दर्शकों के लिए नौ नवंबर से खुलेंगे स्मारक: डीएम

  • लॉकडाउन के बाद से बंद थे लखनऊ के स्मारक
  • स्मारकों में कोविड-19 की गाइडलाइन का होगा पालन

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने कहा कि राजधानी के स्मारक दर्शकों के लिए नौ नवंबर से खुल जाएंगे। जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने कहा कि स्मारकों में कोविड-19 की गाइडलाइन का पूरा पालन करना होगा। बिना मास्क लोगों को अंदर प्रवेश नहीं दिया जाएगा। सेनेटाइजर की व्यवस्था गेट पर ही रखनी होगी। इन शर्तों के साथ ही स्मारक खुलेंगे।
राजधानी में दलित महापुरुषों के पांच स्मारक है। नौ नवंबर से लोग प्रोटोकॉल का पालन करते हुए इन स्मारक का फिर से आंनद ले सकेंगे। प्रबंधक प्रशासन स्मारक संरक्षण समिति अभिनव सिंह परिहार ने बताया कि कोरोना के खतरे को देखते हुए स्मारक बंद किए गए थे, जो सोमवार से खुल जाएंगे। उन्होंने स्मारक में आने वाले लोगों से संक्रमण से बचाव के लिए पूरी सावधानी बरते जाने की सलाह दी है। गौरतलब है कि संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए अंबेडकर पार्क, ईको पार्क सहित पांच और स्मारकों को पर्यटकों के लिए मार्च माह में बंद कर दिया गया था। इन स्मारकों में आने वाले विदेशी पर्यटकों की वजह से कोरोना के खतरे की आशंका जताई थी। इसी वजह से अंबेडकर पार्क स्मारक समिति और एलडीए अधिकारियों ने प्रवेश पर रोक लगा दी थी।

रोजाना आते हैं तीन हजार पर्यटक

स्मारक समिति के प्रबंधक प्रशासन अभिनव सिंह ने बताया कि अंबेडकर पार्क के अलावा अंबेडकर पार्क बाह्य क्षेत्र में मौजूद म्यूजिकल फाउंटेन, जेल रोड स्थित ईको पार्क, कांशीराम स्मारक, बौद्ध विहार में अब तक प्रवेश बंद था। जिलाधिकारी के आदेश के बाद अब स्मारक दर्शकों के लिए खोल दिए जाएंगे। इन सभी स्मारकों में रोजाना तीन हजार से अधिक पर्यटक आते हैं।

मोहनलालगंज और नगराम में पराली जलाने पर एफआईआर

तहसीलदार ने लगाया 2500 रुपए का लगाया
१११ 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। खेतों में पराली जलाना किसानों के लिए महंगा पड़ गया। नगराम में संजय सिंह ने थाना नगराम में पराली जलाने के विरुद्ध अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई है तो मोहनलालगंज के अचली खेड़ा निवासी अशोक कुमार और इसी गांव के रामसेवक के विरुद्ध मोहनलालगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
सरोजनीनगर में तहसीलदार की ओर से विजनौर के विनोद कुमार सिंह व राजू पर 2500 रुपए का जुर्माना लगाया है। उप कृषि निदेशक डॉ. सीपी श्रीवास्तव ने बताया कि सभी किसानों को पराली न जलाने और उससे होने वाले नुकसान की जानकारी दी जा रही है। इसके बावजूद किसान मान नहीं रहे हैं। इसकी वजह से उनके विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जार है। डॉ.सीपी श्रीवास्तव ने बताया कि कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार पराली न जलाने पर 20 हजार रुपए प्रति एकड़ की वचत होती है जिसका फायदा सीधे किसानों को होता है। खाद की मात्रा कम होने के साथ ही मिट्टी के पोषक तत्व कम नहीं होते हैं। किसान पराली जलाता है उसे नुकसान के साथ ही आर्थिक दंड का नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। न्यायालय के आदेश पर पराली जलाने पर 2500 रुपये से लेकर 15 हजार रुपये तक का जुर्माना लगाने का प्रावधान है। राजधानी में 187 गांवों में वाल पेंटिंग के माध्यम से किसानों को जागरूक किया जा रहा है। जिला कृषि अधिकारी ओपी मिश्रा और जिला कृषि रक्षा अधिकारी धनंजय सिंह की ओर से भी गोष्ठियों के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है। पराली से कृषि योग्य भूमि के ऊसर में तब्दील होने की संभावनाएं भी बढ़ रही हैं।

