विकास जैसे गैंगस्टर भानू दुबे को 17 साल बाद भी नहीं तलाश सकी पुलिस

  • 2006 में चलती ट्रेन में भानू ने तीन पुलिसकर्मियों की कर दी थी निर्मम हत्या
  • पचास हजार का इनामी बदमाश है, भागा था पुलिस कस्टडी से

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाला विकास दुबे जैसा ही एक अन्य गैंगस्टर भानू दुबे भी है, जो सत्रह साल से गायब है। 2006 में चलती ट्रेन में तीन पुलिसवालों की निर्मम हत्या कर फरार भानू दुबे को अब तक पुलिस नहीं पकड़ पाई है। अप्रैल 2017 में एडवोकेट धनन्जय मिश्रा की हत्या का मुख्य आरोपी भी है।
भानु दुबे पचास हजार का इनामी बदमाश है। कोर्ट में पेशी के दौरान दुबे पुलिस अभिरक्षा से फरार हो गया, जो आज तक गायब है। पुलिस उसे अब भी ढूढ़ रही है। मगर वो कहां है, इसकी भनक आज तक नहीं लगी। बीते 3 अक्टूबर 2019 को हत्या और रंगदारी मांगने के मामले वांछित चल रहे बदमाश राहुल तिवारी को मंगलवार रात मुठभेड़ के बाद पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वह भानू दुबे का शूटर था और उसके साथ ही रंगदारी, हत्या और लूट जैसी आपराधिक घटनाओं को अंजाम भी दे चुका है आपराधिक लिस्ट में भानू दुबे जिला प्रतापगढ़ के लालगंज थाना क्षेत्र के सांगीपुर का रहने वाला है। सांगीपुर में उसके नाम से लोग आज भी अवैध वसूली और कब्जा करते हैं। पुलिस सूत्रों का कहना है वह रात के अंधेरे में कई बार अपने परिवारीजनों से मिलने आया। सूचना पर पुलिस भी पहुंची मगर मौके से हर बार वह भाग जाता है। बता दें कि कानपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर भागे गैंगस्टर विकास दुबे पर पांच लाख का इनाम है और अब तक वह पुलिस पकड़ से बाहर है।

पुलिस बोली, पता नहीं जिंदा है या नहीं
प्रतापगढ़ थाना लालगंज के प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि गैंगस्टर भानू दुबे पुलिस गिरफ्त से बाहर है। वहीं सुरेश सिंह नाम का एक इनामी बदमाश भी लगभग 15 साल से लापता है। दोनों जिंदा है या नहीं, इसकी भी जानकारी नहीं है। वहीं भानू दुबे के बारे में प्रतापगढ़ पुलिस का कहना है उस पर 25 हजार का इनाम है जबकि भानू पर इनाम पचास हजार है। वहीं जब अन्य कुख्यात अपराधियों के बारे में पूछा गया तो भी प्रतापगढ़ पुलिस नहीं बता सकी कि कितने बदमाश उनकी लिस्ट में हैं।


लोहिया संस्थान में महिला डॉक्टर से छेड़छाड़ मामले में डॉक्टर सस्पेंड

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। लोहिया संस्थान में जूनियर से अभद्रता करने के मामले में एनस्थीसिया विभाग के सीनियर रेजीडेंट को निलंबित कर दिया गया है। संस्थान ने मामले की जांच आंतरिक कमेटी को सौंप दी है। संस्थान की जूनियर रेजीडेंट ने सीनियर पर अभद्रता का आरोप लगाकर विभूतिखंड थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
आरोप है कि डॉक्टर केबिन में जबरदस्ती घुस गया था। विरोध करने पर आरोपित ने डॉक्टर के साथ छेड़छाड़ की। महिला डॉक्टर के पति ने विभूतिखंड थाने में मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दी थी। प्रवक्ता डॉ. श्रीकेश सिंह के मुताबिक, मामले की जांच कराई जा रही है। साथ ही संस्थान की विशाखा कमेटी भी मामले की जांच कर रही है। फिलहाल आरोपित एनस्थीसिया विभाग के रेजीडेंट को निलंबित कर दिया गया है।


डीएम ने दिए सरोजनीनगर हज हाउस को कोविड सेंटर में बदलने के आदेश


जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने लगाए गए बेड की गुणवत्ता भी जांची

