जिसको सौंपी कानून की रखवाली वही बन गया बलात्कार का आरोपी पर नहीं हटाया सरकार ने, सुप्रीम कोर्ट ने खारिज किया स्टे

अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता पर लगाया था एक एडवोकेट ने बलात्कार का आरोप
पुलिस ने दबाव में नहीं की कोई कार्रवाई
हाईकोर्ट ने दिया था गिरफ्तारी पर स्टे पर सुप्रीम कोर्ट ने कर दिया खारिज
विपक्ष ने कहा सरकार संरक्षण देती है ऐसे लोगों को

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सरकार ने जिसको कानून की रखवाली का जिम्मा सौंपा था उसी पर बलात्कार का आरोप लगा है। अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता पर एक एडवोकेट ने बलात्कार का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी लेकिन यूपी पुलिस ने दबाव में कोई कार्रवाई नहीं की। सरकार ने भी आरोप के बाद अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता को नहीं हटाया। वहीं अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता को इलाहाबाद हाईकोर्ट से गिरफ्तारी पर अंतरिम राहत मिल गई थी। इस मामले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई। सुप्रीम कोर्ट ने अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता को गिरफ्तारी से मिली रोक को आज खारिज कर दिया। इस पर विपक्ष ने कहा है कि सरकार ऐसे लोगों को संरक्षण दे रही है।
सुप्रीम कोर्ट ने आज इलाहाबाद हाईकोर्ट के उस आदेश पर रोक लगा दी, जिसमें उसने दिल्ली की एक युवा वकील द्वारा अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता के खिलाफ दर्ज बलात्कार के मामले में गिरफ्तार करने से उत्तर प्रदेश पुलिस को रोक दिया था। न्यायमूर्ति आरएफ नरीमन और न्यायमूर्ति नवीन सिन्हा की खंडपीठ ने हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ एक एसएलपी पर सुनवाई करते हुए यह आदेश पारित किया। पिछले सप्ताह उच्च न्यायालय ने लखनऊ पीठ में अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता शैलेन्द्र सिंह चौहान को गिरफ्तारी से अंतरिम राहत दी थी। अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता पर दिल्ली की एक युवा प्रैक्टिसिंग वकील ने यौन उत्पीडऩ का आरोप लगाया है और मामले में गोमती नगर क्षेत्र के विभूति खंड पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 328, धारा 354 ए और धारा 376 (बलात्कार) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस पर अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता शैलेंद्र सिंह चौहान ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। उन्होंने कोर्ट से अपील की थी कि उनके ऊपर लगाए गए आरोप झूठे हैं। लिहाजा उसके खिलाफ दर्ज एफआईआर को खारिज कर दिया जाना चाहिए। हालांकि हाईकोर्ट ने कार्रवाई को तुरंत रद्द करने से इनकार कर दिया था लेकिन आरोपी अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता को गिरफ्तारी से अंतरिम राहत दी थी और इस बीच शिकायतकर्ता के वकील को मामले में जवाब दाखिल करने के लिए समय दिया था। इस आदेश को शीर्ष अदालत के समक्ष चुनौती दी गई थी। शीर्ष अदालत ने अपने आदेश में कहा कि एक अंतरिम उपाय के रूप में सक्षम न्यायालय को लंबित आवेदन पर आवश्यक आदेश पारित करने के लिए निर्देशित किया जाता है ताकि जांच एजेंसी संबंधित सामग्री को अपने कब्जे में ले सके जो कि मामले पर असर डाल सकती है। प्रचुर सावधानी के रूप में इस आशय का उचित आदेश पारित किया जा सकता है ताकि मामले के साक्ष्य के साथ कोई छेड़छाड़ न हो।
क्या कहा था हाईकोर्ट ने
एफआईआर खारिज किए जाने की अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता की दलील सुनने के बाद न्यायमूर्ति एआर मसूदी और न्यायमूर्ति राजीव सिंह की लखनऊ खंडपीठ ने कहा था कि एफआईआर पर गौर करने के बाद प्रथमदृष्टया हम इस बात से संतुष्ट हैं कि इस मामले में याचिकाकर्ता (आरोपी) को गिरफ्तार नहीं किया जाए।
न्याय सभी के लिये बराबर होना चाहिये। बहुत हैरानी की बात है कि इस तरह की मानसिकता के व्यक्ति को अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता जैसे महत्वपूर्ण पद पर तैनात किया गया है। यह सरकार की महिलाओं के प्रति सोच को दर्शाता है। सदन में इस मामले को उठाया जायेगा।
दीपक सिंह, सदस्य विधान परिषद, कांग्रेस
न्याय मंत्री के स्वस्थ्य होते ही इस पूरे प्रकरण की न्याय विभाग द्वारा जांच कराकर कार्रवाई की जायेगी। योगी सरकार में सभी के लिये बराबर का न्याय है।
चंद्रमोहन, प्रवक्ता, भाजपा
इतने गंभीर आरोप व सुप्रीम कोर्ट से स्टे खारिज होने के बाद जिम्मेदार पद पर बने रहने का कोई औचित्य नहीं है। सरकार को उन्हें तुरन्त पद से हटाना चाहिए। यदि सरकार खुद नहीं हटाती तो वह संरक्षण दे रही है। साथ ही इसकी जांच त्वरित और निष्पक्ष हो। आरोप गंभीर हैं इसलिए जांच प्रक्रिया प्रभावित न हो इसे सरकार सुनिश्चित करे।
जूही सिंह, प्रवक्ता, सपा
ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रदेश में निरंतर ब्राह्मïणों को निशाना बनाया जा रहा है। मुजरिम और दुराचारी खुलेआम घूम रहे हैं। बेटी के सम्मान का नारा देकर सत्ता में आई सरकार मौन है। उसका उत्पीडऩ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। तत्काल दुराचारी की गिरफ्तारी हो। मैं बेटी को न्याय दिलाने के लिए सड़क से संसद तक लड़ाई लडूंगी।
रोली मिश्रा, पूर्व सदस्य, महिला आयोग

