छात्र हित में परीक्षाओं का आयोजन जरूरी कोरोना प्रोटोकॉल का करना होगा पालन

सरकारी दफ्तरों में सुनिश्चित करें 50 फीसदी हाजिरी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। देश में बहस का मुद्दा बनीं जेईई और नीट परीक्षाओं के मुद्दे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि छात्र हित में परीक्षाओं का आयोजन जरूरी है। जेईई-नीट परीक्षाओं के आयोजन का समर्थन करते हुए सीएम योगी ने कहा कि कोविड-19 से बचाव के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सभी गतिविधियां प्रारंभ होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नौ अगस्त को उत्तर प्रदेश में बीएड प्रवेश परीक्षा संपन्न हुई, जिसमें लगभग पांच लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इस परीक्षा में कहीं से संक्रमण की कोई समस्या सामने नहीं आई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा करते हुए सभी जिलाधिकारियों को कोविड-19 संबंधी कार्यों के साथ जनता की समस्याओं का समाधान करने का निर्देश दिया। सीएम योगी ने कहा कि जिलाधिकारी रोज सुबह नौ से 10 बजे तक कोविड-19 से जुड़े कार्यों की समीक्षा और 10 से 11 बजे तक सरकारी दफ्तरों का निरीक्षण करें। वहीं 11 से दोपहर एक बजे के दौरान अपने कार्यालय में जनता से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान करें। इसी प्रकार की व्यवस्था तहसील और विकासखंड तथा पुलिस के स्तर पर भी लागू करने का निर्देश दिया। सीएम योगी ने कहा कि अपरिहार्य परिस्थितियों में डीएम या तहसील में एसडीएम की अनुपस्थिति में कोई अन्य जिम्मेदार अधिकारी इस शेड्यूल के अनुसार काम करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस संक्रमण की चेन को तोडऩे के लिए सभी प्रयास जारी रखने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि सरकारी दफ्तरों में अवकाश पर रहने वाले और अस्वस्थ कार्मिकों को छोडक़र कार्यालय अवधि में प्रत्येक समय 50 प्रतिशत कर्मियों की उपस्थिति हर हाल में होनी चाहिए।

लव जिहाद व महिला उत्पीडऩ की घटनाओं पर एनएसए लगाने का दिया आदेश

मुख्यमंत्री ने महिला उत्पीडऩ और लव जिहाद की घटनाएं रोकने के लिए अधिकारियों से कार्ययोजना तैयार करने को कहा है। सीएम ने लखीमपुर खीरी में हुई घटना पर सख्त रुख अपनाते हुए अपराधियों पर राष्टï्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाने के निर्देश दिए हैं। योगी ने कहा कि राज्य सरकार ऐसे मामलों की फास्ट ट्रैक अदालत में सुनवाई कराकर अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलवाएगी। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने महिला उत्पीडऩ व लव जिहाद के मामलों में त्वरित व सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

बाबरी मस्जिद केस: 31 अगस्त तक सभी आरोपित जमा करें लिखित बहस

सभी आरोपितों के अलग-अलग समय मांगने से विशेष अदालत का समय जाया हो रहा है

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। अयोध्या के बाबरी मस्जिद मामले में विशेष अदालत में विशेष न्यायाधीश सुरेंद्र कुमार यादव ने बचाव पक्ष को अंतिम अवसर देते हुए 31 अगस्त को लिखित बहस दाखिल करने की तिथि नियत की है। उन्होंने कहा कि सभी आरोपितों के अलग-अलग समय मांगने से कोर्ट का समय जाया हो रहा है। लिहाजा नियत 31 अगस्त तक हर आरोपित अपनी लिखित बहस अदालत में जमा कर दे। उसके बाद मौका नहीं दिया जाएगा और मामले में निर्णय कर दिया जाएगा।
अदालत में बचाव पक्ष से साक्षी महाराज के अधिवक्ता प्रशांत सिंह अटल ने लिखित बहस दाखिल करने के लिए 31 अगस्त तक का समय देने की मांग की। अदालत ने बचाव पक्ष की मांग पर कहा कि अभियोजन पक्ष ने बहस दाखिल कर दी। वही बचाव के अधिवक्ता केके मिश्र को बहस की लिखित कापी भी उपलब्ध करा दी गई। अन्य को सॉफ्ट कापी सीबीआइ से लेने का निर्देश दिया गया। इसके बाद भी बचाव पक्ष की ओर अलग अलग अदालत से समय की मांग की जा रही है। अभी आरोपित आरएन श्रीवास्तव की ओर से समय की मांग नहीं हुई, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि उनकी ओर से भी समय की मांग की जा सकती है।

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