4पीएम के फोटो जर्नलिस्ट सुमित की फोटो देशभर में हुई वायरल, पुलिस ने दी सफाई

  • बेरोजगारी के खिलाफ प्रदर्शन कर रही छात्रा से पुलिस की बर्बरता

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर बेरोजगारी के खिलाफ लखनऊ के युवा सडक़ पर निकल आए। हडक़ंप उस समय मच गया जब 4पीएम के फोटो जर्नलिस्ट सुमित की एक फोटो, जिसमें प्रदर्शन कर रही छात्रा को पुलिस ने अमानवीय तरीके से पकड़ा और उसके साथ अभद्र व्यवहार किया। यह फोटो चंद मिनटों में देशभर में वायरल हो गई। ट्वीटर पर फोटो पर सवाल-जवाबों की बाढ़ सी आ गई। इसके कुछ देर बाद पुलिस सफाई देती रहीं। मगर यूजर्स ने यूपी पुलिस का मजाक उड़ाया कि यह तो बहाने हैं, महिलाओं का यूपी पुलिस किस तरह सम्मान करती है यह फोटो में साफ है। यूपी पुलिस के लिए इस तरह का व्यवहार शर्मनाक है। लखनऊ विश्वविद्यालय पर हुए धरना-प्रदर्शन से संबंधित छात्रा की फोटो वायरल होने के बाद पुलिस कमिश्नरेट ने वाकायदा बयान जारी कर इस घटना पर खेद व्यक्त किया।

ट्वीटर पर यूजर्स बोले- बेहद शर्मनाक

  1. गुजरात के नेता जिगनेश मेवानी ट्वीट करते है कि बेरोजगारी के खिलाफ प्रदर्शन कर रही छात्रा के साथ पुरुष पुलिसकर्मी का यह बर्ताव बेहद शर्मनाक है। ऐसे पुलिसकर्मी को तुरंत सस्पेंड करें।
  2. इमरान प्रतापगढ़ी लिखते हैं कि छात्रों और युवाओं के प्रदर्शन को पुलिसिया जोर से कुचलने की कोशिश की गई। शर्मनाक तरीके से छात्रा से व्यवहार, बेहद चिंताजनक है।
  3. पूर्व विंग कमांडर अनुमा आचार्या का ट्वीट है कि आपके घर की महिला होती तो क्या ये स्पष्टïीकरण पर्याप्त था। इस पूरी घटना पर प्रमाण दें या जिम्मेदारी लें।
  4. रोहिनी सिंह लिखती है कि अंधभक्ति में चूर अगर आप बर्बरता को भी सही ठहराने लगे तो कल आपकी बेटी के साथ ये निर्लज्ज कानून व्यवस्था ऐसा करेगी।
  5. दानासारी अनसुइया नाम की महिला लिखती है कि यूपी पुलिस के लिए शर्मनाक है। क्या अब छात्राएं विरोध-प्रदर्शन भी न करें।

डीसीपी नार्थ की कारगुजारियां
4पीएम के अपराध संवाददाता ने ऐसे ही कई मामलों को लेकर जवाब मांगना शुरू किया तो डीसीपी नार्थ शालिनी ने मोबाईल और ट्वीटर पर ब्लॉक करके पीछा छुड़ा लिया लेकिन, हाल में आई तस्वीर ने डीसीपी नार्थ और उनके संरक्षण में पल रहे निर्लज्ज पुलिसकर्मियों से पर्दा उठा दिया।

कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रदर्शनकारियों को हटाना पड़ा। भीड़ अधिक होने के कारण प्रदर्शनकारियों के पहनावे व वेशभूषा के आधार पर महिला व पुरुष का भेद कर पाना मुश्किल हुआ। घटना पर पुलिस कमिश्नरेट ने खेद व्यक्त कर दिया है।
-पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ

पुलिस द्वारा माफी मांग ली गई है। मैंने क्षमा भी कर दिया है। पहनावे की वजह से ये भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई है।
-प्रदर्शनकारी महिला

लोहिया अस्पताल से सैंपल गायब स्टॉफ ने पीडि़त से की हाथापाई

  • कोविड सैंपल गायब होने की खबर से अस्पताल में हडक़ंप
  • 112 पर पुलिस को सूचना देकर पीडि़त ने खुद को बचाया