मनोज सिन्हा बने जम्मू-कश्मीर के नए उपराज्यपाल

श्रीनगर रवाना, रेल राज्यमंत्री रह चुके हैं सिन्हा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। मनोज सिन्हा को जम्मू कश्मीर का नया उपराज्यपाल बनाया गया है। उन्हें गिरीश चंद्र मुर्मू के इस्तीफे के बाद उपराज्यपाल नियुक्त किया गया है। मनोज सिन्हा श्रीनगर रवाना हो गए हैं। इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू का इस्तीफा मंजूर कर लिया।
केंद्र सरकार ने आज पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा को गिरीश चंद्र मुर्मू की जगह जम्मू-कश्मीर के नए उपराज्यपाल के रूप में नियुक्त किया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने केंद्र शासित राज्य के उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू के इस्तीफे को स्वीकार करने के बाद मनोज सिन्हा को इस पद पर नियुक्तकिया है। जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन होने के बाद बीते साल 31 अक्टूबर को मुर्मू ने उपराज्यपाल का पद संभाला था। राष्ट्रपति के प्रेस सचिव अजय कुमार सिंह द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार मनोज सिन्हा की नियुक्ति उनके कार्यालय के कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से लागू होगी। भाजपा नेता मनोज सिन्हा मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान रेल राज्यमंत्री रह चुके हैं।

टीवी एक्टर समीर शर्मा का फंदे से लटका मिला शव

नहीं मिला सुसाइड नोट, पुलिस कर रही जांच

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। सुशांत सिंह राजपूत का केस अभी सुलझा भी नहीं कि टीवी जगत से एक दुखद खबर सामने आई है। टीवी अभिनेता 44 वर्षीय समीर शर्मा का शव उनके आवास पर फंदे से लटका मिला है। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। समीर ने सीरियल ये रिश्ते है प्यार के, कहानी घर घर की, लेफ्ट राइट लेफ्ट, इस प्यार को क्या नाम दूं जैसे मशहूर टीवी सीरियल में काम कर चुके हैं। समीर शर्मा का शव बुधवार रात मलाड स्थित नेहा सीएचएस बिल्डिंग में अपने घर पर फांसी पर लटका हुआ पाया गया था। समीर ने इसी साल फरवरी में अपार्टमेंट किराए पर लिया था। पुलिस को संदेह है कि अभिनेता ने एक दिन पहले आत्महत्या कर ली थी। पुलिस को कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। मामले की जांच की जा रही है।

श्रीरामजन्मभूमि पर सफाई कार्य तेज, इसी सप्ताह शुरू हो सकता है मंदिर निर्माण

शनिवार से शुरू हो सकता है नींव खोदने का काम

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
अयोध्या। रामनगरी में श्रीरामजन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन और आधारशिला रखने के बाद अब लोगों को मंदिर के निर्माण कार्य प्रारंभ होने का इंतजार है। यहां सफाई का काम तेज हो गया है और इसी सप्ताह मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो सकता है। श्रीरामजन्मभूमि स्थल पर आल वेदर टेंट हटाने के साथ ही सफाई का काम आज से शुरू हो गया है। इस काम में करीब दो दिन का समय लगेगा। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय भी यहां पर शीघ्र सफाई के काम को समाप्त कराना चाहते हैं। उन्होंने साफ-सफाई के काम में तेजी लाने के निर्देश दिए हंै। सफाई होने के बाद ही नींव की खुदाई का काम शनिवार से शुरू किया जाएगा। बुधवार को यहां पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर निर्माण के लिए आधारशिला रखी थी। इसी स्थल पर आज श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य पहुंचे। तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय भी मंदिर का निर्माण करने वाली कंपनी एलएनटी के अधिकारियों के साथ पहुंचे। इसके बाद उन्होंने सफाई काम में तेजी लाने का निर्देश किया है।

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