जिला स्तर पर स्क्रीनिंग व एंबुलेंस के लिए बने एकीकृत कमांड सेंटर : सीएम योगी

जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी की तय होगी जवाबदेही

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेडिकल स्क्रीनिंग, एंबुलेंस सेवा और सर्विलांस गतिविधियों की बेहतर निगरानी तथा नियंत्रण के लिए राज्य मुख्यालय और जिला स्तर पर एकीकृत कमांड सेंटर की स्थापना के निर्देश दिए हैं। कमांड सेंटर का संचालन राहत आयुक्त कार्यालय में लागू व्यवस्था की तर्ज पर करने के लिए कहा है।
सीएम योगी ने कहा कि कोविड संक्रमण पर काबू पाने की कोशिशों में जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को शनिवार-रविवार को दो दिन बंदी पूर्व की भांति ही कड़ाई से पालन करवाने के निर्देश दिए। स्वच्छता, सैनिटाइजेशन व संचारी रोग नियंत्रण अभियान जारी रहेगा। शनिवार व रविवार को साप्ताहिक बंदी के दौरान लोग अनावश्यक घर से बाहर न निकलें। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभागों को अपनी सभी इकाइयों को पूरी तरह सक्रिय रखने को कहा है। सभी वेंटिलेटर को क्रियाशील रखने के साथ ही एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस में भी वेंटिलेटर कार्यशील रहें। कोविड तथा नॉन कोविड चिकित्सालयों के लिए अलग-अलग एंबुलेंस की व्यवस्था करें, जिनमें ऑक्सीजन की अनिवार्य उपलब्धता के साथ यह पहले से तय रखा जाए कि मरीज को किस अस्पताल में भर्ती कराना है।

58 नोडल अफसरों को मुख्यालय वापस आने की अनुमति

योगी सरकार ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर मण्डलायुक्तों के जरिए जिलों में नामित किए गए 58 नोडल अधिकारियों को लखनऊ वापस आने को कहा है। हालांकि लखनऊ और कानपुर नगर सहित 17 जिलों की संवेदनशीलता को देखते हुए वहां नियुक्त नोडल अधिकारी फिलहाल अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन वहां रहकर करते रहेंगे। दरसल यूपी सरकार ने महामारी के प्रसार को रोकने का इलाज आदि की व्यवस्था की निगरानी के लिए 26 जून को मंडलायुक्तों के साथ उनके नियंत्रण वाले जिलों की संख्या के आधार पर विशेष सचिव स्तर के आईएएस और पीसीएस अधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया था। उसके बाद मंडलायुक्तों ने आवश्यकतानुसार अधिकारियों को जिले आवंटित कर दिए थे इस तरह सभी 75 जिलों में नोडल अधिकारी नामित किए गए थे।

जिलों में स्वच्छता अभियान में तेजी लाएं
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सीएम योगी ने ने कहा कि अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव/सचिव स्तर के अधिकारी अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में स्वच्छता अभियान में तेजी लाएं। प्रत्येक जरूरतमंद को खाद्यान्न की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए।

शुद्घ पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए

सीएम योगी ने कहा कि कहीं भी जलभराव न हो, फागिंग का कार्य किया जाए और शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। शहरी क्षेत्रों में सर्विलांस टीम के जरिए घर-घर जाकर सर्वे के माध्यम से मेडिकल स्क्रीनिंग पर जोर दिया। निर्देश दिया कि 25 लाख से कम आबादी वाले जिलों में रोजाना न्यूनतम 500 तथा इससे अधिक जनसंख्या वाले जिलों में प्रतिदिन कम से कम एक हजार रैपिड एंटीजन टेस्ट किए जाएं। स्वास्थ्य विभाग छोटे जिलों में पांच हजार और बड़े जिलों में 10 हजार टेस्टिंग किट की उपलब्धता हमेशा बनाए रखे। सर्विलांस टीम के सर्वे में संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध पाए जाने वाले व्यक्तियों का रैपिड एंटीजन टेस्ट किया जाए।

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