रजनीगंधा ने कहा, पीएम केयर फंड में दिए दस करोड़ तो प्रधानमंत्री मोदी के निर्वाचन क्षेत्र में लग गया प्रतिबंध

  • पीएमओ तक पहुंचा पान मसाला कंपनी रजनीगंधा का मामला

  • वाराणसी में लगा पान मसाले पर प्रतिबंध, बड़ा सवाल पूरे यूपी में क्यों नहीं

  • वाराणसी के डीएम कौशलराज शर्मा ने लगाया एक माह का बैन

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। देश व प्रदेश में कोरोना लगातार बढ़ता जा रहा है। हम दुनिया में तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। उत्तर प्रदेश देश में पांचवें स्थान पर पहुंच गया है। यूपी में मौतों की बढ़ती संख्या के बीच अभी भी सरकार पान मसाले पर प्रतिबंध नहीं लगा रही है। 4पीएम के संपादक संजय शर्मा की जनहित याचिका पर देश की बड़ी पान मसाला कंपनी रजनीगंधा ने हाईकोर्ट में शपथ पत्र लगाकर कहा कि उन्होंने पीएम केयर फंड में दस करोड़ रुपया दिया है। देश-विदेश की बड़ी मीडिया में पीएम केयर फंड में दिए गए इन रुपयों की चर्चा होने के बाद मामला पीएमओ तक पहुंचा जिसके बाद पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के डीएम कौशलराज शर्मा ने एक महीने के लिए बनारस में पान मसाला बेचने और खाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। बड़ा सवाल यह है कि जब पीएम के निर्वाचन क्षेत्र में पान मसाले पर प्रतिबंध लग सकता है तो पूरे उत्तर प्रदेश में यह प्रतिबंध क्यों नहीं लग सकता है? इलाहाबाद हाईकोर्ट में इस मामले में दायर जनहित याचिका पर कल सुनवाई होनी है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने उस समय पान मसाला पर प्रतिबंध लगाया था जब प्रदेश में पचास से भी कम कोरोना मरीज थे मगर अब मरीजों की संख्या करीब 29 हजार हो गई है और खुलेआम पान मसाला खाकर जगह-जगह थूका जा रहा है। डब्ल्यूएचओ ने भी कहा कि थूकने से कोरोना फैलता है मगर पान मसाला कंपनियों के दबाव में सरकार को इस बात की कोई चिंता नहीं नजर आ रही है। पीएम के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में पान मसाले पर प्रतिबंध लगाकर डीएम कौशलराज शर्मा ने एक अच्छी मिसाल पेश की है। स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें रिपोर्ट दी थी कि पान मसाला खाकर थूकने से कोरोना फैल रहा है। इस आधार पर उन्होंने यह कार्रवाई की। गौरतलब है कि पान मसाले पर प्रतिबंध लगाने की मांग वाली याचिका इलाहाबाद हाईकोर्ट में दायर की गई है। हैरानी की बात यह है कि 12 जून को जब इस पर सुनवाई की प्रक्रिया शुरू की गई तो देश की सबसे बड़ी पान मसाला कंपनी रजनीगंधा ने इस याचिका में स्वंय को पक्षकार बनाने की अपील कोर्ट से की थी। रजनीगंधा ने अपनी याचिका में यह लिखते हुए पान मसाला का समर्थन किया कि उन्होंने पीएम फंड में कोरोना से लड़ाई के लिये दस करोड़ रूपये दिये हैं साथ ही अन्य कोरोना वॉरियर को भी उन्होंने दस करोड़ दिये हैं। उल्लेखनीय है कोरोना की समस्या शुरू होते ही प्रदेश सरकार ने पान मसाला के निर्माण और विक्रय पर रोक लगा दी थी। पान मसाला कंपनियां यूपी में हजारों करोड़ का कारोबार करती हंै। इस धंधे में सबसे ज्यादा काली कमायी होती है। लॉकडाउन की अवधि में कंपनियों का सारा माल बिक गया तो सरकार से पान मसाला खाने और बेचने की अनुमति देने की तरकीबें निकाली जाने लगीं और अप्रत्याशित रूप से अचानक सरकार ने पान मसाले पर लगी रोक हटा दी। यह रोक तब हटायी गयी जब यूपी में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही थी।

4पीएम के संपादक संजय शर्मा ने पान मसाला पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की उठाई मांग

