संक्रमित के संपर्क में आए लोगों को चौबीस घंटे में खोजें: योगी

12 घंटे में करें कोरोना संदिग्ध मरीजों की जांच
स्वच्छता और सेनेटाइजेशन पर दें जोर

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। तमाम कवायदों के बावजूद उत्तर प्रदेश में कोरोना का संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को अपने सरकारी आवास से वीडियो कॉन्फे्रंसिंग के जरिए अधिक कोरोना संक्रमण वाले लखनऊ और कानपुर जिलों की समीक्षा की। सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार लोगों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कृत संकल्प है। लक्षण की दृष्टि से संदिग्ध पाए गए लोगों का 12 घंटे के अंदर एंटीजन टेस्ट हो जाना चाहिए। कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग तेजी से हो और कोविड पॉजिटिव रोगी के संपर्क में आए लोगों को चौबीस घंटे के अंदर ढूंढ लिया जाए।
मुख्यमंत्री ने डोर-टू-डोर सर्वे पूरी क्षमता से करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सर्वे टीम के साथ एक मेडिकल टेस्टिंग टीम भी लगाई जाए। इसके लिए कार्ययोजना बनाकर उसे लागू करें। योगी ने कहा कि केजीएमयू, एसजीपीजीआई समेत अन्य सरकारी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए बेड संख्या बढ़ाएं। इसी तरह निजी चिकित्सा संस्थानों में संचालित कोविड अस्पतालों में बेड बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन कार्ययोजना बनाकर उसे समय से लागू कराए। उन्होंने कहा कि कोरोना पर जीत हासिल करने के लिए जरूरी है कि इसके साथ युद्ध पूरी मजबूती से लड़ा जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्साधिकारी सुबह मेडिकल कॉलेज में जबकि शाम को इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में नियमित रूप से बैठक कर गहन समीक्षा करें। विभिन्न गतिविधियों में तेजी लाने के लिए अतिरिक्तमैन पावर की आवश्यकता का आंकलन करें और कार्मिकों की तैनाती करें। राज्य मुख्यालय स्तर पर एक डिजिटल प्लेटफॉर्म की व्यवस्था की जाए जो कोविड-19 के नियंत्रण के संबंध में सभी जिलों के डॉक्टरों से संवाद करे। सीएम ने कोविड व नान कोविड अस्पतालों में आक्सीजन के कम से कम 48 घंटे बैकअप का इंतजाम करने के निर्देश दिए। स्वच्छता और सेनेटाइजेशन के कार्य में और तत्परता बरती जाए।

डायलिसिस मशीन व वेंटिलेटर की करें व्यवस्था
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड अस्पतालों में डायलिसिस मशीन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। वहीं हेपेटाइटिस बी के मरीजों के लिए प्रत्येक जिले में अलग से डायलिसिस मशीन की व्यवस्था की जाए। कोविड अस्पतालों में वेंटिलेटर व हाई फ्लो नेजल कैन्युला (एचएफएनसी) की पर्याप्त व्यवस्था करें और इसे क्रियाशील रखें। इसकी रिपोर्ट भी शासन को भेजें।

अनुपस्थित कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह लगातार सरकारी कार्यालयों में निरीक्षण करें और कर्मचारियों की समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करें। वहीं ऐसे कर्मचारी जो कार्यालयों से गायब मिले उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। अधिकारी अधिक से अधिक निरीक्षण करें।

सात सितंबर से दौड़ेगी लखनऊ मेट्रो बुखार होने पर नहीं मिलेगा प्रवेश

स्मार्ट कार्ड या टोकन से कर सकते हैं सफर, सभी मेट्रो स्टेशनों पर मिलेंगे मास्क

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सात सितंबर से लखनऊ मेट्रो दौडऩा शुरू हो जाएगी। मेट्रो सुबह छह बजे से रात 10 बजे तक चलेगी। मेट्रो में ज्यादा सामान के साथ यात्रा की अनुमति नहीं मिलेगी। बुखार होने पर प्रवेश नहीं मिलेगा।
केंद्र सरकार की ओर से गाइडलाइन जारी करने के बाद उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन ने भी अपने दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। यूपी मेट्रो ने यात्रियों को आरोग्य सेतु ऐप मोबाइल में डाउन लोड करने की सलाह दी है लेकिन इसे अनिवार्य नहीं किया गया है जिनके पास मोबाइल फोन या स्मार्टफोन नहीं होगा उनके नाम व मोबाइल नंबर रजिस्टर में दर्ज किये जाएंगे। प्रवेश के समय सभी की थर्मल स्कैनिंग होगी। बुखार होने पर अन्दर प्रवेश नहीं मिलेगा। यूपी मेट्रो रेल कारपोरेशन ने लोगों से मेटल के कम से कम सामान लेकर चलने की अपील की है। हर मेट्रो स्टेशन पर दो गेट खुले रहेंगे। दोनों पर सेनेटाइजर रखा होगा। लोगों को सेनेटाइज करना अनिवार्य होगा। यात्रियों की सेफ्टी के लिए स्टेशन व ट्रेनें नियमित तौर पर सेनेटाइज होंगी। लोग स्मार्ट कार्ड व टोकेन से कॉन्टैक्ट लेस यात्रा कर सकेंगे। कोविड-19 को देखते हुए मेट्रो अपने स्टेशनों पर मास्क भी बेचेगा।

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