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश आज अचानक सरोजनी नगर स्थित हज हाउस का निरीक्षण करने पहुंच गए। उन्होंने वहां हॉल, सेपरेट रूम, कॉरिडोर आदि का निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने वहां लगाए गए बेड की गुणवत्ता भी जांची।
राजधानी में कोविड रोगियों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए डीएम ने हज हाउस को कोविड केयर सेंटर के रूप में तब्दील करने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि हज हाउस में एक हफ्ते के अन्दर अलग-अलग हॉल में 1000 बेड लगवा दिए जाए। आगामी 2 दिन के अंदर पूरे परिसर की समुचित सफाई कराए जाने के लिए जोनल अधिकारी नगर निगम को निर्देशित भी किया। उन्होंने कहा कि प्रोटोकॉल के अनुसार तय की गई दूरी पर ही बेड लगवाए जाए। रोगियों को तीनों समय समुचित पौष्टिक आहार मुहैया कराया जाए एवं उनकी समुचित देखभाल की जाए। डीएम ने सेंटर को नियमित सेनेटाइजेशन और साफ-सफाई रखने के लिए भी कहा है। इस मौके पर उनके साथ उपजिलाधिकारी प्रफुल्ल त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।


आगरा में बड़ा हादसा


हाईवे किनारे सो रहे मजदूरों पर चढ़ा कंटेनर, 6 की मौत
कंटेनर चालक व क्लीनर के खिलाफ हत्या का केस दर्पी

4एम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। आगरा-दिल्ली हाईवे पर गुरुद्वारा गुरु का ताल के पास देर रात भीषण हादसा हुआ। आगरा से गुरुग्राम की तरफ जा रहा खाली कंटेनर हाईवे किनारे सो रहे सात मजदूरों पर चढ़ गया। पांच ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। एक की इलाज के दौरान मौत हो गई, वहीं बचे एक घायल की हालत गंभीर है। लोगों की सूचना पर आरोपित कंटेनर चालक को पुलिस ने क्लीनर सहित दबोच लिया है। दोनों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।
दिल दहला देने वाला यह हादसा रात ढाई बजे हुआ। मैनपुरी के किशनी क्षेत्र के डांडिया गांव निवासी चालक मुनेश और क्लीनर सिंटू खाली कंटेनर लेकर मैनपुरी से गुरुग्राम जा रहे थे। गुरु का ताल गुरुद्वारा कट को पार करते ही सड़क में मामूली घुमाव है। इस मोड़ पर कंटेनर अनियंत्रित हो गया। हाईवे से करीब दस फीट बायीं ओर नाला है। जो पटा हुआ है। ढके हुए नाले से करीब 25 फीट आगे शू शॉप के सामने सात मजदूर सो रहे थे। कंटेनर अनियंत्रित होकर वहां सो रहे श्रमिकों के ऊपर चढ़ गया। इससे सभी हादसे का शिकार हो गए। लोगों की सूचना पर सिकंदरा चौराहे पर पुलिस ने कंटेनर को रोक लिया। चालक-क्लीनर गिरफ्तार कर लिए। घायलों में से शाहगंज के भोगीपुरा निवासी सुनील ने इलाज के दौरान आज सुबह दम तोड़ दिया। जबकि दूसरे घायल जगदीशपुरा के गढ़ी भदौरिया निवासी नितिन शर्मा का इलाज चल रहा है। उसकी भी हालत गंभीर है। पांच मृतकों की अभी शिनाख्त नहीं हो सकी है। दुर्घटनास्थल पर ही दो अन्य युवक भी थे। वो हादसे से बाल-बाल बचे। इंस्पेक्टर सिकंदरा अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि हादसे का शिकार हुए लोग गुरुद्वारे में खाना खाने के बाद दुकानों के सामने सो जाते थे। ये स्थानीय ही बताए जा रहे हैं। सभी की शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।


सामाजिक परिवर्तन के प्रति चंद्रशेखर की प्रतिबद्घता स्मरणीय: यशवंत


पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर की 13वीं पुण्यतिथि मनाई

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर की 13वीं पुण्यतिथि शहरभर में मनाई गई। इस अवसर पर विधायक चंद्रशेखर सिंह ने उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्घांजलि दी। इसके बाद लोकतंत्र सेनानी कल्याण समिति के संरक्षक व विधान परिषद सदस्य यशवंत सिंह ने कहा कि इस पुण्यतिथि पर चीन निर्मित सामग्री का मैं बहिष्कार करता हूं।
उन्होंने कहा कि चन्द्रशेखर ने हमेशा लोगों की समस्याओं को लेकर संघर्ष किया। अपने बगावती तेवर के चलते उन्होंने देश के सामने अपने तरह की अलग राजनीति प्रस्तुत की, जो सामाजिक परिवर्तन के प्रति उनकी प्रतिबद्घता सदैव स्मरणीय रहेगी। चंद्रशेखर नवम्बर 1990 से जून 1991 के बीच भारत के प्रधानमंत्री रहे।


बैठक
पार्टी मुख्यालय में आज कांग्रेस सेवा दल की बैठक हुई। बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष डॉ. प्रमोद कुमार पांडेय ने कहा कि यूपी सरकार का अपराधियों पर कोई नियंत्रण नहीं है। मोस्ट वांटेड विकास दुबे जैसे अपराधी को पकड़ न पाना इस बात का सबूत है।

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