पहले कच्ची अब सरकारी शराब पी रही लोगों की जान प्रयागराज में छह मौतों से मचा हाहाकार

  • पांच गंभीर, आक्रोशित ग्रामीणों ने सरकारी ठेके को घेरा
  • सूचना पर पहुंचे आला अधिकारी सेल्समैन समेत पांच गिरफ्तार
  • लखनऊ, मथुरा और फिरोजाबाद में भी हो चुकी हैं जहरीली शराब से मौतें

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
प्रयागराज। प्रदेश में जहरीली शराब पीने से हो रही मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पहले जहां कच्ची शराब से लोगों की मौतें हो रही थीं वहीं अब सरकारी ठेके की शराब लोगों की जान ले रही है। लखनऊ, मथुरा और फिरोजाबाद के बाद अब जहरीली शराब से प्रयागराज स्थित फूलपुर के अमिलिया गांव में छह लोगों की मौत हो गई जबकि पांच अन्य को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शराब ठेकेदार की तलाश में छापेमारी जारी है जबकि सेल्समैन समेत पांच को गिरफ्तार किया गया है। वहीं छह मौतों से गांव में हाहाकार मचा है। लोग आक्रोशित हैं।
फूलपुर क्षेत्र के अमिलिया में संगीता देवी के नाम से देशी शराब का ठेका है। गुरुवार शाम को अरवासी गांव के पान विक्रेता रामजी मौर्य और बसंत लाल ने ठेके से शराब लेकर पी थी। शाम को दोनों की हालत बिगड़ गई। अस्पताल पहुंचने से पहले ही रामजी मौर्य की मौत हो गई। परिजनों ने रात में ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया। वहीं शुक्रवार सुबह बसंत लाल ने भी दम तोड़ दिया। अमिलिया गांव के शंभूनाथ, राजबहादुर और प्यारेलाल की हालत भी बिगडऩे लगी। राजबहादुर व प्रभुनाथ को उनके परिजन सीएचसी फूलपुर लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बसंतलाल और प्यारेलाल की शुक्रवार शाम घर पर मौत हो गई। वहीं इलाहाबाद विश्वविद्यालय के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी राजेश गौड़ की मौत हो गई। इसके अलावा अमिलिया के प्रभुनाथ, कोनार गांव के ताराचंद और खनसार गांव के जगदीश यादव की हालत नाजुक बनी हुई है। आक्रोशित ग्रामीणों ने शराब के ठेके के बाहर जाम लगाकर हंगामा किया। घटना की जानकारी मिलते ही कमिश्नर, एडीजी, आईजी, डीएम, डीआईजी, जिला आबकारी अधिकारी मौके पर पहुंच गए। अफसरों ने गांव में घोषणा कराई कि अगर कोई बीमार है तो उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाया जाए। वहीं जिलाधिकारी प्रयागराज भानु चंद्र गोस्वामी का कहना है कि मामले की जांच कराई जा रही है। शराब को लैब में जांच के लिए भेज दिया गया है। जांच के बाद मालूम चलेगा कि शराब जहरीली थी या नकली। दस गांवों में मेडिकल टीम को भेजा गया है।

लखनऊ के पुलिस कमिश्नर जहरीली शराब कांड में हटा दिये गए तो इन जिलों के कप्तान क्यों नहीं हटे

लखनऊ के बंथरा में पिछले दिनों जहरीली शराब पीने से छह लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद लखनऊ के पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय को हटा दिया गया था। इसके बाद मथुरा और फिरोजाबाद में जहरीली शराब पीने से तीन-तीन लोगों की मौत हुई। बावजूद इसके इन जिलों के कप्तानों को आज तक नहीं हटाया गया। सवाल यह है कि जब पुलिस कमिश्नर लखनऊ को जहरीली शराब कांड में हटाया जा सकता है तो फिर इन जिलों के कप्तानों को क्यों नहीं हटाया गया।