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। राजधानी के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में गोमती नगर से कोविड-19 की रिपोर्ट लेने पहुंचे राजेंद्र का मेडिकल स्टॉफ ने सैंपल खो दिया। सैंपल गायब होने की खबर से अस्पताल में हडक़ंप मच गया। पीडि़त ने जब इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से करने की बात कही तो वहां मौजूद स्टॉफ व तैनात कर्मचारी ने राजेंद्र से अभद्रता और हाथापाई की। पीडि़त ने पुलिस को 112 पर सूचना देकर किसी तरह खुद को बचाया।
दरअसल गोमतीनगर के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में विभवखंड के रहने वाले राजेंद्र अपने चाचा को लेकर राम मनोहर लोहिया कोविड-19 कराने पहुंचे थे। 16 सितंबर को जांच के लिए सैंपल दिया गया था। इसकी रिपोर्ट 24 घंटे बाद आनी थी। 17 सितंबर को जब राजेंद्र अस्पताल पहुंचे तो रिपोर्ट ना आने की बात कहकर मेडिकल स्टाफ ने टरका दिया और अगले दिन आने को कहा। जब पुन: वह 18 सितंबर की सुबह रिपोर्ट लेने पहुंचे तो मेडिकल स्टाफ ने लिए गए सैंपल गायब होने की जानकारी दी। पीडि़त ने खाली शीशी दिखाने की मांग की, स्टाफ उपलब्ध नहीं करा सका। राजेंद्र ने इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से कहने की बात कही। मौके पर तैनात मेडिकल स्टाफ ने राजेंद्र के साथ अभद्रता, गाली-गलौच और हाथापाई की। हैरान करने वाली बात यह है कि कोविड-19 जैसे संवेदनशील काउंटर पर आरोपी मेडिकल स्टाफ बिना मास्क के ड्यूटी करता नजर आया। इसकी फोटो भी मौके पर कैमरे में कैद हो गई। पूरे मामले को लेकर राजेंद्र मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से लिखित शिकायत की है।

सस्ता न्याय दिलाने के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट की वेबसाइट लॉन्च

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मध्यम आय वर्ग के लोगों को कानूनी सलाह सहित सस्ता व सुलभ न्याय दिलाने के लिए वेबसाइट लॉन्च की है। इसका नाम इलाहाबाद हाईकोर्ट मिडिल इनकम ग्रुप लीगल एड सोसाइटी है।
हाईकोर्ट ने सोसाइटी को सुप्रीम कोर्ट की योजना के एक भाग के रूप में लॉन्च किया है। जो मध्यम आय वर्ग के लोगों को पैनल अधिवक्ताओं के माध्यम से कानूनी सलाह-सहायता उपलब्ध करवाएगी। साथ ही आवश्यकता होने पर कोर्ट में उनका प्रतिनिधित्व भी करेगी। योगी सरकार ने कमजोर आय वर्ग, महिला, एससी-एसटी, दिव्यांगजन आदि को निश्शुल्क विधिक सहायता दे रही है। मध्यम आय वर्ग के लोगों के लिए हाई कोर्ट की तरफ से पहल शुरू की गई है। हाईकोर्ट की ओर से कहा गया है कि मध्यम आय वर्ग में उन्हीं को शामिल किया गया है, जिनकी कुल वार्षिक आय छह लाख व 12 लाख रुपये के बीच हैं। यही लोग इसकी सेवा पाने के लिए हकदार होंगे। यह लाभ हाईकोर्ट के अलावा मिडिएशन, कंसिलिएशन सेंटर व आर्बिट्रेशन मामलों में भी मिलेगा।

भ्रष्टïाचार और स्वास्थ्य सेवाओं में अनियमितता को लेकर सपा ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कोरोना काल में स्वास्थ्य सेवाओं में अनियमितता, भ्रष्टाचार और सरकारी उत्पीडऩ में वृद्धि, बेहाल किसान, बेरोजगारी और ध्वस्त कानून व्यवस्था के विरोध में आज समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम की अध्यक्षता में एक दल राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिला और उन्हें समस्याओं से संबंधित ज्ञापन सौंपा।

चचेरी बहन ने ही 4 साल के मासूम का कराया अपहरण

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। फर्रुखाबाद पुलिस को 4 साल के मासूम अभि के अपहरण में बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने मासूम को बरामद कर आरोपी चचेरी बहन, उसके प्रेमी और दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी डॉ अनिल कुमार ने बताया कि सभी आरोपी पुलिस गिरफ्त में है। दरअसल, कोतवाली फतेहगढ़ के नगला नैन निवासी पूर्व सैनिक चरन सिंह का 4 वर्षीय पुत्र अभि का अपहरण बीती आधी रात को हो गया था। पुलिस ने अभि को एटा से बरामद कर लिया। पुलिस ने अभि की चचेरी बहन नीतू निवासी धुमरी जैथरा, एटा से पूछताछ की तो मामले का खुलासा हुआ।

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