बीजेपी की नीतियों से यूपी में हाहाकार: अखिलेश

  • बोले- महंगाई से आम आदमी का जीवन त्राहि-त्राहि

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्टï्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार की गलत नीतियों से लोग पूरी तरह से परेशान हो गये हैं। बढ़ती महंगाई और भ्रष्टाचार ने आर्थिक ढांचे को तहस-नहस कर दिया है। जनसामान्य का जिंदा रहना दूभर हो गया है। लोग बेबस और लाचार हैं। लोग कर्ज पर जीवन निर्वाह को मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण देश में रोजगार के अवसर घट रहे हैं। रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों के अनुसार लोगों के घरेलू बजट पर बुरा प्रभाव पडऩे से कर्ज बढ़ रहा है।
लोगों की बचत दर घटी है और देनदारियां बढ़ी है। महंगाई का असर तो रोजाना की खाद्य सामग्री और घरेलू उपयोग के सामान पर भी पड़ रहा है। तेल, घी, दाल, आटा, सब्जी की कीमतों पर कोई रोक न लगने से लोगों का घरेलू बजट बिगड़ गया है। भवन निर्माण सामग्री ईंट, मौरंग, बालू आदि पर 18 फीसदी जीएसटी लगने से मध्यम वर्ग के सिर पर छत भी नहीं पडृऩे वाली है।

कल हापुड़ जाएगा समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल

समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमण्डल दिनांक 23 सितम्बर को हापुड़ जायेगा। हापुड़ के ग्राम दौलतपुर ढिकरी में तीन सितंबर को सैनी समाज के लोगों के घर में लगी आग से 4 लोगों की जलकर दर्दनाक मौत हो गयी थी। घटना की सही जानकारी और शोकाकुल परिवार से मिलने प्रदेश सचिव सुधाकर कश्यप, असलम चौधरी पूर्व विधायक, राकेश यादव प्रदेश सचिव आदि जाएंगे।

हम लोग इवेंट के पीएम नहीं : तेजस्वी यादव

पटना। बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव लगातार रोजगार के मुद्दे पर न सिर्फ केंद्र सरकार को घेरते हैं बल्कि बताते भी हैं कि प्रदेश में कितनी नौकरियां दी जा रही हैं। महागठबंधन की सरकार लगातार नियुक्ति पत्र भी बांट रही है। हालांकि कई नियुक्ति पत्रों पर बीजेपी सवाल भी उठा चुकी है कि वो भर्तियां एनडीए सरकार के समय की थीं जिसकी अब वाहवाही लूटी जा रही है। इन सबके बीच एक बार फिर तेजस्वी यादव ने शुक्रवार (22 सितंबर) को रोजगार के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर तंज कसा। पीएम का फुलफॉर्म भी लिखा। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने शुक्रवार (22 सितंबर) की सुबह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (एक्स) पर नौकरियों के मुद्दे पर ट्वीट करते हुए लिखा- बिहार में शिक्षक बहाली के दूसरे चरण में 70,000 शिक्षकों की नियुक्ति होगी। प्रथम चरण में 1,70,461 से अधिक शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा का आयोजन किया जा चुका है। हम लोग इवेंट के पीएम (प्राइम मैनेजर) नहीं बल्कि जो कहते हैं उसे धरातल पर उतारते हैं, बिहार में बहार, नौकरियां अपार!

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