यह है 4पीएम की खबर का असर, छपने के चौबीस घंटे के भीतर हटा दिये गये अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता

4पीएम ने उठाया था सवाल, क्यों नहीं हटाया गया बलात्कार के आरोपी अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता को
राज्यपाल ने दी मंजूरी, इलाहाबाद हाईकोर्ट के लखनऊ खंडपीठ में थे तैनात

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। 4पीएम में बलात्कार के आरोपी अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता की खबर प्रकाशित होने के बाद सरकार में हड़कंप मच गया। सरकार ने आनन-फानन में बैठक बुलाई और खबर प्रकाशित होने के चौबीस घंटे के भीतर अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता शैलेंद्र सिंह चौहान को राज्यपाल की मंजूरी के बाद पद से हटाने का आदेश जारी कर दिया। शैलेंद्र सिंह चौहान इलाहाबाद हाईकोर्ट के लखनऊ खंडपीठ में तैनात थे।
4पीएम ने 6 अगस्त 2020 के अपने अंक में जिसको सौंपी कानून की रखवाली वही बन गया बलात्कार का आरोपी पर नहीं हटाया सरकार ने, सुप्रीम कोर्ट ने खारिज किया स्टे, शीर्षक से खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। साथ ही सवाल उठाया था कि जब अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता शैलेंद्र सिंह चौहान पर दिल्ली की एक एडवोकेट ने बलात्कार का आरोप लगाया और गोमती नगर के विभूति खंड पुलिस स्टेशन में धारा 328, धारा 354 ए और धारा 376 (बलात्कार) के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई तो भी सरकार ने इनको पद से क्यों नहीं हटाया। खबर के प्रकाशित होने के बाद सरकार में हड़कंप मच गया और आज विशेष सचिव राकेश कुमार शुक्ला ने राज्यपाल की मंजूरी के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट के लखनऊ खंडपीठ में राज्य सरकार की पैरवी के लिए नियुक्त अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता शैलेंद्र सिंह चौहान को हटाए जाने का आदेश जारी कर दिया।
सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था स्टे
सुप्रीम कोर्ट ने कल इलाहाबाद हाईकोर्ट के उस आदेश पर रोक लगा दी थी, जिसमें उसने दिल्ली की एक युवा वकील द्वारा अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता शैलेंद्र सिंह चौहान के खिलाफ दर्ज बलात्कार के मामले में गिरफ्तार करने से उत्तर प्रदेश पुलिस को रोक दिया था। न्यायमूर्ति आरएफ नरीमन और न्यायमूर्ति नवीन सिन्हा की खंडपीठ ने हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ एक एसएलपी पर सुनवाई करते हुए यह आदेश पारित किया था। पिछले सप्ताह उच्च न्यायालय ने शैलेन्द्र सिंह चौहान को गिरफ्तारी से अंतरिम राहत दी थी।

सपा के दांव से भाजपा परेशान : दुनिया की सबसे ऊंची परशुराम की प्रतिमा लगने जा रही लखनऊ में

भाजपा से नाराज ब्राह्मïणों को अपने पाले में करने को सपा ने बनायी रणनीति
सपा नेता अभिषेक मिश्रा ने संभाली कमान, ब्राह्मïणों को एकजुट करने में जुटे
ट्रस्ट बनाकर शुरू किया अभियान, लगातार हो रहे उत्पीडऩ से परेशान है ब्राह्मïण समाज

