गुजरात से अहिंसा छूटी, सिर्फ गांधी का नाम रह गया: गहलोत

सीएम बोले- सबसे ज्यादा शराब वहीं पी जाती है

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जयपुर। राजस्थान सीएम ने इशारे-इशारे में भाजपा व पीएम मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि अहिंसा में गुजरात तो पीछे चला गया है। खाली वहां पर गांधी का नाम रह गया है, जहां के गांधीजी रहने वाले थे। हिंसा वहां होती है, 2002 में वहां पर क्या हुआ देख लिया, वहां पर शराबबंदी नाम मात्र की है। सबसे ज्यादा शराब पी जाती है तो गुजरात में पी जाती है। ये मुल्क के अंदर समाज की स्थिति बनती जा रही है।
प्रदेश की गहलोत सरकार आगामी 2 अक्टूबर को अहिंसा क्रांति रैली निकालेगी। सीएम अशोक गहलोत ने जयपुर में बिड़ला ऑडिटोरियम में महिलाओं के बीच यह जानकारी दी। उन्होंने कहा- हमने अहिंसा की बात कही, तो राजस्थान एक मात्र प्रदेश है, जिसने शांति और अहिंसा का विभाग खोल दिया, जो गांधीजी की सोच थी। गांधी का म्युजियम प्रदेश में बन रहा है वो देश का नंबर वन बनेगा, अगले महीने उसका उदघाटन होगा। 2 अक्टूबर को हम चाहेंगे कि हम बड़ी रैली अहिंसा क्रांति की करें। संकल्प लें कि हम गांधीजी की अहिंसा में विश्वास करते हैं। अशोक गहलोत ने कहा-मणिपुर जल रहा है, भारत सरकार को परवाह ही नहीं है। देश के अंदर क्या हो रहा है, एक राज्य का जलना, 3 महीने से ज्यादा समय हो गया है। पार्लियामेंट चल नहीं पा रही है, उस माहौल को ठीक करने की जिम्मेदारी हर भारतवासी की है। साल 2030 विजन डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की तरह देखो, जिन्होंने कहा था कि हर बच्चे को भी सपना देखना चाहिए, जिससे सपने को पूरा करने के लिए वो आगे बढ़ सके वही बात मैं आपको कहना चाहूंगा सपना देखो 2023 का, अनुभव बताओ, सोच बताओ तो मैं समझता हूं कि हम सब मिलकर ये कर सकेंगे। कोई मेरे अकेले के कहने से 2030 में नंबर वन राजस्थान नहीं बनने वाला, तमाम वर्गों के लोग सब की सोच एक सी होगी, सब अपने कर्तव्य का निर्वहन भी साथ में करेंगे। प्रियंबल में लिखा हुआ है कि अधिकार हर नागरिक को मिला है तो उसका कर्तव्य भी देश के प्रति है, वो हम पूरा करेंगे तब जाकर राजस्थान में ये होगा।
मुझे पूरा विश्वास है। आईआईटी, आईआईएम, ट्रिपल आईआईटी, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, आयुर्वेद यूनिवर्सिटी, निफ्ट, जमाम कृषि यूनिवर्सिटी भी दो-तीन आ गईं। स्वास्थ्य में हम देश में नंबर वन हैं।

नई पीढ़ी को मालूम ही नहीं इंदिरा गांधी की जान कैसे चली गई?

सीएम ने कहा- नई पीढ़ी को मालूम ही नहीं है कि इंदिरा गांधी की जान कैसे चली गई, सीना छलनी हो गया उनका खालिस्तान नहीं बनने दिया। राजीव गांधी शहीद हो गए। ये देश 70 साल में यहां तक ऐसे ही नहीं पहुंचा है। कई त्याग, बलिदान आजादी की जंग में भी और आजादी की जंग के बाद में भी हुए हैं। इस बात का अहसास हमारी वर्तमान पीढ़ी को नहीं होगा तो आने वाली पीढय़िां हमारे बारे में क्या सोचेंगी? जो नेता लोग देश की आजादी करवाने वाले पुराने नेताओं को भूल रहे हैं, ऐसे लोग कभी अपना इतिहास देश में आने वाली पीढिय़ों के लिए बना ही नहीं पाएंगे।

 

Related Articles

Back to top button