लापरवाही: लाखों खर्च पर नहीं बना गुलाला घाट पर विद्युत शवदाह गृह

कोरोना से मरने वालों की संख्या बढऩे से बैकुंठधाम पर बढ़ा लोड
लखनऊ समेत आस-पास के जिलों से आने वाले शवों का होता है दाह संस्कार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। प्रदेश में सरकारी लापरवाही का एक और मामला सामने आया है। लाखों रुपये खर्च करने और दो साल बीतने के बाद भी गुलाला घाट पर विद्युत शवदाह गृह के निर्माण का कार्य पूरा नहीं हो सका है जबकि नगर निगम ने इसका निर्माण एक साल के भीतर कराने का दावा किया था। वहीं कोरोना काल में मरने वालों की संख्या में वृद्धि होने के कारण राजधानी के शवदाह गृह बैंकुठधाम में शवों की कतार बढऩे से दाह संस्कार का लोड बढ़ गया है। एक ही विद्युत शवदाह गृह होने के कारण लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है।


गुलाला घाट पर शवदाह गृह के निर्माण के लिए दो साल पहले 14वें वित्त आयोग के तहत बजट पास किया गया था। अब तक शवदाह गृह के निर्माण पर करीब 75 लाख खर्च हो चुके हैं लेकिन यह बनकर तैयार नहीं हो सका है। दो साल बाद भी यह आधा-अधूरा बनकर तैयार हुआ है। वहीं कोरोना संक्रमण के चलते मृतकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इसके कारण बैकुंठ धाम स्थित इकलौते विद्युत शवदाह गृह पर इसका लोड बढ़ गया है। यहां लखनऊ सहित यूपी में कई जगह से आने वालों के शवों का दाह संस्कार किया जा रहा है। यहां दो लोग शव का दाहसंस्कार करने का काम करते हैं जो कि संविदा पर कार्यरत हैं। उनको भी समय से सैलरी नहीं दी जा रही है जबकि दाहसंस्कार करने वालों को 600 रूपये प्रति शव के हिसाब से भुगतान का भी वादा किया गया था। गुलाला घाट में विद्युत शवदाह नहीं बनने के कारण कोविड संक्रमित शव के अंतिम संस्कार के लिए लोगों दाह संस्कार के लिए काफी दूर तक आना पड़ता है। वहीं संक्रमित शवों का लोग विद्युत शवदाह गृह में दाह संस्कार कराना चाहते हैं।

दो साल पहले पास हुआ था प्रस्ताव

नगर निगम ने दो नए विद्युत शवदाह गृह का प्रस्ताव शासन को भेजा था। इनमें से एक बैकुंठ धाम तो दूसरा गुलाला घाट पर बनवाने की जरूरत बताई गई थी। शासन से इस प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी थी। 14 नवंबर 2018 को तत्कालीन मंडलायुक्त ने भी इस पर अपनी स्वीकृति दे दी थी। मंजूरी मिलने के बाद नगर निगम ने शुरूआती प्रक्रिया तेज की लेकिन बाद में इसका निर्माण बेहद धीमी गति से किया जाने लगा।

बैंकुठधाम में विद्युत शवदाह गृह की हालत खराब
बैकुंठ धाम में करीब 30 साल पहले पर्यावरण संरक्षण के लिए विद्युत शवदाह गृह बनाया गया था। मौजूदा समय इसकी मशीन काफी जर्जर हो गई है। इसी कारण अक्सर खराब भी रहती है।

गुलाला घाट पर बन रहे विद्युत शवदाह गृह का 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है। अन्य कार्य जल्द पूरे कराए जाएंगे। इसे जल्द से जल्द शुरू किया जाएगा।
अमित कुमार, अपर नगर आयुक्त

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