गोवंश सहभागिता योजना: कुपोषित परिवारों को योगी सरकार देगी च्गायज्

भरण-पोषण के लिए 900 रुपए प्रतिमाह भी मिलेंगे

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। प्रदेश के कुपोषित परिवारों को योगी सरकार गायें उपलब्ध कराएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसे कुपोषित परिवारों, जिनके पास गाय रखने का स्थान उपलब्ध होने के साथ वे गौ-पालन के इच्छुक हों, उन्हें निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों से गाय उपलब्ध कराने का जिलों के प्रशासन को निर्देश दिया है। गाय के भरण-पोषण के लिए प्रति गाय प्रतिमाह 900 रुपये भी देने के लिए कहा है। यह व्यवस्था मुख्यमंत्री निराश्रित/बेसहारा
गोवंश सहभागिता योजना के तहत की जाएगी। उन्होंने ऐसे परिवारों को अच्छे से अच्छा पोषण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उन्हें किचन गार्डन विकसित करने के लिए प्रेरित व प्रोत्साहित करने पर भी जोर दिया है। राष्टï्रीय पोषण माह को लेकर लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों को यह निर्देश दिया। कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने बहराइच, बलरामपुर, लखीमपुर खीरी और बाराबंकी जिलों के पोषण कार्यक्रम के लाभार्थियों और उनके अभिभावकों से बातचीत कर उनकी कुशलक्षेम पूछी। मुख्यमंत्री ने कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चों को चिन्हित करके उन्हें समय से पोषण संबंधी सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। बच्चों के साथ कुपोषित मां को भी चिन्हित कर योजनाओं का लाभ देने के लिए कहा। कुपोषित परिवारों के बेरोजगार लोगों को राज्य सरकार की ओर से संचालित योजनाओं के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराने पर जोर दिया। पोषण के साथ टीकाकरण कार्यक्रम को भी समयबद्ध ढंग
से आगे बढ़ाया जाए।

बुंदेलखंड को जैविक खेती का रोल मॉडल बनाया जाए : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार देश के सामने बुंदेलखंड को विकास के अभिनव मानक के रूप में स्थापित करना चाहती है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, डिफेंस कॉरिडोर और पर्यटन विकास के विभिन्न कार्यों के साथ हम बुंदेलखंड को जैविक खेती का केंद्र बनाना चाहते हैं। इससे जहरीली रासायनिक खादों से मुक्ति तो मिलेगी ही, उत्पाद की कीमत अधिक मिलने से किसान भी खुशहाल होंगे। कृषि विभाग के अधिकारियों को उन्होंने यहां के किसानों को जैविक और जीरो बजट कृषि के प्रति जागरूक करने के लिए कहा। इससे बुंदेलखंड को अन्ना प्रथा से निजात मिलेगी और किसान अच्छे नस्ल के गोवंश पालने के लिए प्रेरित होंगे। इससे देश में बुंदेलखंड की नई पहचान भी बनेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बुंदेलखंड आत्मनिर्भर भारत अभियान का महत्वपूर्ण हिस्सा है।

पोषण माह की टैग लाइन- उत्तम पोषण उत्तर प्रदेश रोशन
कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव महिला कल्याण एवं बाल विकास एस. राधा चौहान ने बताया कि राजकीय शोक के कारण इस साल राष्टï्रीय पोषण माह सात सितंबर से शुरू किया जा रहा है। उन्होंने इस पोषण माह का एक प्रस्तुतीकरण भी किया। बताया कि पोषण माह की टैग लाइन उत्तम पोषण-उत्तर प्रदेश रोशन है। उन्होंने यह भी बताया कि इस साल आठ लाख कुपोषित बच्चे मिलने की संभावना हैं।

यूपी में प्रतिबंधों के साथ बार और क्लब खोलने की अनुमति

कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। पांच महीने से अधिक लंबी अवधि के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में बार और क्लब खोलने की अनुमति दे दी है। ये फैसला केंद्र सरकार की ओर से जारी अनलॉक-4 की गाइडलाइन के बाद किया गया है। आबकारी विभाग के मुताबिक नई गाइडलाइन में बार और क्लब को बंद करने का कोई निर्देश नहीं है, लिहाजा इसे खोलने की अनुमति दी गयी है।
आबकारी विभाग के जारी आदेश में कहा गया है कि कंटेनमेंट जोन को छोडक़र सुबह दस बजे से रात नौ बजे तक बार और क्लब का संचालन अब किया जा सकते हैं। बार संचालकों को कोविड-19 के सभी नियम-निर्देशों का पालन करना होगा। उत्तर प्रदेश में अब सुराप्रेमी बार में बैठकर शराब का सेवन कर सकेंगे। आबकारी विभाग ने कुछ प्रतिबंध लगाकर बार खोलने की अनुमति दे दी है। सुबह दस से रात नौ बजे तक बार खोले जा सकेंगे। संचालकों को कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करना होगा। कोरोना संक्रमण का फैलाव होने पर 25 मार्च को देशव्यापी लॉकडाउन घोषित किया गया था। तब से होटल और रेस्टोरेंट के बार भी बंद थे। अनलॉक घोषित होने पर दूसरे प्रदेशों में होटल, रेस्टोरेंट व उसमें बने बार खोल दिए गए।

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