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। भाजपा से नाराज ब्राह्मïणों को अपने पाले में करने के लिये समाजवादी पार्टी ने मास्टर स्ट्रोक खेला है। भगवान परशुराम की सबसे ऊंची प्रतिमा लखनऊ में लगने जा रही है। सपा सरकार में मंत्री रहे अभिषेक मिश्रा ने इसकी कमान संभाल ली है। यूपी के लगभग पंद्रह प्रतिशत ब्राह्मïण मतदाता किसी भी सरकार का भविष्य बिगाड़ सकते है। पिछले कुछ दिनों से ब्राह्मïण सरकार से नाराज चल रहे हंै हालांकि भाजपा पूरी कोशिश कर रही है कि यह वोट उसके पास ही रहे पर अब भगवान परशुराम के नाम पर चल रही यह मुहिम भाजपा को परेशान करने लगी है। यूपी की राजनीति में ब्राह्मïण वोटों का खासा महत्व रहा है। लगभग पंद्रह प्रतिशत इन वोटों को अपनी तरफ करने के लिये सभी पार्टियों ने खासी मेहनत की है। ब्राह्मïणों को लुभाने के लिये मायावती ने भाईचारा कमेटी बनाकर दांव चला था और यह वोट अपने पक्ष में करके सरकार बना ली थी। मोदी लहर में यह वोट भाजपा की तरफ चले गये और भाजपा सभी जातियों का वोट लेकर सरकार बनाने में कामयाब हो गयी। मायावती के इस दांव में सभी को समझ आ गया कि यूपी की राजनीति में ब्राह्मण वोटों का खासा महत्व है। इसके बाद सभी ने इन वोटों को अपने पक्ष में करने के लिये मुहिम शुरू कर दी।
भाजपा सरकार बनने के कुछ समय बाद ही ब्राह्मïणों में बेचैनी बढऩे लगी। उनको लगने लगा कि जानबूझकर ब्राह्मïणों का उत्पीडऩ किया जा रहा है। कई प्रतिष्ठित ब्राह्मïणों के खिलाफ जानबूझकर गलत तरीके से कानूनी कार्रवाई की गयी जिसका ब्राह्मïण समाज में गलत संदेश गया। कई स्थानों पर ब्राह्मïण समाज की सामूहिक हत्या हो गयी और एक जगह तो यूपी सरकार के एक मंत्री अभियुक्तों के साथ ही खड़े हो गये जिससे ब्राह्मïण समाज और उद्वेलित हो गया। ब्राह्मïणों की नाराजगी को देखते हुए कांग्रेस ने भी दांव चला और जितिन प्रसाद ने इसकी कमान संभाली और ब्राह्मïणों को अपने साथ लाने की मुहिम शुरू की। कांग्रेस किसी भी कीमत पर ब्राह्मïणों को अपने साथ जोडऩा चाहती थी। इन सबके बीच सपा में सबसे जोरदार दांव खेला। सपा नेता अभिषेक मिश्रा को आगे किया गया। उन्होंने पूर्व विधायक संतोष पांडे को अपने साथ लिया और एक ट्रस्ट बनाकर ब्राह्मïणों को एकजुट करना शुरू किया। आज जयपुर में इस प्रतिमा को बनवाने के लिये वे खुद वहां पहुंचे हैं। सरकार इस दांव से बहुत परेशान है। उसने ब्राह्मïणों को मनाने के लिये यूपी के सभी बड़े पदों पर ब्राह्मïण अफसर तो तैनात कर दिये हैं पर उनकी नाराजगी अभी भी कम नहीं हो रही है। जाहिर है यूपी के अगले चुनाव में ब्राह्मïण एक बड़ी भूमिका निभाने जा रहे हैं।
परशुराम चेतना पीठ ट्रस्ट कराएगी निर्माण
सपा ने राजधानी लखनऊ में सबसे ऊंची परशुराम की प्रतिमा बनवाने का ऐलान किया है। प्रतिमा निर्माण के लिए सपा के नेता जयपुर पहुंच चुके हैं। प्रतिमा 108 फीट ऊंची होगी और इसका निर्माण परशुराम चेतना पीठ ट्रस्ट कराएगी। परशुराम की प्रतिमा के लिए पार्टी चंदा भी जुटाएगी। सपा के प्रबुद्ध सभा की बैठक में यह फैसला लिया गया।
भगवान परशुराम ने पूरे समाज को जो रास्ता दिखाया है वो पूरी दुनिया को एक नयी राह दिखाता है। ऐसे ईश्वर की एक प्रतिमा लखनऊ में लगाने की तैयारी चल रही है। यह प्रतिमा दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी।
अभिषेक मिश्रा, पूर्व मंत्री, सपा

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button