अस्पतालों में बनेगी एयर सप्रेशन यूनिट

  • मशीन के जरिए हवा से जुटाएंगे ऑक्सीजन

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। प्रदेश के 30 अस्पतालों में एयर सप्रेशन यूनिट बनेगी। यूनिट बनने से अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर भराने का झंझट खत्म होगा। वह मशीन के जरिए हवा से ऑक्सीजन जुटाएंगे। इसके लिए जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा।
कोरोना काल में एकाएक ऑक्सीजन की खपत बढ़ गई। वहीं ठंड में हृदय रोगी, सांस रोगियों की मुश्किलें भी बढ़ जाती हैं। ऐसे में अक्सर आईसीयू के बेड फुल रहते हैं। वहीं अस्पतालों में बार-बार सिलेंडर भराने का झंझट बना रहता है। ऐसे में केंद्र व राज्य सरकार के सहयोग से अस्पतालों में एयर सप्रेशन यूनिट बनेंगी। इसमें लगा सर्किट वातावरण से सीधे हवा खींचेंगा। वहीं यूनिट में लगा ऑक्सीजन जनरेट हवा से ऑक्सीजन के अणु पृथक कर स्टोर कर लेगा। चैंबर में स्टोर ऑक्सीजन पाइप लाइन के जरिए सीधे मरीज के बेड पर पहुंचेगी। ऐसे में अस्पतालों को निजी कंपनी से ऑक्सीजन सिलेंडर भराने का झंझट खत्म होगा। सूत्रों की माने तो अस्पतालों में 30 सप्रेशन यूनिट में 16 राज्य सरकार व 14 केंद्र सरकार की मदद से लगेंगी।

प्रदेश के 10 अस्पतालों में यूनिट लगाने के नाम फाइनल हो गए हैं। इसमें लखनऊ के लोकबंधु व सिविल अस्पताल का चयन किया गया है। इसके अलावा गोरखपुर टीबी अस्पताल, कानपुर नगर के कांशीराम संयुक्त अस्पताल, प्रयागराज टीबी अस्पताल, बरेली 300 बेड कोविड अस्पताल, वाराणसी पं. दीन दयाल हॉस्पिटल, गौतम बुद्ध नगर 240 बेड कोविड अस्पताल, सोनभद्र, अमेठी, अंबेडकर नगर के मदर एंड चाइल्ड हॉस्पिटल पर मुहर लगा दी गई है। शेष अस्पतालों के नाम भी जल्द फाइनल हो जाएंगे। इनमें 400 से लेकर 1500 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन तैयार करने वाली यूनिट बनेंगी।

केंद्र व राज्य सरकार के सहयोग से 30 अस्पतालों में एयर सप्रेशन यूनिट लगेगी। जल्द ही ड्रग कॉर्पोरेशन द्वारा यूनिट निर्माण के लिए टेंडर जारी किया जाएगा।
डॉ. डीएस नेगी, महानिदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य

रेलवे 10 से चलाएगा चार स्पेशल ट्रेनें, लखनऊ के यात्रियों को राहत

  • दीपावली और छठ पर्व पर जाने वाले मुसाफिरों को राहत

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। रेलवे दीपावली और छठ पर्व को देखते हुए आनंद विहार से पूजा स्पेशल ट्रेनें चलाएगा। इन ट्रेनों के चलने से वेटिंग लिस्ट से परेशान यात्रियों की मुश्किलें कुछ कम होंगी। ट्रेन 04424 स्पेशल 10 से 22 नवंबर तक प्रतिदिन आनंद विहार से दोपहर 3:20 बजे चलकर रात 12:32 बजे ऐशबाग और 12:52 बजे बादशाहनगर होकर अगले दिन शाम 7:55 बजे कटिहार पहुंचेगी।
वापसी में 04423 स्पेशल 11 से 23 नवंबर तक प्रतिदिन कटिहार से रात 10:45 बजे प्रस्थान कर अगले दिन शाम 5:33 बजे बादशाहनगर से शाम 6:20 बजे ऐशबाग होते हुए रात 02:55 बजे आनंद विहार पहुंचेगी। 04426 स्पेशल ट्रेन 10 से 22 नवंबर तक आनंद विहार से शाम 4:25 बजे चलकर आलमनगर रात 1:50 बजे, लखनऊ रात 2:25 बजे होकर अगले दिन रात 10:10 बजे रक्सौल पहुंचेगी। वापसी में 04425 स्पेशल 11 से 23 नवम्बर तक रक्सौल से रात 11:40 बजे प्रस्थान कर दूसरे दिन शाम 6:28 बजे, लखनऊ और 6:46 बजे आलमनगर होते हुए सुबह 04:50 बजे आनंद विहार पहुंचेगी। 04432 स्पेशल आठ से 22 नवम्बर तक प्रत्येक रविवार को आनंद विहार से सुबह 11:10 बजे रवाना होकर शाम 6:52 बजे लखनऊ पहुंचेगी।

यूपी में पटाखों पर लग सकती है रोक

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने पटाखों से होने वाले प्रदूषण को गंभीरता से लेते हुए 18 राज्यों को नोटिस जारी किया है। विभिन्न समूहों की ओर से दायर याचिकाओं में 30 नवंबर तक पटाखों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है।
एनजीटी चेयरमैन जस्टिस आदर्श कुमार की पीठ इस मामले में पहले ही दिल्ली, हरियाणा और यूपी की सरकारों की नोटिस भेज चुकी है। जबकि राजस्थान और ओडिशा सरकारें अपने राज्यों में पटाखों की खरीद बिक्री पर पाबंदी लगाने के लिए अधिसूचना जारी कर चुकी हैं। एनजीटी ने पटाखों से प्रदूषण को लेकर आंध्र प्रदेश, बंगाल, असम, बिहार, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, गुजरात, हिमाचल, कर्नाटक, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, एमपी, महाराष्टï्र, मेघालय, नगालैंड, तमिलनाडु, तेलंगाना व उत्तराखंड से जवाब मांगा है।

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