पांच माह तक नहीं बजेगी शहनाई, शुभ मुहूर्त का करना होगा इंतजार

25 नवंबर से 14 दिसंबर तक केवल 12 शुभ विवाह मुहूर्त
16 दिसंबर से सूर्य के धनु राशि में प्रवेश करते ही लग जाएगा खरमास

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। आज देवशयनी एकादशी के बाद से मांगलिक कार्यों पर ब्रेक लग जाएगा। इसके बाद 25 नवंबर को देवउठनी एकादशी के बाद ही शहनाई बजेगी। इस बार नवंबर और दिसंबर में भी मुहूर्त कम हैं। ऐसे में सीमित मुहूर्त में विवाह बंधन में बंधने की तैयारी करनी होगी अन्यथा नए साल का इंतजार करना पड़ सकता है। 16 दिसंबर से सूर्य के धनु राशि में प्रवेश करने से खरमास लग जाएगा और मकर संक्रान्ति 14 जनवरी 2021 तक विवाह आदि कार्य नहीं होंगे।
30 जून को विवाह मुहूर्त का अंतिम सर्वोत्तम मुहूर्त होने से शहर में विवाह समारोहों की कतार ही लग गई है। ऐसे में प्रतिष्ठित पंडितों की खासी डिमांड हो गई है। साल की सबसे तेज सहालग होने पर भी कोरोना संकट के देखते महज दो सौ के लगभग ही विवाह समारोह ही हो पा रहे हैं। पंडित शक्तिधर त्रिपाठी के अनुसार मंगलवार को आषाढ़ शुक्ल एकादशी पर विशाखा नक्षत्र और शिवयोग दिन के तीन बजे से रात्रि के तीन बजे तक मिलेगा। यह इस वर्ष का अंतिम सर्वोत्तम विवाह का शुभ योग है।

पांच माह का मलमास

लॉकडाउन में विवाह टालने वालों का इंतजार लंबा हो सकता हैं। ज्योतिषाचार्य आनंद दुबे व पं. इंदीवर त्रिपाठी ने बताया कि 1 जुलाई को ‘देवशयनी एकादशी ’ है। इस दिन से चातुर्मास शुरू होता है। इस बार यह मलमास एक माह का हो जाने के कारण पांच माह का होगा।

चातुर्मास की मान्यता
चातुर्मास के चार माह में भगवान विष्णु पाताल लोक में निवास करते हैं। इस बीच कोई भी मांगलिक कार्य संपन्न नहीं किए जाते हैं। मान्यता के अनुसार भगवान विष्णु के शयन करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी नहीं होती हैं। चार माह बाद सूर्य जब तुला राशि में प्रवेश करते हैं, उस दिन विष्णु का शयन समाप्त होता है। इसे देवोत्थान एकादशी कहा जाता है।

अब केवल 11 विवाह मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य एस.एस.नागपाल व ज्योतिषाचार्य प्रशांत तिवारी ने मुताबिक इस साल 2020 में विवाह के मुहूर्त नवम्बर महीने में 26, 29, 30 और दिसम्बर में 1, 2, 6, 7, 8, 9, 10 व 11 ही हैं। वर्ष 2021 में गुरु 19 जनवरी से 15 फरवरी तक 27 दिन अस्त रहेंगे और शुक्र 17 फरवरी से 17 अप्रैल तक 60 दिन अस्त रहेंगे। इसके कारण 18 जनवरी को एक विवाह मुहूर्त एवं 15 फरवरी को एक विवाह मुहूर्त है मार्च 2021 में विवाह मुहूर्त नहीं है। 14 मार्च से 14 अप्रैल मीन खरमास रहेगा, जिसके कारण विवाह आदि कार्य नहीं होंगे। 22 अप्रैल 2021 से विवाह मुहूर्त प्रारम्भ होंगे। उनके अनुसार अगले साल 2021 में भी महज 51 विवाह मुहूर्त है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button