फिर सामने आया यूपी पुलिस का कुरूप चेहरा

पीलीभीत में पुलिस हिरासत में एक व्यक्ति की मौत, परिजनों ने लगाया पिटाई का आरोप

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पीलीभीत। पीलीभीत में एक बार फिर यूपी के योगी सरकार के पुलिस का कुरु प चेहरा सामने आया है। वहां पर पुलिस हिरासत में एक शख्स की मौत हो गई। मृतके के परिजनों ने मारपीट के आरोप लगाए । साथ उन्होंने थाने में हंगामा किया है। जिले के बरखेड़ा थाने में हिरासत में रखे गए एक व्यक्ति की शुक्रवार को मौत हो गई जिसके बाद उसके परिजनों ने पुलिस पर उसे बुरी तरह से पीटने का आरोप लगाया।
मृतक की पहचान 40 वर्षीय बशीर खां उर्फ पहलवान के तौर पर हुई है। उसकी पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने उसे हिरासत में लिया था और हिरासत में संदिग्ध हालात में उसकी मौत हो गई, उसके परिजनों का आरोप है कि पुलिस द्वारा की गई मारपीट से उसकी मौत हुई है। मृतक के भाई जमीर की ओर से पुलिस को तहरीर दी गई है, हालांकि पुलिस ने तहरीर मिलने से इनकार किया है, इस पूरे प्रकरण पर पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ), बीसलपुर, सतीश शुक्ल ने बताया कि मृतक का चिकित्सकों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया है और पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की गई है, उन्होंने कहा कि परिजनों की ओर से तहरीर मिलने व पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर जांच कर आगे की कर्रवाई की जाएगी। शुक्ल के अनुसार, खां के खिलाफ पीलीभीत समेत आसपास के जिलों में संगीन अपराधों में करीब 20 मुकदमे पंजीकृत हैं जिसमें हत्या, जानलेवा हमला करना, गुंडा अधिनियम के तहत दर्ज मामले शामिल हैं। वहीं, मृतक के भाई जमीर की ओर से पुलिस को दी गई तहरीर के अनुसार, खां की पत्नी ने बृहस्पतिवार को बरखेड़ा थाने में अपनी पति के खिलाफ शिकायत देकर आरोप लगाया था कि उसका किसी और महिला के साथ अवैध संबंध है।जमीर ने दावा किया कि शबाना की शिकायत के आधार पर बरखेड़ा पुलिस ने खां को बृहस्पतिवार देर रात बिलसंडा थाना क्षेत्र के पहाडग़ंज गांव जाकर हिरासत में ले लिया। आरोप हैं कि खां ने जैसे ही दरवाजा खोला, पुलिसकर्मियों ने उसे घर के बाहर खींच लिया और लात घूसे से उसे पीटने लगे। पुलिस आरोपी को अपने साथ बरखेड़ा थाने ले गई।

परिजनों ने थाने में किया हंगामा

जमीर ने दावा किया है कि थाने में उसके भाई के मुंह से खून निकल रहा था और वह हवालात में बेहोश पड़ा था। इसके बाद आरोपी की मौत की खबर मिलते ही परिजन थाने पहुंच गए और हंगामा करना शुरू कर दिया। इस दौरान किसी भी परिस्थिति से निपटने को कई थानों से पुलिस बल को मौके पर बुला लिया गया। बरखेड़ा थाना पुलिस ने इस प्रकरण मे सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर कहा कि आरोपी शातिर अपराधी था।

