फटा ट्रक तो बेरूत जैसी तबाही हो जायेगी गुडम्बा में, महीनों से मौत का बम खड़ा है थाने के सामने

कुर्सी रोड स्थित गुडम्बा थाने के बाहर सात महीने से खड़ा है ट्रक
ट्रक में लदा हुआ है स्प्रिट जैसा ज्वलनशील पदार्थ

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। दो दिन पहले लेबनान की राजधानी बेरूत में हुए भयानक विस्फोट से किस हद तक तबाही मची है। दुनियाभर में चर्चित वायरल वीडियो के जरिए यह आपने देखा ही होगा। ऐसा ही भयंकर विस्फोट लखनऊ कमिश्नरेट के गुडम्बा थाने में भी हो सकता है और इसका कारण बनेगा ट्रक में लदा पांच हजार लीटर स्प्रिट जैसा ज्वलनशील पदार्थ। ट्रक पंजाब नंबर का है, पीबी 65 जी 6577। स्प्रिट से लदा ट्रक बीते सात महीने से गुडम्बा थाने पर खड़ा है। मगर जिम्मेदार पुलिस लापरवाह बनी हुई हैं। इसके चलते कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। अगर ऐसा हो गया तो थाने के साथ-साथ आसपास का इलाका भी इसकी चपेट में आ जाएगा।
बता दें कि कुर्सी रोड पर गुडम्बा थाना और वहां के पुलिस कर्मियों के रहने के लिए आवासीय कालोनी बनाई गई है। पुलिस द्वारा सीज और जब्त किए गए वाहन थाने के बाहर ही खड़े किए जाते हैं। इससे अक्सर सड़क पर जाम लग जाता है, पुलिस को जाम हटाने के लिए भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। बावजूद पुलिस नहीं चेत रही है। जब्त किए वाहन सड़क पर ही खड़ा कर देती है। यह ट्रक जब पुलिस ने जब्त किया था तो लोगों ने खूब हल्ला मचाया था कि सड़क पर मौत का बम पुलिस ने रखवा दिया। इस ट्रक में हजारों लीटर ज्वलनशील पदार्थ है। जाम लगने के दौरान वाहन की धक्का-मुक्की से ट्रक बड़े हादसे का रूप ले सकता है। बावजूद पुलिस लापरवाह बनी हुई है। यह लोगों में कौतहूल का विषय है।
थाने के बाहर खड़ा यह ट्रक लावारिस मिला था। इसे जीडी में दाखिल किया जा चुका है। इस ट्रक को कहीं अन्यत्र शिफ्ट किया जाएगा।
रितेंद्र प्रताप सिंह, प्रभारी निरीक्षक गुडम्बा

अजंता अल्ट्रासाउंड सेंटर में गैर-कानूनी तरीके से की जा रही भ्रूण की जांच

बदायूं में है अजंता पैथोलॉजी जहां जांच करने वाले डॉक्टरों के नाम भी पूरी तरह फर्जी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। बदायूं जिले में स्थित अजंता अल्ट्रासाउंड और पैथोलॉजी सेंटर में गैर-कानूनी तरीके से भ्रूण की जांच की जा रही है। वहीं इस जांच के लिए इस्तेमाल में लाये जा रहे डॉक्टरों के नाम भी पूरी तरह फर्जी हैं। जानकारी के बाद भी जिम्मेदार अनजान बने हुए हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार जांच कराने के लिए किसी सीनियर डॉक्टर की रिफरल स्लिप की आवश्यकता होती है। जबकि इस पैथोलॉजी लैब से जारी किए गए कागजातों में अल्ट्रासाउण्ड पैथलॉजी के डाक्टरों की सलाह पर करवाया गया है।
दरअसल बदायूं के बिसौली के तहसील चौराहे के पास हिडेल कॉलोनी में अजंता अल्ट्रासाउंड व पैथोलॉजी लैब संचालित है। लैब से सोनतारा नामक महिला का अल्ट्रासाउंड किया गया है। लिंग चयन प्रतिषेध अधिनियम में किसी भी गर्भवती महिला का अल्ट्रासाउंड कराए जाने के लिए किसी क्वालीफाइड मेडिकल डॉक्टर की रिफरल स्लिप होनी आवश्यक है। साथ ही गर्भवती महिला के अल्ट्रासाउंड के पहले आईडी की प्रति जमा कराने का प्रावधान भी है। इसके अतिरिक्त एक्ट में प्रस्तावित फॉर्म-एफ को भरने के बाद ही रेडियोलॉजिस्ट द्वारा गर्भवती महिला का अल्ट्रासाउंड किया जाता है। सभी नियमों को ताक पर रखकर अजंता अल्ट्रासाउंड एंड पैथोलॉजी सेंटर में अल्ट्रासाउंड किया गया है। अजंता पैथोलॉजी से जारी की गई रिपोर्ट में डॉक्टर के परामर्श के स्थान पर सेल्फ लिखा हुआ है। यह बात लोगों के समझ से परे हैं।
डॉक्टरों के अतिरिक्त ग्रामीण क्षेत्रों में आशा बहुओं की सिफारिश पर भी अल्ट्रसाउंड किया जाता है। लैब में सीनियर डॉक्टर मौजूद हैं। सभी काम कानूनी ढंग से किए जाते हैं।
डॉ एन ए सैफी,
अजंता अल्ट्रासाउंड और पैथोलॉजी सेंटर
इस तरह की जांच गैरकानूनी है, मामले की जांच की जाएगी। पूरी तरह से अवैध होने की जानकारी मिली है। रिपोर्ट आने पर लैब और उसके मालिक के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
यशपाल सिंह,
मुख्य चिकित्सा अधिकारी, बदायूं

यूपी बोर्ड : 10वीं-12वीं में प्रवेश की अवधि बढ़ी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मेरठ। माध्यमिक शिक्षा परिषद उप्र ने वर्ष 2021 की बोर्ड परीक्षा के लिए 10वीं-12वीं में प्रवेश और कक्षा नौवीं-11वीं में अग्रिम पंजीकरण की तिथि बढ़ा दी है। दोनों की अंतिम तिथि पांच अगस्त थी जिसे बढ़ाकर अब 31 अगस्त तक कर दिया गया है। कोरोना के कारण 20 से 25 फीसद छात्रों ने ही बोर्ड परीक्षा की फीस जमा कराई थी। तिथि बढऩे से अब तक आवेदन से वंचित रहे छात्र शुल्क जमा कर बोर्ड परीक्षा आवेदन और पंजीकरण करा सकेंगे। कक्षा नौवीं से 12वीं में प्रवेश और 10वीं-12वीं परीक्षा शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि 31 अगस्त तक की गई है।

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