ए प्लस प्लस ग्रेड मिलना गौरव का विषय: प्रो.पाठक

छत्रपति शाहूजी महाराज विवि के कुलपति ने गिनाईं उपलब्धियां

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। दिन-निश्चित ही यह मेरे जीवन के लिए यादगार बन गया। बतौर कुलपति छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय को नैक में ए प्लस प्लस ग्रेड मिलना गौरवांवित करने वाला है। लेकिन यह सफर आसान नहीं था। न केवल मैंने बल्कि विवि की पूरी टीम यहां तक की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने इस मंजिल को पाने में दिन रात मेहनत की। कुलपति की कुर्सी संभाली तो निसंदेह मेरे लिए एक बड़ी उपलब्धि रही। खुद कानपुर से होने के नाते इस विश्वविद्यालय का नेतृत्व करना गौरव का अनुभव था।
साल 2021 में कार्यभार ग्रहण किया तो कोरोना के बाद देश और विश्वविद्यालय नई उम्मीद की ओर देख रहा था। डिजिटल की ओर बढ़ रहे देश के साथ विवि ने भी कदमताल मिलाई और शुरुआत डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ की। प्रवेश, परिणाम, कापियों के मूल्यांकन को ऑनलाइन मोड पर लाया गया। देश में लागू नई शिक्षा नीति को प्रदेश में लागू करने वाला विवि पहला संस्थान बना। हालांकि सालों से चले आ रहे शिक्षा के पैर्टन को बदलने में काफी समस्या थी।
कई लोगों ने विरोध किया, लेकिन धीरे धीरे सभी इस पर सहमत हो गए। विश्वविद्यालय में नए-नए कोर्सों का सृजन किया रोजगार परख पाठ्यक्रम मुख्य विशेषताएं रहे। स्टूडेंट के साथ बेहतर समन्वय बने उनकी मेंटल मेंटरशिप प्रोग्राम को बढ़ाया गया।

नवाचार की दिशा में बदलाव लाना काफी जरूरी

नवाचार की दिशा में बदलाव लाना काफी जरूरी था। नवाचार में काफी पिछड़ रहे थे। विश्वविद्यालय में रिसर्च के लिए सभी संसाधन उपलब्ध कराए गए। भारत सरकार से पहली बार विश्वविद्यालय में फस्र्ट के प्रोग्राम के तहत ग्रांट मिलने शुरू हुई। साथ ही फैकल्टी को कैंपस में पीएचडी करने की सुविधा भी प्रदान की गई। अनुसंधान के दिशा में बेहतर प्रयासों के लिए अच्छे इंपैक्ट फैक्टर के जनरल्स में रिसर्च पेपर पब्लिश हो ऐसा भी माहौल बनाया गया। विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों को उनके संस्थान से जोड़ते हुए हर दिन कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

कबाड़ से कमाल स्टूडेंट इंटर्नशिप प्रोग्राम

बेहतर एकेडमिक माहौल के चलते पिछले वर्षों की तुलना में 2023 प्रवेश में विश्वविद्यालय ने 2000 से अधिक छात्र-छात्राओं को अपने यहां अध्ययन कार्य में शामिल किया है। फेसलेस टेक्नोलॉजी कबाड़ से कमाल स्टूडेंट इंटर्नशिप प्रोग्राम भी आयोजित किए गए। सामाजिक सारोकार के चलते गरीब परिवारों के बच्चों को मुक्त शिक्षा टीवी पेशेंट को गोद लेना आंगनबाड़ी केद्रो का सुदृढ़ीकरण में विवि ने अपलना योगदान दिया। ग्राम चौपाल पॉलीक्लिनिक आयुर्वेद से संबंधित चिकित्सा व्यवस्था विश्वविद्यालय में हो ऐसा भी माहौल बनाया गया। स्टूडेंट को अब डिग्री लेने के लिए विश्वविद्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ते। मार्कशीट माइग्रेशन से लेकर सभी काम एक सिंगल क्लिक पर उपलब्ध है।इन सब कार्यों, टीम के सहयोग से ही इस ऐतिहासिक पल के सभी साक्षी बन गए।

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