राष्ट्रपति पद के लिए द्रौपदी मुर्मू का नामांकन, पीएम मोदी बने प्रस्तावक

  • द्रौपदी के नामांकन के दौरान एनडीए की नजर आई एकजुटता

लखनऊ। राष्टï्रपति पद के लिए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने आज नामांकन कर दिया है। वह एनडीए की उम्मीदवार है। इस दौरान पीएम मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह समेत बीजेपी के तमाम बड़े नेता मौजूद रहे। द्रौपदी मुर्मू के नामांकन में पीएम मोदी प्रस्तावक और राजनाथ सिंह अनुमोदक बने हैं। द्रोपदी मुर्मू के नामांकन के दौरान एनडीए की एकजुटता भी नजर आईं। इसके अलावा बीजेपी शासित प्रदेशों के सीएम भी मुर्मू के नामांकन में पहुंचे। इस दौरान जदयू, बीजद के नेता भी शामिल हुए। बीजद प्रमुख नवीन पटनायक और आंध्र के सीएम जगन मोहन रेड्ïडी द्रौपदी के समर्थन देने का ऐलान कर चुके हैं। द्रौपदी ने 4 सेट का नामांकन भरा। पहले सेट में पीएम मोदी प्रस्तावक और राजनाथ सिंह अनुमोदक हैं। इस सेट में बीजेपी संसदीय बोर्ड के सदस्य, केंद्रीय मंत्री और राज्य मंत्री हैं। इस सेट में अभी तक 60 प्रस्तावक का नाम है और 60 अनुमोदक का यानी इस तरह हर सेट में 120 नाम हैं। दूसरे सेट में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्ïडा प्रस्तावक हैं। इसमें भी प्रस्तावक के तौर पर 60 नाम हैं और 60 अनुमोदक हैं। इस सेट में योगी, हिमंता बिस्वा सरमा के अलावा बीजेपी शासित सभी एनडीए के मुख्यमंत्री प्रस्तावक हैं। तीसरा सेट हिमाचल और हरियाणा के विधायकों का है। वे ही प्रस्तावक और अनुमोदक हैं। चौथा सेट गुजरात के विधायकों का है। वे ही प्रस्तावक है और अनुमोदक हैं। बीजू जनता दल और वाईएसआर ने भी सेटों पर हस्ताक्षर किए हैं। 18 जुलाई को राष्टï्रपति चुनाव है। एनडीए ने द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाया है जबकि विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा चुनाव मैदान में हैं। द्रौपदी झारखंड की पहली महिला राज्यपाल भी रह चुकी हैं। 18 मई 2015 से 12 जुलाई 2021 तक झारखंड के राज्यपाल पद पर रहीं।

सपा प्रमुख ले रहे बैठक, यशवंत सिन्हा के समर्थन में लगी मुहर
एनडीए की राष्टï्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने जहां दिल्ली में नामांकन किया। वहीं लखनऊ में सपा मुखिया अखिलेश यादव बैठक ले रहे हैं। बताया जा रहा है उन्होंने यशवंत सिन्हा पर मुहर लगा दी है। कांग्रेस और सहयोगी दलों के राष्टï्रपति उम्मीदवार यशवंत पर सपा के सभी सांसद-विधायक समर्थन देने के लिए तैयार हैं। सपा कार्यालय में सपा सांसद-विधायकों ने सहमति प्रस्ताव पर सिग्नेचर किए। सपा के पास 111 विधायक हैं, जबकि गठबंधन में शामिल आरएलडी के आठ और सुभासपा के छह विधायक हैं। इस तरह सपा गठबंधन में कुल 125 विधायक हैं। 3-3 लोकसभा और राज्यसभा सांसद भी मौजूद रहे। शिवपाल सिंह यादव बैठक में शामिल नहीं हुए। आजम खान भी नहीं पहुंचे। बीते दिनों अखिलेश ने अयोध्या में ऐलान किया था कि ममता बनर्जी जिस उम्मीदवार को राष्ट्रपति पद के लिए उतारेंगी हम उसका पूरा समर्थन करेंगे।