राम मंदिर के उद्घाटन में शिरकत न करें पीएम मोदी: मौलाना मदनी

बोले- धार्मिक अनुष्ठान राजनीतिक हस्तक्षेप से मुक्त हों

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
सहारनपुर/देवबंद। उत्तर प्रदेश के देवबंद में जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने अगले वर्ष अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संभावित भागीदारी और कुछ मुस्लिम नेताओं द्वारा प्रस्तावित मस्जिद की नींव रखने के लिए प्रधानमंत्री से अपील करने पर तीखी आलोचना की है। जारी बयान में मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि हमने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया था कि अयोध्या विवाद में सुप्रीम कोर्ट ने जो निर्णय किया था, हम उसको सही नहीं मानते हैं। जमीयत उलमा-ए-हिंद ने कोर्ट के फैसले के तुरंत बाद अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी थी कि यह फैसला गलत माहौल में गलत सिद्धांतों और आधारों पर दिया गया है। जो कानूनी और ऐतिहासिक तथ्यों के भी विरुद्ध है।
मौलाना मदनी ने कहा कि ऐसे में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसी भी पूजा स्थल के उद्घाटन के लिए बिल्कुल नहीं जाना चाहिए। बल्कि उचित यह है कि धार्मिक अनुष्ठान राजनीतिक हस्तक्षेप से मुक्त हों और धार्मिक लोगों द्वारा ही किए जाने चाहिए।
मौलाना महमूद मदनी ने जमीयत उलमा-ए-हिंद के सभी स्तर के पदाधिकारियों को खबरदार किया कि वह संगठन के रुख के खिलाफ किसी भी गैर जिम्मेदाराना बयान से बचें। उन्होंने कहा कि एक अंग्रेजी अखबार में जमीयत के किसी स्थानीय पदाधिकारी के हवाले से प्रधानमंत्री से मस्जिद के उद्घाटन में शामिल होने की अपील पर आधारित एक बयान प्रकाशित किया है, जो जमीयत के रुख के विरुद्ध है। इसलिए सभी पदाधिकारी किसी भी प्रकार की बयानबाजी से बचें।

ज्यादातर मुस्लिम पढ़ाई नहीं करना चाहते : अजमल

गुवाहाटी। ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने मुसलमानों पर एक विवादित टिप्पणी की। उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए सवाल पूछा, ज्यादातर मुसलमान आपराधिक प्रवृति के और पृष्ठभूमि के क्यों हैं, उन्होंने कहा, डकैती, बलात्कार, लूट जैसे अपराधों में मुसलमान नंबर वन क्यों हैं, हम जेल जाने में नंबर वन क्यों हैं? उन्होंने खुद इस समस्या का जवाब देते हुए कहा, क्योंकि ज्यादातर मुस्लिम पढ़ाई नहीं करना चाहते हैं, अपने ही धर्म के लोगों की कड़ी आलोचना के बाद एआईयूडीएफ चीफ ने कहा, मैंने कोई ऐसी बात नहीं की है जो किसी तरह से गलत हो,मैंने जो कहा है वो तथ्य है।

पुष्पांजलि

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सदर बाजार में महर्षि बाल्मीकि जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि की। इस मौके पर कार्यकर्ताओं में मंच साझा करने को लेकर आपस में नोंकझोंक भी हुई।

शरद पूर्णिमा पर लगेगा खंडग्रास चंद्र ग्रहण

ग्रहण रात 1.05 बजे से शुरू होगा और 2.23 मिनट तक रहेगा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। शनिवार 28 अक्टूबर को खंडग्रास चंद्र ग्रहण लग रहा है और इसी दिन शरद पूर्णिमा भी है। मान्यता अनुसार, शरद पूर्णिमा की रात खुले आकाश के नीचे खीर रखी जाती है। माना जाता है कि इस दिन चांद से अमृत वर्षा होती है और चांद अपनी 16 कलाओं से परिपूर्ण रहता है। इस बार चांद की इन कलाओं पर ग्रहण का साया रहेगा।
हालांकि, ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि खीर बनाएं, भोग लगाएं, खुले आकाश के नीचे भी रखें, पर कुछ सावधानियों के साथ। व्रत भी रखा जा सकता है। चंद्र ग्रहण का सूतक शुरू होने के साथ शहर के मंदिरों के कपाट बंद हो जाएंगे। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, चंद्र ग्रहण रात 1.05 बजे से शुरू होगा और 2.23 मिनट तक रहेगा। सूतक काल नौ घंटे पहले शुरू हो जाएगा। वैदिक ज्योतिष शोध परिषद के अध्यक्ष महामहोपाध्याय डॉ. आदित्य पांडेय कहते हैं कि ग्रहण का सूतक प्रभावी माना जाता है। ग्रहण से पूर्व खुले आकाश में तुलसी डालकर या कुशा रखकर खीर रखी जा सकती है या फिर ग्रहण काल समाप्त होने पर इसे रखना मान्य होगा।

