लखीमपुर हिंसा मामले में चार अन्य आरोपियों की भी जमानत खारिज

  • मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा पर कोर्ट में सुनवाई जारी

लखनऊ। लखीमपुर खीरी में बीती तीन अक्टूबर को उपद्रव के बाद हिंसा में चार किसान सहित आठ लोगों की मौत के मामले में सभी आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद अब अदालती कार्यवाही जारी है। हिंसा के मुख्य आरोपित केंद्रीय मंत्री के पुत्र आशीष मिश्रा उर्फ मोनू की जमानत सुप्रीम कोर्ट से निरस्त होने के बाद इलाहाबाद हाई कोर्ट ने सोमवार को इस केस के चार आरोपितों की जमानत अर्जी को खारिज कर दिया है। लखनऊ खंडपीठ में मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू की जमानत पर आज दोबारा सुनवाई हो रही है। लखीमपुर खीरी के तिकुनियां में आठ लोगों की मौत के मामले में सत्र तथा जिला न्यायालय से जमानत की अर्जी खारिज होने के बाद आशीष मिश्रा के चार साथियों की जमानत अर्जी इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में लगाई गई। लखीमपुर हिंसा मामले में चार आरोपियों की जमानत अर्जी को आज इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने खारिज कर दिया। कोर्ट ने तिकुनिया हिंसा मामले के आरेापित अंकित दास, लवकुश, सुमित जायसवाल और शिशुपाल की जमानत याचिका खारिज कर दी। न्यायमूर्ति डीके सिंह ने इन चारों की याचिका को खारिज किया। खबर लिखे जाने तक बता दें कि लखनऊ बेंच में तीन बजे से तिकुनियां कांड के मुख्य आरोपित केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा मोनू की जमानत याचिका पर दोबारा सुनवाई होगी। इससे पहले इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने फरवरी में आशीष मिश्रा को जमानत दे दी थी, जिसका किसानों ने विरोध किया और सुप्रीम कोर्ट में इसका विरोध किया था। सुप्रीम कोर्ट ने आशीष मिश्रा मोनू की जमानत को खारिज कर उसको सरेंडर करने का निर्देश दिया था। आशीष मिश्रा मोनू ने सरेंडर किया और इन दिनों वो लखीमपुर खीरी जिला जेल में बंद है।

गोप ने मनाईर् महाराणा प्रताप की जयंती, प्रतिमा पर किया माल्यार्पण

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश महासचिव व पूर्व कैबिनेट मंत्री अरविंद कुमार सिंह गोप ने आज वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर प्रत्येक वर्ष की भांति इस बार भी लखनऊ में हुसैनगंज चौराहा पर स्थापित प्रतिमा पर माल्यार्पण कर समस्त देशवासियों को महाराणा प्रताप जयंती की बधाई व शुभकामनाएं दी। इस मौके पर गोप ने अपने संदेश में कहा कि महाराणा प्रतापजी का नाम इतिहास में वीरता, शौर्य, त्याग, पराक्रम और दृढ़ प्रण के लिए अमर है, उनकी शौर्यगाथा का वर्णन शब्दों में करना संभव नहीं। उन्होंने कहा क्षत्रिय जाति नहीं अपितु धर्म है, जो हमें ये सिखाता है कि हर संकट में आगे बढ़कर साहस के साथ हर लड़ाई लड़ने को तैयार रहिये। गोप ने कहा कि सपा सरकार में सपा प्रमुख अखिलेश यादव के नेतृत्व में हमने आज के इस गौरवशाली दिन पर अवकाश घोषित कर महाराणा प्रतापजी को सम्मान देने का काम किया था, किन्तु भाजपा सरकार बनने पर इस दिन का अवकाश रद्ïद कर दिया। उन्होंने कहा कि भविष्य में समाजवादी सरकार बनने पर हम फिर से महाराणा प्रताप जयंती पर अवकाश घोषित कर सम्मान देने का काम करेंगे। इस अवसर पर प्रदीप सिंह सहित भारी संख्या में लोग मौजूद थे।

भाजपा नेत्री अदिति सिंह के पति अंगद फिर कांग्रेस में शामिल

नई दिल्ली। पंजाब में नवांशहर के पूर्व विधायक और अंगद सिंह एक फिर कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए हैं। इसकी जानकारी खुद पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा ने ट्वीट करके दी है। अंगद सिंह रायबरेली सदर से भाजपा विधायक अदिति सिंह के पति हैं। अदिति पहले कांग्रेस में थी लेकिन वर्ष 2022 के यूपी चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गई थी। इसके बाद पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने उनकी टिकट काट दी थी। इसके बाद वह निर्दलीय चुनाव लड़े थे लेकिन हार का मुंह देखना पड़ा था। अंगद नवांशहर कौंसिल अध्यक्ष, जिला परिषद अध्यक्ष और सदस्यों व अन्य समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल किए गए। इस मौके पर अमरिंदर सिंह राजा के अलावा पंजाब कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भारत भूषण आशु भी मौजूद थे। ट्विटर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह ने लिखा कि आज मैं और भारत भूषण आशु अंगद सैनी का दोबारा कांग्रेस में स्वागत करने नवांशहर में उनके घर पहुंचे।

प्रत्येक कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ता को उचित मान-सम्मान देने में कमी नहीं रखी जाएगी। जबकि इससे पहले पंजाब विधानसभा चुनाव में टिकट काटे जाने पर अंगद सिंह ने आरोप लगाया था कि टिकट के बदले पार्टी उन पर पत्नी अदिति के खिलाफ इंटरनेट मीडिया पर अपशब्द लिखने का दबाव बना रही थी। जब उन्होंने इन्कार कर दिया तो उन्हें टिकट देने से इन्कार कर दिया गया। इसके बाद अंगद ने बगावत करते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरने का फैसला किया था। वह खुद तो नहीं जीते लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी को भी नहीं जीत पाया और बाजी डा। नछित्तर पाल के हाथ लगी जो पंजाब में बसपा के इकलौते विधायक हैं। वहीं अदिति सिंह ने यूपी कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी पर जानबूझकर उनके पति को परेशान करने का आरोप लगाया था।

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