तीमारदारों की मंजूरी पर ही प्लाज्मा थेरेपी

  • आइसीएमआर से पीजीआई व केजीएमयू समेत 50 सेंटरों को मिली अनुमति

  • गुर्दा, कैंसर, डायबिटीज की समस्या से पीडि़तों को भी दी जा सकेगी थेरेपी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कोरोनाकाला में जहां एक ओर संक्रमित मरीज प्लाज्मा थेरेपी से इलाज नहीं करा सकते थे। वहीं अब इसे केंद्र सरकार के बाद ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया ने भी ऑफ लेबल प्लाज्मा थेरेपी की मंजूरी दे दी गई है। अब तीमारदार व मरीज की इच्छा के बाद संक्रमित को प्लाज्मा थेरेपी दी जा सकेगी, जिससे मरीज पर किसी तरह की बंदिश नहीं रहेगी। ऐसा करने से गंभीर मरीजों को काफी राहत मिलेगी।
कोरोना संक्रमित मरीज जो गुर्दा, कैंसर, डायबिटीज व हृदय की समस्या से पीडि़त हैं उन्हें भी प्लाज्मा थेरेपी दी जा सकेगी। ऑफ लेबल थेरेपी में मॉडरेट के साथ-साथ सीवियर मरीजों का भी शामिल हैं। यह थेरेपी सिर्फ कोविड-19 के मरीजों को दी जाती है जिससे उनकी शरीर की प्रतिरोध क्षमता को बढ़ाया जा सके और मरीज जल्दी ठीक हो जाए। डॉ. तूलिका चंद्रा के मुताबिक अब ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया से भी अनुमति मिल गई है। तीमारदार यदि अपने मरीज का प्लाज्मा थेरेपी से इलाज कराना चाहता है, तो उसे इनकार नहीं किया जा सकता है।

बीते 24 घंटे में 43 लोग कोरोना पॉजीटिव

केजीएमयू के माइक्रोलॉजी विभाग में 4,158 सैंपल में 128 कोरोना पॉजीटिव मिले हैं। इनमें से लखनऊ के 43 रोगी हैं। ये बीते 24 घंटे में मिले है। इन रोगियों में 1 वर्ष से लेकर 5 व 10 वर्ष के बच्चे भी शामिल हैं। इसके अलावा संभल के 09 रोगी पॉजीटिव पाए गए हैं। मुरादाबाद के 23 व अयोध्या के 10 पॉजीटिव मरीज मिले हैं। कानपुर में 01, हरदोई में 03, कन्नौज में 01, हाथरस में 01, श्रावस्ती में 01, बाराबंकी में 32 कोरोना पॉजीटिव मरीज मिले हैं।

11 कोरोना विजेताओं ने दान किया प्लाज्मा

केजीएमयू-पीजीआइ समेत देश के 50 सेंटरों को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) ने प्लाज्मा थेरेपी की अनुमति दी है। अब तक केजीएमयू में 11 कोरोना विजेताओं ने प्लाज्मा दान किया है। गंभीर रूप से बीमार पांच कोरोना पॉजिटिव मरीजों को प्लाज्मा थेरेपी दी जा चुकी है।
स्वस्थ मरीजों के लिए एंबुलेंस सेवा बंद
अब अस्पतालों में भर्ती कोरोना वायरस से स्वस्थ हुए मरीजों को 108 और लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस से घर नहीं छोड़ा जाएगा। इसके साथ अन्य रोगियों को भी घर जाने के लिए एम्बुलेंस नहीं मिलेगी। यह फैसला प्रदेश सरकार ने किया है। इस सिलसिले में नेशनल हेल्थ मिशन के निदेशक विजय विश्वास पंत ने सभी सीएमओ को पत्र भेजा है।

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