको देखते हुए पीएम मोदी की वॉडी लैंग्वैज बदल गई है… अभ वह जनसभा और रैलियों में जनता को मुद्दे से भटकाने के लिए अनर्गल बाते कर रहै है… जिसका बड़ा खामियाजा बीजेपी को भुगतना पड़ सकता है…. माहौल चुनावी है जनता बीजेपी और पीएम मोदी की भाषा और उनके वादों को समझ चुकी है…. और जनता अब अपने हिसाब से किसको गद्दी पर बैठाना है… उसने सोच बना लिया है… जिसका संकेत बीजेपी को पहले चरण के मतदान में ही मिल चुका है… ऐसे में बीजेपी अपनी साख बचाने के लिए बौखलाई हुई है… वो बोलना कुछ चाह रही है और बोल कुछ रही है….

वहीं अपनी नाक बचाने के लिए बीजेपी किसी भी हद तक जा सकती है… जिसका अंदाजा पीएम मोदी के पिछले बयानों को सुनकर लगाया जा सकता है… बता दें कि कुर्सी की चाह में पीएम मोदी इतना बौखलाए हुए है… जिसका अंदाजा  लगा पाना बेहद मुश्किल है… बता दें पीएम मोदी ने लोकसभा चुनाव दो हजार चौदह से पहले प्रचार के दौरान लंबी-लंबी बाते करते थे… कि बीजेपी की सरकार बनते ही बारत का विदेशों में जमा सारा कालाधन बाहर आएगा… और देश की सभी जनता के खाते में पंद्रह लाख रूपये आ जाएंगे… वहीं ऐसा कहते-कहते पांच साल बीत गया… लेकिन धरातल पर कोई भी वादा पूरा होता हुआ नहीं दिखाई दिया… और पांच साल कितना जल्दी निकल गया जनता को पता ही नहीं चला… वहीं दो हजार उननीस के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी ने प्रचार के दौरान जनता से और पांच साल का समय मांगा… और कहा कि मुझे पांच साल का और समय दे दीजिएय… उसको बाद मैं देश की कायापलट कर दूंगा…. लेकिन देखते ही देखते पांच साल और बीत गए… और अब दो हजार चौबीस का लोकसभा चुनाव आ गया,… वही बीजेपी ने अपने दस साल के कार्यकाल में जनता के लिए कुछ नहीं किया… वहीं पीएम मोदी के द्वारा जो भी वादे किए गए थे वो सभी वादे हवाहवाई और जुमला साबित हुआ…. एक विशेष वर्ग को छोड़कर बीजेपी के राज में और किसी का भी विकास नहीं हुआ…. बीजेपी ने अपने दस सालों के कार्यकाल में एक विशेष वर्ग और खुद का ही विकास किया है… जिसकी सच्चाई बीते दिनों जनता के सामने आ गई है…. जिसके बाद जनता ने बीजेपी की सफाई का मन बना लिया है…. जिससे बीजेपी के दिग्गज नेता और पीएम मोदी घबराए हुए है…

आपको बता दें कि पीएम मोदी को आप सभी ने सुना होगा…. पीएम मोदी अपने मनकी बात तो करते हैं,… लेकिन आत तक किसी भी मंच से जता के मन की बात नहीं की… जनता के दुख दर्द को नहीं समझा जिसका परिणाम बीजेपी को पहले चरण के मतदान में ही दिख गया और पता चल गया कि मेरे नजरअंदाज करने का परिणाम क्या हुआ… बता दें पीएम मोदी समेत बीजेपी सभी दिग्गज नेता और स्टार प्रचारक किसी भी मंच से इतिहास गवाह है… जनता के बारे में कोई भी बात नहीं की… जनता क्या चाहती है, जनता को कौन-कौन सी समस्याओं को फेस करना पड़ रहा है…. बीजेपी किसी बी मंच से अपने दस साल के क्या किया है… कौन सी योजनाएं धरातल पर उतरी है,…. का जिक्र नहीं करते पीएम मोदी सिर्फ भूत और भविष्य की बात करते है… कि पिछले सत्तर सालों में कांग्रेस ने क्या किया… वहीं अगर कांग्रेस ने अपने सत्तर सालों के कार्यकाल में कुछ नहीं किया है… तो आपने पिछले दस सालों में जनता के हित के लिए, गरीबों के हित के लिए, युवाओं के हित के लिए कौन-कौन से काम किए है… बता दीजिए आपके द्वारा किए गए कार्यों को जनता सुनना और देखना चाहती है….

पीएम मोदी के इन्ही जुमलों को सुन-सुनकर जनता थक चुकी है… और अब वह धरातल पर काम को देखना चाहती है…. जिसको देखते हुए इस लोकसभा चुनाव में अपनी ताकत दिखा रही है… जिस को देखकर बीजेपी नींद उड़ी हुई है… और अपनी साख बचाने के लिए आपको झूठ का सहारा लेना पड़ रहा है… जहां पर भी बीजेपी के सांसद है…. उन्होंने पांच साल बीत गए कभी भी अपने क्षेत्र का भ्रमण ही नहीं किया है… उस लोकसभा क्षेत्र की जनता अपने सांसदो को पहचानती तक नहीं है… बीजेपी के कोई भी नेता विधायक चुनाव जीतने के बाद जनता से दूरी बना लेते हैं और अपनी सत्ता के नशे में चूर होकर घूमते है… वहीं पिछले दस सालों से बीजेपी के रवैये को देखते हुए देश की जनता ने भी दूरी बनाना शुरू कर दिया है तो अब बीजेपी और पीएम मोदी को दर्द क्यो हो रहा है…. अब देश की जनता दो बार बीजेपी के कार्यकाल को देख चुकी है… और युवाओं को जो उम्मीद थी वो पूरी तरह से टूट चुकी है… इसलिए युवाओं ने दूरी बना लिया है… और इस दूरी का परिणाम बीजेपी को चार जून को देखने को मिलेगा….

