सहयोग के बहाने किसी देश को घुटने टेकने पर मजबूर नहीं करता भारत: मोदी

  • मॉरिशस सुप्रीम कोर्ट की बिल्डिंग के उद्घाटन भाषण में ड्रैगन को दिखाया आईना
  • देशों की संप्रभुता और वैश्विक विविधता का सम्मान करता है भारत
  • किसी भी देश की विकास परियोजनाओं में नहीं रखते कोई शर्त
  • मदद को नहीं बनाते एजेंडा बल्कि सहयोग करने को समझते हैं सौभाग्य

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन का नाम लिए बिना हमला बोला। उन्होंने भारत की मदद से तैयार मॉरिशस सुप्रीम कोर्ट की बिल्डिंग के उद्घाटन भाषण में कहा कि भारत वह देश नहीं जो विकास परियोजनाओं के बहाने पड़ोसियों को जाल में फांसता है और फिर उसे घुटने टेकने पर मजबूर करता है।
पीएम मोदी ने कहा कि इतिहास ने सबक दिया है कि विकास भागीदारियों के नाम पर कई देशों को निर्भरता भागीदारियों के लिए मजबूर किया गया। इससे औपनेविशिक और साम्राज्यवादी शासन का आरंभ हुआ। इसने वैश्विकत ताकतों के अलग-अलग ब्लॉक बने। उन्होंने कहा कि भारत देशों की संप्रभुता और वैश्विक विविधता का सम्मान करता है। भारत की डेवलपमेंट पार्टनरशिप के केंद्र में सम्मान, विविधता, भविष्य का ख्याल और टिकाऊ विकास होता है। विकास में सहयोग के पीछे भारत का सबसे बड़ा मौलिक सिद्धांत दूसरे पार्टनर्स का सम्मान करना रहा है। यही हमारी प्रेरणा है। यही कारण है कि हम किसी देश में विकास परियोजनाओं के लिए कोई शर्त नहीं रखते हैं। भारत की डेवलेपमेंट पार्टनरशिप्स बहुआयामी हैं। वाणिज्य से संस्कृति तक, ऊर्जा से इंजीनियरिंग तक, स्वास्थ्य से आवास तक, आईटी से इन्फ्रास्ट्रक्चर तक, खेल से विज्ञान तक भारत पूरी दुनिया के देशों के साथ काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत किसी की मदद कर कोई एजेंडा नहीं चलता बल्कि इसे अपना सौभाग्य समझता है। भारत को न केवल आपके वर्तमान में मददगार बनकर गौरव की अनुभूति होती है बल्कि आपके युवाओं और अगली पीढ़ी के लिए बेहतर भविष्य के निर्माण में मदद करना भी अपना सौभाग्य समझता है। गौरतलब है कि चीन ने कई देशों को विकास के नाम पर अपने कर्ज जाल में फंसाया और फिर उन्हें अपनी शर्तें मानने को मजबूर कर रहा है। पाकिस्तान, श्रीलंका से लेकर अफ्रीका तक के कई मुल्क चीन की इस नीति का शिकार हो चुके हैं।

भारत-मॉरिशस की मित्रता ने तय की एक और मंजिल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की मदद से तैयार मॉरिशस के सुप्रीम कोर्ट की नई बिल्डिंग दोनों देशों के बीच विशेष मित्रता को दर्शाता है। भारत और मॉरिशस के बीच विशेष मित्रता ने एक और मंजिल तय की है। पोर्ट लुई में सुप्रीम कोर्ट का नया भवन दोनों देशों के आपसी सहयोग और मूल्यों की निशानी है। पीएम ने कहा कि कुछ महीने पहले ही भारत की मदद वाले मेट्रो प्रॉजेक्ट और एक अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस अस्पताल का संयुक्त उद्घाटन किया गया था। मुझे यह जानकर खुशी होती है कि दोनों परियोजनाएं मॉरिशस के लोगों के लिए उपयोगी साबित हुई हैं। मॉरिशस ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ प्रभावी कदम उठाया जिसमें भारत सहायता पहुंचाकर खुशी महसूस कर रहा है।

मॉरिशस के पीएम ने जताया आभार

पीएम नरेंद्र मोदी और मॉरिशस के पीएम प्रवींद्र जगन्नाथ ने आज मॉरिशस के नए सुप्रीम कोर्ट भवन का उद्घाटन किया। मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रवींद्र जगन्नाथ ने हिंदी में लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी का आभार जताया। उन्होंने कहा, मोदी जी, हमारा देश, हमारी जनता आपके समर्थन के लिए आभारी है। भवन का निर्णाण भारत सरकार द्वारा 2016 में मॉरीशस को दिए गए 35.3 करोड़ डॉलर के आर्थिक पैकेज से किया गया है।

अयोध्या: भूमि पूजन से पहले कोरोना की दस्तक, पुजारी प्रदीप दास संक्रमित

  • सुरक्षा में तैनात 16 पुलिसकर्मी भी आए चपेट में
  • पांच अगस्त को होना है राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन का कार्यक्रम

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
अयोध्या। राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन की तैयारियों के बीच कोरोना ने दस्तक दे दी है। राम जन्मभूमि के पुजारी प्रदीप दास कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। वह प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के शिष्य हैं। प्रदीप दास भी सत्येंद्र दास के साथ रामलला की पूजा करते हैं। वहीं राम जन्मभूमि की सुरक्षा में लगे 16 पुलिसकर्मी भी पॉजिटिव पाए गए हैं। इससे हडक़ंप मच गया है।
कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद पुजारी प्रदीप दास को होम क्वारंटाइन किया गया है। गौरतलब है कि 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अयोध्या आगमन है। पीएम मोदी राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ देश के तमाम गणमान्य भी उपस्थित रहेंगे। आयोजन को लेकर पूरी सतर्कता बरती जा रही है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रामभक्तों से अपील की है कि वह पांच अगस्त को अयोध्या न आएं और दूरदर्शन पर कार्यक्रम का प्रसारण देखें और शाम को अपने घर पर दीपक जलाकर इस दिव्य अवसर का स्वागत करें।

भारत-म्यांमार सीमा पर उग्रवादियों का हमला, तीन जवान शहीद, चार घायल

  • तलाशी अभियान के दौरान असम रायफल्स के जवानों पर किया गया हमला

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। भारत-म्यांमार सीमा पर तलाशी अभियान के दौरान उग्रवादी गुट पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के हमले में असम रायफल्स के तीन जवान शहीद हो गए जबकि चार जवान घायल हो गए। घायल जवानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल सेना सर्च ऑपरेशन चला रही है।
म्यांमार की सीमा से सटे मणिपुर के चंदेल जिले में स्थानीय उग्रवादियों द्वारा घात लगाकर हमला किया गया। इसे स्थानीय उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने अंजाम दिया। इसके पहले उग्रवादियों ने एक आईईडी विस्फोट किया और फिर सैनिकों पर गोलियां चलाईं। मौके पर अतिरिक्तफोर्स भेजी गई है। ये अलगाववादी संगठन चीन से नियमित रूप से वित्तीय सहायता और हथियार प्राप्त कर रहे हैं, जिससे उसे उत्तर-पूर्व में अपने नेटवर्क को बनाए रखने में मदद मिली है। भारतीय खुफिया एजेंसियों के अनुसार यह सहायता कई दशकों से सीमावर्ती क्षेत्र में निरंतर उग्रवाद को बढ़ावा दे रही है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button