संक्रमण बढ़ रहा है, स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन लापरवाही न बरते: सीएम योगी

लखनऊ में 392 संक्रमित मिलने के बाद योगी ने अफसरों को किया तलब
डोर-टू-डोर सर्वे में कोताही न बरतने के दिए निर्देश

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने अपने आवास पर बैठक में सख्त लहजे में अफसरों से कहा कि प्रदेश व राजधानी में संक्रमण की रफ्तार तेज हो रही है। राजधानी में 392 संक्रमित मिले हैं। इसलिए इस पर लगाम लगाए।
मरीजों को हरसंभव मदद मुहैया कराएं। सीएम योगी ने स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा विभाग, जिला प्रशासन सहित शासन के वरिष्ठ अधिकारियों को तलब करते हुए संक्रमण की रोकथाम और इलाज की व्यवस्थाओं की जानकारी ली। दो टूक कहा कि इस महामारी में गलतियों के लिए कोई स्थान न हो। उन्होंने एसजीपीजीआई के निदेशक को इलाज की एसओपी तैयार करने को कहा है। सीएम ने कहा कि कोविड-19 के संबंध में स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन किसी भी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही न बरतें। लखनऊ जिला स्तर पर संक्रमण की दर को रोकने के लिए कांटैक्ट ट्रेसिंग हर हाल में की जाए। डोर-टू-डोर सर्वे में कोई कोताही न हो। जरूरत के अनुसार मानव संसाधन तत्काल उपलब्ध कराया जाए।

संक्रमण के नियंत्रण पर विशेष ध्यान देने की जरूरत

मुख्यमंत्री योगी ने सिविल, लोकबंधु, बलरामपुर और डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल के प्रभारी चिकित्सकों से स्थिति की जानकारी ली। एसजीपीजीआई के निदेशक को डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान का भ्रमण करने और आरएमएल, सिविल, लोकबंधु, बलरामपुर के प्रभारियों के साथ बैठक कर कोविड-19 के उपचार के लिए एक एसओपी विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लखनऊ के मंडलायुक्त, जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्साधिकारी इस बैठक में शामिल हों। फिर उस एसओपी को पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लखनऊ में प्रदेश के हर जिले से लोग इलाज के लिए आते हैं। वर्षा ऋ तु में संक्रमण के नियंत्रण पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन को सजगता व सतर्कता के साथ काम करना होगा। पुलिस-प्रशासन लखनऊ के सभी 110 वार्डों में पब्लिक एड्रेस सिस्टम से मास्क, शारीरिक दूरी, साफ-सफाई आदि के लिए जागरूक करे। प्रवर्तन की कार्रवाई भी मजबूती से करें।

मुख्य सचिव फौरन नियुक्त करें डीजी हेल्थ : मुख्यमंत्री

प्रदेश में महानिदेशक स्वास्थ्य का पद अभी खाली चल रहा है। अन्य अधिकारी को कार्यवाहक के रूप में जिम्मेदारी दी गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य सचिव आरके तिवारी को निर्देश दिए कि महानिदेशक स्वास्थ्य की तुरंत नियुक्ति करें। इसके अलावा सीएम ने यह भी कहा कि जिला प्रशासन डोर-टू-डोर सर्वे के लिए आशा वर्कर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहित अन्य की सेवाएं ले। जरूरत के अनुसार नई एंबुलेंस खरीदें या निजी एंबुलेंस की सेवाएं लें। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और नॄसग एसोसिएशन के साथ जिला प्रशासन की हर सप्ताह बैठक होनी चाहिए। पेट्रोल पंप और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में भी मास्क या फेस कवर ग्राहकों के लिए अनिवार्य हो। उन्होंने कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति को होम आइसोलेशन में रखने पर विचार करने के लिए भी कहा।

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