आरोपियों पर लगेगा गैंगस्टर, प्रॉपर्टी होगी नीलाम: सीएम

सीएम योगी ने जहरीली शराब कांड पर सख्त रुख अपनाते हुए जहर के कारोबारियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने और उनकी सम्पत्ति नीलाम कर पीडि़त परिवारों को मुआवजा देने का निर्देश दिया है। प्रदेश के डीजीपी, प्रमुख सचिव आबकारी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से सीएम योगी ने अवैध शराब के काले कारोबार पर हर हाल में अंकुश लगाने को कहा है। इसके साथ ही चेतावनी दी है कि यदि किसी इलाके में अवैध शराब बिकती हुई पाई जाती है तो वहां के थानेदार और आबकारी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। निलंबन और बर्खास्तगी के साथ ही एफआईआर दर्ज कर जेल भी भेजा जाएगा। सीएम ने कहा कि प्रदेश के किसी भी जिले में अवैध शराब नहीं बिकनी चाहिए। इस काले कारोबार पर हर हाल में अंकुश लगना चाहिए।

प्रियंका ने पूछा, मौतों के लिए कौन जिम्मेदार

कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया है कि यूपी में लखनऊ, फिरोजाबाद, हापुड़, मथुरा, प्रयागराज समेत कई जगहों पर जहरीली शराब से मौतें हुई हैं। आगरा, बागपत, मेरठ में जहरीली शराब से मौतें हुई थीं। आखिर क्या कारण है कि कुछ दिखावटी कदमों की बजाय सरकार जहरीली शराब के माफियाओं पर कार्रवाई करने में नाकाम रही है? कौन जिम्मेदार है?

ताबड़तोड़ हत्याओं से दहला प्रदेश

  • बांदा में सिपाही, मां और बहन की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या
  • लखनऊ में युवक की गोली लगने से मौत
  • कई लोगों को किया गया गिरफ्तार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त होती नजर आ रही है। अपराधी लगातार जघन्य वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। बांदा में तीन लोगों की हत्या कर दी गई जबकि लखनऊ में एक युवक की गोली लगने से मौत हो गई। दोनों मामलों में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
बांदा शहर के सीओ आलोक मिश्रा ने बताया कि गायत्री नगर मुहल्ले के तालाब में कूड़ा फेंकने के विवाद के बाद प्रयागराज के नैनी थाना में तैनात सिपाही अभिजीत वर्मा, उसकी बहन निशा वर्मा और मां रमावती की कुल्हाड़ी, लाठी और तमंचे से गोली मारकर हत्या कर दी गई है। इस मामले में मृत सिपाही के चचेरे भाई देवराज, शिवपूजन, बबलू और उनकी बहन को गिरफ्तार किया गया है। वहीं लखनऊ के हजरतगंज स्थित लॉ-प्लास में शाहजहांपुर से सपा एमएलसी अमित यादव का फ्लैट है। इंस्पेक्टर हजरतगंज अंजनी पांडेय के मुताबिक, फ्लैट में एमएलसी के भाई पंकज यादव रहते हैं। फ्लैट में पंकज के मित्र विनय का बर्थ-डे मनाया जा रहा था। पार्टी में सर्वोदयनगर आजाद नगर निवासी दोस्त राकेश रावत समेत पांच लोग थे। इस दौरान ये लोग पिस्टल देख रहे थे। तभी विनय से गोली चली और राकेश (38) के सीने में धंस गई। उसे ट्रामा ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने एमएलसी के भाई समेत चार लोगों को हिरासत में लिया है।

महिला चिकित्सक का हत्यारोपी गिरफ्तार

कमला नगर के काबेरी कुंज में शुक्रवार को दंत चिकित्सक निशा सिंघल की हत्याकर उनके घर से लूटपाट की गई थी। हत्यारोपी ने उनके बेटे और बेटी की हत्या की भी कोशिश की थी। किसी तरह वे बच गए। पुलिस ने आरोपी शुभम पाठक को एत्माद्दौला क्षेत्र में मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया है।

अपराधों पर लगाम लगाए सरकार : अखिलेश

प्रदेश में बढ़ते अपराधों को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया है कि आगरा के एक व्यस्त रिहायशी इलाके में एक महिला डॉक्टर के घर में घुसकर गला रेतकर उसकी हत्या किये जाने की घटना से प्रदेश स्तब्ध है। भाजपा सरकार भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने व विपक्षियों को झूठे मुकदमों में फंसाने में लगी है। सरकार टीवी पर प्रचार की जगह, उप्र में अपराध रोकने पर विचार करे।

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