सूरत में एक ही परिवार के सात लोगों ने की आत्महत्या

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
सूरत। गुजरात के सूरत में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। सूरत के अडाजण इलाके में एक परिवार ने सामूहिक रूप से जहर पीकर आत्महत्या कर ली, जिसमें सात लोगों की मौत हो गई।
मालूम हो कि यह घटना अडाजण पालनपुर पाटिया इलाके के सिद्धेश्वर अपार्टमेंट में हुई है। सामूहिक आत्महत्या में शामिल परिवार फर्नीचर कारोबार से जुड़ा है। हालांकि, पूरे परिवार ने यह कदम किस कारण से उठाया है, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। घटना की जानकारी मिलने के बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। परिवार ने यह कदम किस कारण से उठाया इसकी जांच शुरू कर दी गई है।

यूपी की हवा हुई जहरीली, लोगों का सांस लेना मुश्किल

बुजुर्गों और बच्चों की हालत बिगड़ी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में वायु गुणवत्ता लगातार खराब श्रेणी में है। इनमें दिल्ली से सटे जिलों में हालात और भी खराब है। यहां लोगों का सांस लेना खतरनाक होता जा रहा है। प्रदूषण का सबसे ज्यादा असर बुजुर्गों और बच्चों पर देखने को मिल रहा है। सर्द मौसम की शुरुआत के साथ प्रदूषण में और इजाफा देखा जा रहा है। इसके आने वाले दिनों में और बदतर होने का अनुमान है, शनिवार (28 अक्टूबर) को भी नोएडा, गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स खराब श्रेणी में रहा।
शनिवार को समग्र वायु गुणवत्ता 286 एक्यूआई (क्यूआई) के साथ खराब श्रेणी में रहा तो वहीं नोएडा में वायु गुणवत्ता 255 एक्यूआई के साथ खराब श्रेणी में दर्ज की गई, यूपी के गाजियाबाद में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं, यहां लोनी में एक्यूआई लगातार रेड जोन में बना हुआ है, नेशनल एयर क्वालिटी इंडेक्स के अनुसार, शनिवार को लोनी का एक्यूआई 379 दर्ज किया गया, जोकि बेहद खराब श्रेणी में आता है।

ग्रेटर नोएडा में एक्यूआई रेड जोन में

ग्रेटर नोएडा में भी एयर क्वालिटी इंडेक्स रेड जोन में बना हुआ है। यहां हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में है और एक्यूआई 350 दर्ज किया गया है, मेरठ में भी धीरे-धीरे हवा की गुणवत्ता खराब होती जा रही है, यहां गंगानगर में एक्यूआई 240 दर्ज किया गया जो कि खराब श्रेणी में आता है, बागपत में एक्यूआई 162 दर्ज किया गया है, यहां हवा की गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में है।

लखनऊ में गुणवत्ता मध्यम

हापुड़ में हवा की गुणवत्ता खराब होती जा रही है, यहां एक्यूआई 214 दर्ज किया गया और हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में रही। अन्य जिलों की बात करें तो कानपुर में एक्यूआई 189 दर्ज किया गया और हवा की गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में रही। लखनऊ के लाल बाग में एक्यूआई 134 रहा और हवा की गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में रही।

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