  • इलाहाबाद हाईकोर्ट में दायर की है जनहित याचिका

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। 25 मार्च को सरकार ने जनहित में आदेश दिया था कि पान मसाला खाकर थूकने से कोरोना फैल सकता है मगर सवा महीने बाद ही यह जनहित कहीं पीछे चला गया और सरकार ने पान मसाला के उत्पादन, वितरण और बिक्री के आदेश जारी कर दिये। इस पर 4 पीएम के संपादक संजय शर्मा ने सरकार को प्रत्यावेदन भेजा कि कोरोना काल में पान मसाला खाकर थूकने से इस बीमारी के बहुत ज़्यादा फैलने की आशंका है। कोई जवाब न मिलने पर उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। इस मामले पर कल सुनवाई होनी है। इलाहाबाद उच्च न्यायालय में दायर जनहित याचिका में 4पीएम के संपादक संजय शर्मा ने कहा कि पान मसाला के उत्पादन, वितरण और बिक्री की अनुमति देने वाली सरकार के 6 मई के आदेश केंद्र सरकार द्वारा जारी मानक संचालन प्रोटोकॉल की भावना के खिलाफ है। याचिकाकर्ता ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान सहित तंबाकू के उपयोग और थूकने पर रोक लगाने के लिए कहा है। सार्वजनिक स्थानों पर थूकना कोरोना वायरस के प्रसार को बढ़ा सकता है। याचिका में कहा गया है कि 25 मार्च, 2020 को उत्तर प्रदेश सरकार ने पान मसाला के इस्तेमाल और सार्वजनिक थूकने पर चिंता जताते हुए पान मसाला के निर्माण, वितरण और बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिससे महामारी फैल सकती है। याचिका में कहा गया कि कोरोना के बढ़ते प्रसार के बावजूद पान मसाला पर से प्रतिबंध हटा लिया गया। उत्तर प्रदेश सरकार के आयुक्त, खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन ने 6 मई के आदेश से प्रतिबंध को वापस ले लिया है। याचिकाकर्ता और 4पीएम के संपादक संजय शर्मा ने सवाल उठाया कि आयुक्त, खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन इस नतीजे पर कैसे पहुंचे कि पान मसाला से कोरोना का प्रसार नहीं बढ़ेगा। यह स्थिति डरावनी है लिहाजा यह आदेश राज्य के नागरिकों के जीवन के लिए खतरा उत्पन्न करता है।

शिल्पा शेट्टी से पूछताछ कर सकती है लखनऊ पुलिस, हजरतगंज में दर्ज मुकदमे में आया नाम

  • आयोसिस की एमडी किरण बावा पर शिल्पा के नाम पर करोड़ों की ठगी करने का आरोप
  • मिदासदीप इंटरप्राइजेज के रोहितवीर सिंह ने दर्ज कराया मुकदमा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। यूपी की लखनऊ पुलिस मशहूर अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी से पूछताछ कर सकती है। शिल्पा के नाम पर करोड़ों की ठगी का आरोप लगाते हुए मिदासदीप इंटरप्राइजेज के संचालक व पार्टनर रोहितवीर सिंह ने हजरतगंज कोतवाली में आयोसिस कंपनी की एमडी किरण बावा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है। इस मामले में छह लोगों को नामजद किया गया है। पुलिस किरण बावा को नोटिस जारी करेगी।
रोहितवीर का आरोप है कि आयोसिस की एमडी किरण बावा ने शिल्पा को आयोसिस कंपनी का डायरेक्टर व ब्रांड एम्बेस्डर बताकर कंपनी की फ्रेंचाइजी व निवेश शुल्क के नाम से उनसे व कई अन्य लोगों के साथ करोड़ों की ठगी की है। उनसे सादे पन्ने पर हस्ताक्षर करा लिए। शिकायत पर उन्हें धमकाया गया और उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करवा दिया गया।
डिटेल रिपोर्ट हमारे यू ट्यूब चैनल 4 क्करू हृद्ग2ह्य हृद्गह्ल2शह्म्द्म पर देखें।

अरनव इंटरप्राइजेज की ज्योत्सना ने भी दर्ज कराई रिपोर्ट

अरनव इंटरप्राइजेज की प्रोपराइटर ज्योत्सना चौहान ने आयोसिस कंपनी के विनय भसीन समेत कई लोगों पर धोखाधड़ी का मुकदमा विभूतिखंड थाने में दर्ज कराया है। ज्योत्सना ने बताया कि इन लोगों ने वेलनेस सेंटर खोलने के नाम पर उनसे 1.36 करोड़ की ठगी की। बीते 19 जून को एफआईआर दर्ज करवाई गई थी।

कानपुर के संरक्षण गृह में लड़कियों के कोरोना संक्रमित होने का सुप्रीम कोर्ट ने लिया संज्ञान यूपी सरकार से तलब की रिपोर्ट

  • अगली सुनवाई 13 जुलाई को, अधिवक्ता गौरव अग्रवाल को नियुक्त किया एमिकस क्यूरी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कानपुर शेल्टर होम में 50 से अधिक लड़कियों के कोरोना पॉजिटिव मिलने के मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने मीडिया रिपोर्ट के आधार पर मामले में स्वत: संज्ञान लिया है। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने पूरे मसले पर यूपी सरकार से स्टेटस रिपोर्ट तलब की है। मामले की सुनवाई 13 जुलाई को होगी। कोर्ट ने शेल्टर होम में कोरोना से बच्चों की सुरक्षा से संबंधित इस मामले की सुनवाई के दौरान वकील गौरव अग्रवाल को एमिकस क्यूरी नियुक्त किया।

नई ऊर्जा के साथ काम पर लौटे पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय

  • ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल डाउन होने पर थे बेड रेस्ट पर

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने आज नई ऊर्जा के साथ कार्यभार संभाल लिया । वह ब्लड प्रेशर व शुगर लेवल डाउन होने के कारण पिछले एक सप्ताह से बेड रेस्ट पर थे । बीते शनिवार को पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय स्मार्ट सिटी की अहम बैठक में अचानक अस्वस्थ हो गए थे। आनन-फानन में उन्हें मेदांता हॉस्पिटल ले जाया गया था। उनकी कोरोना रिपोर्ट भी नेगेटिव आई थी। बिना रुके लम्बे समय तक काम करने से उनकी तबियत बिगड़ गई थी। उन्हें मेदांता के डॉक्टर राकेश कपूर ने बेड रेस्ट करने की सलाह दी थी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button