स्वरोजगार देने के लिए आईआईएम की ली जाए मदद: मुख्य सचिव

युवा उद्यमिता अभियान राज्य संचालन समिति की पहली बैठक

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने निर्देश दिए हैं कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमिता विकास अभियान (सीएम युवा) से युवाओं को जोडऩे के लिए आईआईएम लखनऊ की मदद ली जाए। मुख्य सचिव ने सीएम युवा उद्यमिता अभियान राज्य संचालन समिति की पहली बैठक में यह निर्देश दिया। मुख्य सचिव ने कहा कि प्रोजेक्ट तैयार करने, फिजिबिलिटी स्टडी और स्वरोजगार इकाइयों के लिए मॉडल तैयार करने, स्टडीज, नॉलेज बेस्ड इनपुट प्रदान करने के लिए आईआईएम लखनऊ का नॉलेज पार्टनर के रूप में सहयोग लिया जाए। युवाओं को स्वरोजगार से जोडऩे के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत ऋण देने और अन्य औपचारिकताएं पूरी कराने के साथ फीडबैक प्राप्त किया जाए। इसके लिए जिला प्रबंधन इकाई के गठन पर सैद्धांतिक सहमति प्रदान की गई, इसमें एक फाइनेंस एक्जीक्यूटिव और एक कंप्यूटर ऑपरेटर की तैनाती की जाएगी। उन्होंने कहा कि युवाओं को हर संभव मदद उपलब्ध कराई जाए और उनसे फीडबैक भी लिए जाएं। यह भी कहा कि विभिन्न विभागीय योजनाओं का क्रियान्वयन बिजनेस प्रोसेस रीइंजीनियरिंग की अवधारणा पर एकीकृत मानकों पर किया जाए। उद्यम स्थापित करने संबंधी सभी जानकारी एक ही स्थान पर (सिंगल विंडो) पर उपलब्ध कराई जाए। एंड टू एंड ऑनलाइन पारदर्शी व्यवस्था से समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित कराया जाए।

पत्रकार विक्रम जोशी को 25 लाख रु. की आर्थिक सहायता दी जाए: गोप

पूर्व मंत्री अरविंद सिंह ने पत्रकार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। पत्रकार विक्रम जोशी की मौत पर समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश महासचिव व पूर्व कैबिनेट मंत्री अरविंद कुमार सिंह गोप ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने सपा प्रमुख व राष्टï्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा समाजवादी पार्टी की तरफ से पीडि़त परिवार को 2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा पर आभार जताते हुए प्रदेश सरकार से मांग की है कि जोशी के परिवार को 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए।
इसके अलावा बच्चों की शिक्षा का पूरा खर्च उठाया जाए जब तक उनकी नौकरी न लग जाए। उन्होंने योगी सरकार द्वारा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की बात पर कहा कि इसे घोषणा नहीं, बल्कि जल्द ही उनकी पत्नी को नौकरी मुहैया कराया जाए। गौरतलब है कि गाजियाबाद के पत्रकार विक्रम जोशी ने अपनी भांजी से छेड़छाड़ की तहरीर पुलिस को दी थी। इसी तहरीर से नाराज अज्ञात बदमाशों ने उनके सिर में गोली मार दी थी। अस्पताल में इलाज के दौरान जोशी की मौत हो गई थी। पत्रकार विक्रम जोशी पर जानलेवा हमले के मामले में गाजियाबाद, दिल्ली सहित उत्तर प्रदेश के पत्रकारों में अब भी भारी रोष है।

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