पल्स पोलियो अभियान की तरह डोर-टू-डोर होगी मेडिकल स्क्रीनिंग: मुख्य सचिव

मेरठ मंडल से होगी स्क्रीनिंग की शुरुआत रैपिड रिस्पांस टीम व एंबुलेस तैयार रखें
प्रदेश में 20 हजार टेस्टिंग क्षमता को 30 जून तक 25 हजार करने का प्रयास

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए जुलाई से स्वास्थ्य विभाग पूरे प्रदेश में डोर-टू-डोर मेडिकल स्क्रीनिंग कराएगा। इसकी शुरुआत जुलाई के पहले सप्ताह में मेरठ मंडल से की जाएगी। इसके बाद बाकी 17 मंडलों में भी स्क्रीनिंग अभियान चलाया जाएगा। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि कोरोना को रोकने के लिए मेरठ मंडल के मेरठ, बुलंदशहर, गाजियाबाद, हापुड़, नोएडा व बागपत जिलों में घर-घर स्क्रीनिंग की जाए।
प्रदेश में 20 हजार टेस्टिंग क्षमता को 30 जून तक 25 हजार करने के प्रयास किए जाएं। साथ ही अस्पतालों में बेड, मैनपॉवर और जरूरी उपकरणों की संख्या की वृद्धि के लिए भी निरन्तर काम किया जाए। रविवार को मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग शत-प्रतिशत घरों की स्क्रीनिंग निर्धारित समय में करवाने के लिए रणनीति समय से तैयार कर ले। जिलों में रैपिड रेस्पॉन्स टीम और एम्बुलेंस को तैयार रखा जाए, ताकि सूचना मिलते ही जरूरी कदम उठाए जा सकें। मेडिकल स्क्रीनिंग के समय पल्स पोलियो अभियान की तरह घरों की मार्किंग भी की जाए। स्क्रीनिंग के दौरान किसी व्यक्ति में कोरोना का लक्षण पाये जाने पर उसका पल्स ऑक्सिमीटर और रैपिड एंटीजन टेस्ट करवाया जाए। संक्रमित होने की दशा में उसे तत्काल कोविड अस्पताल में भर्ती करवाया जाए।

अच्छा कार्य करने वाले कर्मचारियों को प्रोत्साहित किया जाए

मुख्य सचिव ने कहा कि ‘आरोग्य सेतु’ एप के माध्यम अलर्ट जेनरेट होने पर इसका डाटा जिला प्रशासन तथा सीएम हेल्पलाइन से डाटा शेयर कर सम्बन्धित से फोन काल के माध्यम से स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां प्राप्त की जाएं। उन्होंने कहा कि मेडिकल कालेजों और अन्य प्रमुख चिकित्सा संस्थानों में लक्षणरहित रोगियों का भार कम करने के लिए कोविड एल-1 हास्पिटल की संख्या बढ़ाई जाए। कोरोना महामारी के समय में सभी विभागों के तहत अच्छा कार्य करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रोत्साहित भी किया जाए। मुख्य सचिव ने कहा कि गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत चिन्हित जिलों में रोजगार के अवसर सृजित के प्रयास किए जाए।

प्रदेश में अब तक 1.10 करोड़ परिवारों का हो चुका है सर्वेक्षण

प्रदेश में अब तक 1.10 करोड़ परिवारों का सर्वेक्षण हो चुका है। इसके लिए 1.50 लाख सर्विलांस टीमें लगाई गई हैं। प्रदेश में रिकवरी रेट बढक़र 66.86 प्रतिशत पहुंच चुका है। वहीं रविवार को प्रदेश के 59 जिलों से कुल 593 मरीज कोरोना से ठीक हो गए। इसे मिलाकर कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या 14,808 हो गई है। वहीं प्रदेश में 606 नए कोविड-19 मरीज चिन्हित किए गए। इनमें सबसे ज्यादा 82 मरीज नोएडा में मिले हैं। अब प्रदेश में कुल मरीजों की संख्या 22,347 हो गई है। रविवार को भी 11 लोगों की कोरोना से मौत भी हो गई है। अब तक 660 लोग कोरोना से प्रदेश में अपनी जान गंवा चुके हैं।

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