प्रदेश सरकार की नीतियों से जनता दुखी: अखिलेश

पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से किसान और जनता परेशान
घरेलू बिजली 8 प्रतिशत तक मंहगी करने की भी तैयारी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार की नीतियों से जनता दुखी है। उत्तर प्रदेश सरकार ने अब तक प्रदेश के हित में कोई काम नहीं किया है। हर वर्ग परेशान है। अखिलेश ने कहा कि जबसे भाजपा सरकार सत्ता में आई है। केंद्र और राज्यों दोनों में, जनता की परेशानियां बढ़ी हैं। मंहगाई रोज बढ़ती ही जा रही है। खाद्य वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं। किसान और जनता पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढऩे से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। कोरोना संकटकाल के दौर में लोगों के पास काम नहीं है। गांवों में काम ठप है। प्राइवेट लोगों की नौकरियां छिन गई हैं। बावजूद इस योगी सरकार ने लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं। बावजूद डीजल-पेट्रोल, गैस और बिजली की दरें बढ़ाकर लोगों पर भारी बोझ डाल दिया गया है।
सपा प्रमुख ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने नोटबंदी-जीएसटी लागू कर पूरे देश में व्यापारिक गतिविधियों को अवरूद्ध कर दिया है। कारोबारी उसकी मार से अभी तक उभर नहीं पा रहे हैं। औद्योगिक संस्थानों में कर्मचारियों की छंटनी हो गई। देश में लॉकडाउन ने जीवन को ही अस्त-व्यस्त कर दिया। छोटे-मोटे कारोबारियों की दुकानें भी बंद हो गई। प्रदेश में चारों ओर अव्यवस्था फैली हुई है। महंगाई ने जनता की कमर तोड़ दी है। बावजूद प्रदेश में बिजली मंहगी करने की तैयारी है। अखिलेश ने कहा कि 6 सालों से भाजपा केंद्र में सत्तासीन है। उसने डीजल पर उत्पाद कर में नौ गुना वृद्धि की है। सरकार ने अंतरराष्टï्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम गिरने के बावजूद देश में दाम कम नहीं किए। उसने स्वयं मुनाफाखोरी का यह एक दयनीय उदाहरण पेश किया है। पेट्रोलियम कंपनियों ने घरेलू एवं कामर्शियल गैस सिलेंडर के दाम भी बढ़ा दिए हैं।
केंद्र व प्रदेश की हठधर्मी सरकार सुनने को तैयार नहीं है। सुनने को मिल रहा है कि घरेलू बिजली 8 प्रतिशत तक मंहगी हो सकती है। राजस्व के नाम पर जनता की जेब पर भाजपा सरकार डकैती डालने की तैयारी में है। भाजपा सरकार ने ग्रामीण घरेलू उपभोक्ताओं के फिक्स चार्ज में 500 प्रतिशत तथा शहरी घरेलू उपभोक्ताओं के फिक्स चार्ज में 69 प्रतिशत की वृद्धि की है। केवल यही नहीं, विद्युत विभाग द्वारा अभियान चलाकर बिजली के बिल जमा न होने के बहाने हजारों किसानों के निजी ट्यूबवेलों के कनेक्शन काटे जा रहे हैं। किसानों ने अपनी जमा पूंजी लगाकर धान की फसल लगाई थी, जो अब नष्ट होने के कगार पर है। अखिलेश ने कहा कि समाजवादी सरकार में 300 से ज्यादा नए विद्युत सब स्टेशनों का निर्माण हुआ था। जबकि भाजपा के कार्यकाल में एक भी यूनिट बिजली का उत्पादन नहीं हुआ। कोई विद्युत प्लांट भी नहीं लगाया गया। बुनकरों को बिजली की जो रियायतें समाजवादी सरकार में दी गई थी उन्हें भी समाप्त कर दिया गया है। छोटे कारोबारियों का धंधा बिजली की बढ़ी दरों से चौपट हो जाएगा।

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