निकाय चुनाव में पूरी ताकत से उतरने की तैयारी में आप

लखनऊ। आम आदमी पार्टी (आप) यूपी में संगठन को मजबूती देने के लिए तीन दिवसीय प्रदेश स्तरीय बैठक का आयोजन करने जा रही है। यूपी में इस वर्ष के अंत में होने वाले नगर-निकाय चुनाव में पार्टी पूरी ताकत के साथ उतरने की तैयारी कर रही है। यूपी के विधानसभा चुनाव में मिली हार से सबक लेकर और आगे मजबूती से मुकाबला करने के लिए पार्टी संगठन को मजबूत बनाने पर जोर दे रही है। आप के निवर्तमान प्रदेश प्रवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि आज पार्टी के पंचायत प्रकोष्ठ की बैठक है। इसमें प्रकोष्ठï संबंधित अपनी समस्या बताएंगे। वहीं शनिवार को यूथ विंग की और रविवार को स्टूडेंट वर्किंग की बैठक होगी। पंचायत प्रकोष्ठ के अध्यक्ष विनय पटेल, यूथ विंग के अध्यक्ष पंकज अवाना और स्टूडेंट विंग छात्र-युवा संघर्ष समिति के अध्यक्ष वंशराज दुबे के नेतृत्व में अलग-अलग बैठक आयोजित की जाएगी। संगठन को विस्तार देने के लिए नए पदाधिकारी चुने जाएंगे और बूथ स्तर तक पार्टी को मजबूत करने की रणनीति तैयार की जाएगी। बता दें कि कुछ दिन पूर्व आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी सांसद संजय सिंह ने कहा था कि यूपी में पार्टी 10 हजार तिरंगा शाखाएं शुरू की जाएंगी। छह माह में शाखाओं का गठन करेंगे। एक जुलाई से तिरंगा शाखा प्रमुख बनाने का काम शुरू होगा। पार्टी यूपी के सभी चेयरमैन व मेयर से लेकर वार्ड के पद पर मजबूती से चुनाव लड़ेगी। वहीं संगठन को मजबूत करने के लिए 30 घरों पर एक मोहल्ला प्रभारी बनाएगी। उन्होंने कहा था कि बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के बनाए संविधान व तिरंगे की आन बान शान के लिए प्रदेश में पार्टी तिरंगा शाखाओं का निर्माण करेगी।

मुझे ही बना दें महाराष्टï्र का सीएम : बृजभूषण

लखनऊ। कैंसरगंज से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला है। राहुल गांधी की मानसिकता है कि वो खुद को इस देश का समझते हैं और इस देश की संवैधानिकता तक को चैलेंज कर रहे हैं। जिस तरीके से ईडी ने उनको पूछताछ के लिए बुलाया था और उनके समर्थक सड़कों पर उतर आए। वो दश के संविधान को चैलेंज कर रहे हैं। उनको यह नहीं पता था कि एक दिन उनको ईडी बुलाएगी और उनको जाना पड़ेगा। बीजेपी सांसद ने अग्निपथ योजना की तारीफ की। उन्होंने कहा कि सबसे अच्छी योजना है। ऐसी मिलती-जुलती योजना इजराइल और रूस में चल रही है। फर्क इतना है कि यहां पर ट्रेनिंग के बाद पैसा देना पड़ता है, लेकिन वहां पर ट्रेनिंग के दौरान पैसा नहीं मिलता है। हर नागरिक को ट्रेनिंग लेना अनिवार्य है। जिस तरीके से एनसीसी के लिए लोग सिफारिश करते हैं। अगर इस योजना में पैसे की बात न होती तो लोग सिफारिश करते। अग्निपथ योजना के पीछे जो लोग विरोध कर रहे हैं। यह वही लोग हैं, जो किसान आंदोलन और शाहीन बाग में पीछे थे। सर्जिकल स्ट्राइक और कोरोना वैक्सीन पर सवालिया निशान खड़ा कर रहे थे। महाराष्टï्र में राजनीतिक उठापटक चल रही है। इस पर महाराष्टï्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इस सवाल पर कहा कि मैं गोंडा के नवाबगंज से क्या बता दूं कि कौन होगा। मैं तो चाहता हूं कि हम को ही मुख्यमंत्री बना दें।

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