मोस्ट वांटेड विकास दुबे का राइट हैंड अमर ढेर

चकमा देकर भागा विकास

  • ऐसी कार्रवाई करेंगे कि अपराधियों को अपने किए पर होगा पछतावा: एडीजी

  • फरार विकास दुबे पर इनामी राशि बढ़ाकर की गई पांच लाख, छह गिरफ्तार

  • इंस्पेक्टर समेत तीन घायल, एक अन्य गुर्गा श्यामू बाजपेयी भी चढ़ा हत्थे
  • चार पिस्टल और 44 कारतूस बरामद, फरीदाबाद में मिली थी विकास की लोकेशन

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कानपुर। आठ पुलिसकर्मियों की शहादत मामले में फरार चल रहे कुख्यात विकास दुबे पर पुलिस ने चौतरफा शिकंजा कस दिया है। पुलिस ने आज विकास दुबे के राइट हैंड अमर दुबे को मुठभेड़ में मार गिराया और उसके छह साथियों को भी गिरफ्तार किया है। साथ ही विकास दुबे पर इनामी राशि ढाई लाख से बढ़ाकर पांच लाख कर दी है। हालांकि फरीदाबाद में दबिश के दौरान विकास दुबे पुलिस को चकमा देकर भाग निकला। अब तक पुलिस ने विकास के तीन करीबियों को मार गिराया है।
यूपी एसटीएफ ने आज विकास दुबे के राइट हैंड अमर दुबे को हमीरपुर के मौदहा में हुई मुठभेड़ में मार गिराया। वह हमीरपुर के मौदहा स्थित अपने रिश्तेदार के यहां छिपने जा रहा था। जब पुलिस और एसटीएफ ने उसे घेरा तो उसने तमंचे से फायरिंग शुरू कर दी। जिसके बाद जवाबी फायरिंग में वह ढेर हो गया। मुठभेड़ में इंस्पेक्टर मौदहा, मनोज शुक्ला और एक एसटीएफ का सिपाही भी गोली लगने से घायल हुए हैं। पुलिस विकास दुबे के मामा प्रेम प्रकाश पांडेय व चचेरे भाई अतुल दुबे का एनकाउंटर कर चुकी है। वहीं विकास के एक और गुर्गे श्यामू बाजपेयी को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। विकरू गांव में पुलिस टीम पर हुए हमले में श्यामू बाजपेयी का भी नाम शामिल था। कानपुर हत्याकांड के बाद से भागा-भागा फिर रहा विकास, हरियाणा के फरीदाबाद में एक होटल में कमरा लेने पहुंचा था। जानकारी मिलते ही एसटीएफ होटल पहुंची, लेकिन तब तक वह वहां से निकल चुका था। एडीजी एलओ प्रशांत कुमार ने बताया कि फरीदाबाद में मुठभेड़ के दौरान तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें कार्तिकेय उर्फ प्रभात, अंकुर और श्रवण को गिरफ्तार किया गया है। इन आरोपियों से 2-3 जुलाई की रात पुलिस से लूटी 9 एमएम की दो पिस्टल बरामद की गई है। इसके अलावा दो अन्य पिस्टल भी बरामद की गई है। 44 कारतूस भी जब्त किए गए हैं। वहीं, कानपुर से श्यामू बाजपेयी गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा वारदात में नामजद जहान यादव व संजीव दुबे गिरफ्तार हुआ है। कल विकास से संबंधों के शक में चौबेपुर के पूरे थाने पर कार्रवाई की गई थी।

ऐसी कार्रवाई करेंगे कि अपराधियों को अपने किए पर होगा पछतावा: एडीजी
एडीजी (एलओ) प्रशांत कुमार ने कहा कि कानपुर की घटना में जो भी दोषी हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हम अपने साथियों की शहादत को जाया नहीं होने देंगे। कानून के दायरे में पूरी कार्रवाई होगी। ऐसी कार्रवाई करेंगे कि अपराधियों को अपने किए पर पछतावा होगा।

विकास के लखनऊ वाले घर पर एलडीए ने चस्पा की नोटिस

कुख्यात विकास दुबे पर चौतरफा शिकंजा कसा जा रहा है। अब एलडीए ने उसके लखनऊ वाले घर पर नोटिस चस्पा कर दिया है और विकास की पत्नी रिचा दुबे से अपने मकान के नक्शे की कॉपी कल तक पेश करने को कहा है।

गांव में कुओं को खाली करा तलाश रही सुबूत
कानपुर। कुख्यात विकास दुबे के बिकरू गांव में पुलिस का सर्च ऑपरेशन जारी है। मोस्ट वांटेड विकास दुबे के फरार होने से पहले घटना में प्रयुक्त असलहे कुएं में फेंके जाने के शक में आज सुबह से पुलिस ने सबमर्सिबल से पानी निकालने का काम शुरू कर दिया है। ये कुएं विकास दुबे के घर के पास ही हैं। मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात है।

