बदलते मौसम में ऐसे बचाएं त्वचा की नमी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
रोजमर्रा की जिंदगी में कई चीजें ऐसी होती हैं, जिनके इस्तेमाल से हाथ-पैर काफी रूखे होने लगते हैं। इन चीजों कठोर साबुन, केमिकल प्रोडक्ट और अगरबत्ती शामिल होती हैं। इनके साथ ही बदलते मौसम का सीधा असर भी हाथ-पैर पर पड़ता है। दरअसल, अब जब कभी तेज गर्मी हो रही है तो कभी तेज बारिश, ऐसे में स्किन पर इसका प्रभाव होना स्वाभाविक है। बदलते मौसम में हाथ-पैर कई बार इस कदर ड्राई हो जाते है, कि खुजली की वजह से उनसे खून तक आने लगता है। बदलते मौसम में ड्राई स्किन से परेशान हैं तो कुछ घरेलू नुस्खे अपनाकर आप इस परेशानी से छुटकारा पा सकते हैं। कई चिजों के इस्तेमाल से आपके हाथ-पैरों के रूखेपन की समस्या खत्म हो सकती हैं। इन चीजों के इस्तेमाल के लिए आपको ज्यादा पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

नारियल का तेल

नारियल का तेल में कई ऐसे तत्व होते हैं, जो त्वचा संबंधी परेशानियों को कम करते हैं। ये आमतौर पर सभी घरों में आसानी में मिल जाता है। ये आपकी स्किन को हाइड्रेटेड रखता है। इसके इस्तेमाल के लिए आपको बस कुछ बूंद तेल लेकर हाथ-पैर पर मालिश करनी है। नारियल तेल का इस्तेमाल खाना बनाने से लेकर स्किन से जुड़ी दिक्कतों का समाधान करने के लिए करते हैं। यानी रूखे बाल हों या स्किन की समस्या नारियल तेल आपको कभी निराश नहीं करेगा। त्वचा को मोइश्चराइज़ करता है अगर आपकी त्वचा रूखी नहीं है, लेकिन मौसम में बदलाव ड्राइनेस का कारण बनता है, तब भी नारियल का तेल फायदा पहुंचाएगा। लिप बाम के तौर पर नारियल तेल अगर आपके होंठ रूखे हो जाते हैं, तो तेल लगा सकती हैं।

ओटमील पाउडर

इसके इस्तेमाल के लिए ओटमील पाउडर में पानी मिलाकर इसका पेस्ट बनाएं। हाथ-पैर में नमी बरकरार रखने के लिए आपको हर रोज इसका इस्तेमाल करना है। ओट्स एक तरह का अनाज होता है। इसी ओट्स से तैयार किए हुए आहार को ओटमील कहते है। ओटमील को हिंदी में दलिया कहा जाता है। दलिया या ओटमील का प्रयोग नाश्ते के रूप में किया जाता है।

पेट्रोलियम जेली

बाजार में आपको बेहद कम दामों में पेट्रोलियम जेली मिल जाएगी। ऐसे में आप हाथ-पैर की नमी बरकरार रखने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। पेट्रोलियम जेली का प्रयोग हमारे बालों के लिए भी फायदेमंद होती है। अगर आपके बाल दो-मुंहे हो गए हैं तो घबराइए नहीं। पेट्रोलियम जेली उन्हें भी ठीक कर देती है।

शहद

अगर आप शहद का इस्तेमाल करने का सोच रही हैं, तो ये एक बेहतर विकल्प है। इसमें कई एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल तत्व पाए जाते हैं। इसके इस्तेमाल के लिए बस आपको 10 से 15 मिनट तक शहद अपने हाथ-पैर पर लगाना है और फिर हाथ धो लेने हैं। अगर शहद को गुनगुने पानी में मिलाकर पिया जाए तो उसका खून में लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या पर लाभदायक असर पड़ता है। लाल रक्त कोशिकाएं मुख्य रूप से शरीर के विभिन्न अंगों तक खून में ऑक्सीजन पहुंचाती हैं। शहद और गुनगुने पानी का मिश्रण खून में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाता है, जिससे एनीमिया या खून की कमी की स्थिति में लाभ होता है। आयरन की कमी यानी एनीमिया की स्थिति तब आती है जब आहार में लौह तत्व को कम मात्रा में ग्रहण किया जाता है या शरीर उसे पर्याप्त रूप से सोख नहीं पाता। इससे रक्त की ऑक्सीजन ढोने की क्षमता प्रभावित होती है।

एलोवेरा

एलोवेरा को एक औषधि के रूप में उपयोग किया जाता है. एलोवेरा की बहुत सारे फायदे है, चाहे वह त्वचा की बीमारी हो या या पेट की। एलोवेरा का उपयोग कई बीमारियों से निजात पाने के लिए किया जाता है। एलोवेरा में आयुर्वेदिक औषधि गुण मौजूद होते हैं जो हमें बीमारियों को खत्म करने में सहायता मिलती है। एलोवेरा स्किन पर नमी बरकरार रखने में मदद करता है। ऐसे में आप बड़ी आसानी से इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके इस्तेमाल के लिए बस एलोवेरा जेल लेकर हाथ-पैर पर लगाना है।
एलोवेरा खांसी जुकाम में बहुत ही असरदार काम करता है।

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