बता दें बाड़मेर सीट लोकसभा चुनाव में राजस्थान की सबसे चर्चित सीटों में से एक है…. इसकी वजह यहां से निर्दलीय चुनावी ताल ठोक रहे रविंद्र सिंह भाटी है…. रविंद्र सिंह भाटी के नामांकन से लेकर रैलियों तक जिस तरह की भीड़ जुट रही है…. उससे वह पूरे देश में चर्चा का विषय बने हुए हैं…. और भाटी के रैलियों में उमड़ती भीड़ को देखकर बीजेपी के पसीने छूट रहे है… वहीं बाड़मेर सीट से बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी को मैदान में उतारा हैं….. जबकि कांग्रेस ने इस सीट पर उम्मेदा राम बेनीवाल को उम्मीदवार बनाया है…. बता दें उम्मेदा राम बेनीवाल की भी यहां अच्छी पकड़ है…. ऐसे में माना जा रहा है कि यहां मुकाबला काफी नजदीकी होगा…. और बाड़मेर सीट की लड़ाई चुनौती पूर्ण होगी… जिसको देखते हुए यह अनुमान लगाया जा रहा है… कि इस सीट से बीजेपी की करारी हार निश्चित है… जिसको लेकर बीजेपी बौखलाई हुई है…. और उसके तमाम दिग्गज वहां पहुंच रहै है… और जनता से समर्थन मांग रहे है… वहीं इस सीट का मुतकाबला कैसा रहेगा यह तो आने वाला वक्त तय करेगा…

वहीं जोधपुर भी राजस्थान की उन वीआईपी सीटों में शामिल है जहां मुकाबला एकतरफा नहीं, बल्कि करीबी है…. इस सीट पर बीजेपी की तरफ से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत चुनाव लड़ रहे हैं…. गजेंद्र सिंह शेखावत यहां से दो हजार चौदह और दो हजार उन्नीस में चुनाव लड़े थे… और दोनों चुनावों में भी जीत दर्ज कर चुके हैं…. पिछली बार उन्होंने प्रदेश के पूर्व सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को हराया था….. इस बार कांग्रेस ने यहां से करण सिंह उजियारडा को टिकट दिया है… बताया जा रहा है कि इनकी क्षेत्र में अच्छी पकड़ है…. जिसका फायदा कांग्रेस को मिलेगा… और यहां से भी बीजेपी का सफाया निश्चित है…

बता दें कि राजस्थान की कोटा सीट भी इस बार खास है…. क्योंकि यहां से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को बीजेपी ने लगातार तीसरी बार अपना उम्मीदवार बनाया है…. ओम बिरला ने पिछले दो चुनावों में यानी दो हजार चौदह और हो हजार उन्नीस में अच्छे मार्जिन से जीत दर्ज की है…. लेकिन इस बार जीत इतनी आसान नहीं मानी जा रही है….. यहां ओम बिरला के खिलाफ प्रह्लाद गुंजन ताल ठोक रहे हैं…. आपको बता दें कि प्रह्लाद गुंजन चुनाव से पहले बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में आए थे… जिसके बाद कांग्रेस ने ओम बिरला के सामने प्रह्लाद गुंजन को चुनावी मैदान में उतार दिया है… जिससे कोटा सीट का मुकाबला बहुत दिलचस्प हो गया है… और अपनी साख बचाने के लिए बीजेपी जुटी हुई है…

राजस्थान के चित्तौड़गढ़ लोकसभा सीट पर भी इस बार सबकी नजर टिकी है…. इस सीट पर भी काफी अहम मुकाबला होने जा रहा है…. जहां एक तरफ बीजेपी से प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी चुनावी मैदान में हैं…. तो वहीं कांग्रेस से अंजना उदयलाल और बहुजन समाज पार्टी से मेघवाल राधेश्याम भी रेस में है….. औऱ इस सीट पर सबसे ज्यादा उम्मीदवार खड़े हैं…. वहीं इस सीट पर कुल उम्मीदवारों की संख्या सोलह  है…. जिसको देखते हुए यहां का मुकाबला भी बीजेपी के लिए आसान नहीं है…. जिसको देखते हुए बीजेपी इस सभी सीटों पर अपनी साख बचाने के लिए चुनावी मैदान में सक्रिय नजर आ रही है…. और एक के बाद एक दिग्गज यहां पहुंचकर चुनाव प्रचार कर रहे है… और अपने उम्मीदवार के पक्ष में जनता से समर्थन मांग रहे है…. वहीं इन सभी सीटों से क्या परिणाम निकलकर सामने आते है… यह तो आने वाला वक्त तय करेगा…

 

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