चौथी बार बढ़ायी गई इनाम की राशि
हत्याकांड के बाद से ही पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहे अपराधी विकास दुबे के ऊपर चौथी बार इनाम की राशि बढ़ायी गई है। पहले 50 हजार, उसके बाद एक लाख, फिर ढाई लाख और अब उसकी जानकारी देने वाले को पांच लाख का इनाम मिलेगा।

विकास के साले व उसके बेटे को ले आई यूपी एसटीएफ
लखनऊ। यूपी के कानपुर में आठ पुलिस जवानों की हत्या के आरोपी विकास दुबे के साले और उसके बेटे को यूपी एसटीएफ की टीम ने मध्य प्रदेश के शहडोल से अपने साथ ले गई है। शहडोल के बुढ़ार थाना अंतर्गत रेस्ट हाउस तिराहे के समीप रहने वाले राजू ऊर्फ ज्ञानेंद्र निगम की बहन रिचा के साथ करीब 15 साल पहले विकास दुबे ने प्रेम विवाह किया था। एसटीएफ की टीम जब उसके घर आई तब वह मौजूद नहीं था। एसटीएफ टीम उसके बेटे आदर्श निगम को पूछताछ के लिए ले गई है। ज्ञानेंद्र को यह जानकारी लगी तो पहले उसने एसटीएफ टीम से संपर्क किया और बाद में शहडोल पुलिस अधीक्षक के कार्यालय आया।


सेना के 19 और प्रशिक्षु कोरोना की चपेट में, टे्रनिंग बटालियन में अलर्ट

  • लखनऊ में नौ एंबुलेंस कर्मी भी मिले पॉजिटिव, आज 57 नए केस आए सामने

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कई शहरों से लखनऊ ट्रेनिंग के लिए पहुंचे सेना के 19 और रिक्रूट कोरोना की चपेट में आ गए हैं। इनको मिलाकर अब संक्रमित प्रशिक्षुओं की संख्या 52 हो गई है। इससे पहले मंगलवार को 19 और सोमवार को 14 प्रशिक्षु कोरोना पॉजीटिव मिले थे। वहीं लखनऊ मेें आज अभी तक 57 नए मरीज मिले हैं। इसमें 102 एंबुलेंस के नौ कर्मचारी शामिल हैं।
सेना भर्ती की प्रक्रिया पूरी करने के बाद 200 प्रशिक्षुओं को लखनऊ छावनी की ट्रेनिंग बटालियन में 26 जून को रिपोर्ट करना था। इनमें से 198 प्रशिक्षु देश के कई राज्यों से आए थे। लखनऊ आने के बाद इनको क्वारांटाइन कर दिया गया था। क्वारांटाइन के दौरान 14 में कोरोना के लक्षण पाए गए थे। मंगलवार को 19 और आज 19 और प्रशिक्षु पॉजीटिव मिले हैं। सभी प्रशिक्षुओं को बेस अस्पताल में भर्ती किया गया है। वहीं ट्रेनिंग बटालियन में अलर्ट जारी किया गया है। अगले आदेश तक ट्रेनिंग स्थगित कर दी गई है।


गांधी परिवार की बढ़ सकती हंै मुश्किलें, राजीव गांधी फाउंडेशन सहित तीन ट्रस्टों की होगी जांच

  • गृह मंत्रालय ने गठित की कमेटी, चीन से फंडिंग समेत कई मामलों पर होगी पड़ताल
  • 1991 में शुरू हुआ था राजीव गांधी फाउंडेशन, सोनिया गांधी हैं अध्यक्

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। गृह मंत्रालय ने कांग्रेस और गांधी परिवार के तीन ट्रस्टों राजीव गांधी फाउंडेशन, राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट और इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट पर लगे आरोपों के बाद पीएमएलए, आयकर अधिनियम और एफसीआरए के विभिन्न कानूनी प्रावधानों के उल्लंघन की जांच के लिए एक जांच समिति का गठन किया है। मंत्रालय के इस फैसले के बाद कई कांग्रेस नेताओं की मुश्किल बढ़ सकती हैं।
हाल में कांग्रेस पार्टी से जुड़े कई वरिष्ठ नेताओं व चीन से जुड़े फंडिंग कनेक्शन पर काफी चर्चा हुई थी। बताया गया कि प्रवर्तन निदेशालय के स्पेशल डायरेक्टर स्तर के अधिकारी जांच कमेटी के प्रमुख होंगे। गौरतलब है कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बीते दिनों कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा था, मुझे यह जानकर आश्चर्य हुआ कि 2005-06 में राजीव गांधी फाउंडेशन को चीनी दूतावास और चीन की ओर से तीन लाख डॉलर चंदे के रूप में मिले थे। यह कांग्रेस और चीन के बीच गुप्त रिश्ता है। गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम से इस फाउंडेशन की शुरुआत 21 जून 1991 को की गई थी। फाउंडेशन की अध्यक्ष सोनिया गांधी हैं। पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह, पी. चिदंबरम, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कई कांग्रेसी नेता फाउंडेशन के सदस्य हैं।

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