चीन-पाक का गठजोड़ और भारत की तैयारी

sanjay sharma

सवाल यह है कि पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज क्यों नहीं आ रहा है? क्या भारत पर एक और आतंकी हमला करवाना पाकिस्तान के लिए आत्मघाती नहीं सिद्ध होगा? क्या पीओके पर भारत द्वारा कभी भी कब्जा करने की आशंका से पाकिस्तान डरा हुआ है? क्या बलूचिस्तान में हो रहे अत्याचारों को दुनिया से छिपाने के लिए इमरान सरकार चीन के साथ मिलकर भारत को परेशान करने की कोशिश कर रही है?

चीन और भारत के बीच तनाव चरम पर है। एलएसी पर दोनों देशों की सेनाएं डटी हुई हैं। चीन भारत को दो मोर्चे पर उलझाना चाहता है। इसमें उसको पाकिस्तान का पूरा साथ मिल रहा है। चीन का पिछल्लू बन चुका पाकिस्तान चीनी सेना के साथ पीओके में युद्धाभ्यास ही नहीं कर रहा बल्कि भारत में बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने की भी फिराक में हैं। वह सीमा पर भी लगातार भारत के रिहायशी इलाकों को निशाना बना रहा है। सवाल यह है कि पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज क्यों नहीं आ रहा है? क्या भारत पर एक और आतंकी हमला करवाना पाकिस्तान के लिए आत्मघाती नहीं सिद्ध होगा? क्या पीओके पर भारत द्वारा कभी भी कब्जा करने की आशंका से पाकिस्तान डरा हुआ है? क्या बलूचिस्तान में हो रहे अत्याचारों को दुनिया से छिपाने के लिए इमरान सरकार चीन के साथ मिलकर भारत को परेशान करने की कोशिश कर रही है? क्या एक और युद्ध पाकिस्तान के अस्तित्व को खत्म नहीं कर देगा?
भारत-पाकिस्तान के रिश्ते कभी मधुर नहीं रहे हैं। जब से चीन और भारत के बीच तनाव उत्पन्न हुआ है, पाकिस्तान भारत के खिलाफ तेजी से सक्रिय हो गया है। वह चीन के साथ मिलकर भारत के खिलाफ मोर्चो खोल रहा है। वह लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है। पाकिस्तानी सेना सीमावर्ती भारतीय गांवों को निशाना बनाकर गोलीबारी कर रही है। गोलीबारी में कई ग्रामीण मारे जा चुके हैं। भारत भी पाकिस्तान को मुहंतोड़ जवाब दे रहा है। पाकिस्तान आतंकियों को भी भारत भेज रहा है। राम मंदिर के भूमि पूजन के दौरान वह आतंकी हमला करने के लिए आतंकवादियों को भेज चुका है। इसके अलावा पीओके में वह चीन के साथ युद्धाभ्यास कर रहा है। पीओके में चीन आर्थिक गलियारा बना रहा है। पाकिस्तान और चीन दोनों को डर है कि भारत कभी भी पीओके पर कब्जा कर सकता है। इससे चीन का अरबों रुपये का नुकसान हो जाएगा। लिहाजा दोनों देश रणनीतिक साझीदारी को तेजी से मजबूत कर रहे है। वहीं इमरान सरकार पाकिस्तानी जनता में अलोकप्रिय हो चुकी है। इमरान पाकिस्तान में भ्रष्टïाचार, महंगाई और कोरोना संक्रमण को रोकने में बुरी तरह असफल रहे हैं। साथ ही बलूचिस्तान में पाक सैनिकों के अत्याचारों ने भी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है। लिहाजा इमरान सरकार भारत को उकसाने की कार्रवाई कर जनता का ध्यान भटका रही है। पाकिस्तान को यह नहीं भूलना चाहिए कि एक और युद्ध उसके लिए आत्मघाती होगा। भारत दो मोर्चों पर लड़ाई के लिए पूरी तरह तैयार है। यदि चीन-पाक ने भविष्य में कोई भी हिमाकत की तो यह दोनों देशों को भारी पड़ेगी।

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