मुलायम सिंह के लिए भारत रत्न की उठी मांग

लखनऊ। दिवंगत मुलायम सिंह यादव के लिए भारत रत्न की मांग उठी है। यह मांग समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता और सीनियर लीडर आईपी सिंह ने की है। राष्टï्रपति को एक पत्र लिखकर सपा नेता ने मुलायम सिंह यादव को अविलम्ब भारत रत्न देने की मांग की है। आईपी सिंह ने अपने पत्र में लिखा कि नेता जी के गोलोकगमन से पूरा देश शोकाकुल है। सभी में निराशा का भाव है। ऐसे में उनके चाहने वाले और समाजवादी विचारधारा के हर सिपाही की भावनाओं को ध्यान रखते हुए नेता जी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न देने की घोषणा की जानी चाहिए। धरती पुत्र मुलायम सिंह यादव वो नाम है जो भारत रत्न की शोभा बढ़ाने का काम करेगा। आईपी सिंह ने लिखा है कि उत्तर प्रदेश के सबसे छोटे कस्बे में से एक एक पिछड़े परिवार में जन्म लेने वाले नेता जी लगभग 6 दशकों तक सदैव देश की राजनीति का केंद्र बिंदु बने रहे। वह सही मायने में भारतीय राजनीति के अक्षय को आठ बार विधायक सात बार संसद तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और एक बार भारत के रक्षा मंत्री रहकर भी नेता जी ने कभी जमीन नहीं छोड़ी। वो गरीबों के मसीहा थे और आजीवन सिर्फ गरीब कल्याण की राजनीति की। महामहिम समाज में जिस वंचित और शोषित वर्ग के लिए नेता जी ने संघर्ष किया उस वर्ग की पीड़ा और दर्द आप से बेहतर कोई और नहीं समझ सकता। नेताजी ने आजीवन एक ऐसे समाज हेतु संघर्ष किया। जहां सभी को बराबरी का मौका मिले। एक ऐसा समाज जो गांव-शहर, अमीर-गरीब, हिंदू-मुस्लिम और अगला-पिछड़ा सभी को एक धागे में पिरो कर एक सशक्त भारत का निर्माण करें।

नेताजी को भारत रत्न देने से इसकी शोभा बढ़ेगी
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता और सीनियर लीडर आई पी सिंह ने पत्र में लिखा है कि विगत सोमवार को समाजवाद के एक स्वर्णिम अध्याय का समापन हो गया। देश ने अपने सबसे प्रिय नेता आदरणीय मुलायम सिंह यादव को खो दिया। एक ऐसा नेता जिसका जीवन ही संघर्ष का दूसरा नाम है। एक ऐसा व्यक्तित्व जिसने सामाजिक न्याय की ऐतिहासिक लड़ाई लड़ी और अपना सर्वस्व व राष्टï्र के नाम समर्पित कर दिया। समाजवादी विचारधारा के हर सिपाही की भावनाओं को ध्यान रखते हुए नेता जी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न देने की घोषणा की जानी चाहिए। धरती पुत्र मुलायम सिंह नाम है जो भारत रत्न की शोभा बढ़ाने का काम करेगा।

सरकारी योजनायें जनता तक पहुंचायें अफसर : मुख्य सचिव

लखनऊ। इंजीनियरिंग की पृष्ठभूमि से जुड़े भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) और भारतीय वन सेवा के (आईएफएस) प्रशिक्षु अधिकारी भेंट करने आए तो उन्हें मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने उन्हीं के अंदाज में कार्यशैली समझाई। कहा कि एक इंजीनियर मशीन बेस्ड साल्यूशन है और सिविल सर्विस अधिकारी ह्यूमन बेस्ड साल्यूशन होता है। मुख्य सचिव से मिलने आईएएस 2021 बैच और आईएफएस 2018 व 2019 बैच के 23 प्रशिक्षु अधिकारी मिलने पहुंचे। इनमें ज्यादातर प्रशिक्षु अधिकारी इंजीनियरिंग क्षेत्र से जुड़े थे। इनसे परिचय प्राप्त करने के बाद मुख्य सचिव ने कहा कि इंजीनियर समाधान खोजक होता है। किसी भी कठिन परिस्थिति में एक इंजीनियर समाधान निकाल लेता है। उन्होंने सिविल सर्विस और इंजीनियर के अंतर के बारे में भी बताया। साथ ही कहा कि अपने निर्णयों में यह जरूर देखना चाहिए कि वह देश की एकता और अखंडता में कहीं रुकावट तो पैदा नहीं करेगा। इसके अलावा सेवा के दौरान जनसामान्य के जीवन में बदलाव लाने व सुगमता लाने का प्रयास करना चाहिए। सरकार से मिलने वाले लाभों के लिए जनता को जिद्दोजहद न करनी पड़े। इसके लिए सकारात्मक वातावरण बनाना व्यवस्था की जिम्मेदारी है। अपने पिता से ली गई सीख का उदाहरण देते हुए दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि अगर कुछ देना हो तो दिल खोलकर देना, अगर किसी का नुकसान करना हो तो सोच-समझकर करना। अगर किसी को दंडित करना हो तो निर्भय होकर दंडित करना।

उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या का षड्यंत्र!

देहरादून। कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या कर बदमाश इसे सड़क दुर्घटना दर्शाने का षड्यंत्र रच रहे थे। षड्यंत्र के लिए बदमाश रेकी भी कर रहे थे। पुलिस जांच में अब तक यह सबसे बड़ा तथ्य निकलकर सामने आया है। इस संबंध में खुद मंत्री भी आशंका जता चुके हैं। मंत्री से हीरा सिंह की मुलाकात भी इस षड्यंत्र और रेकी का हिस्सा माना जा रहा है। ऊधमसिंह नगर पुलिस अब तक मामले में मुख्य साजिशकर्ता समेत चार लोगों को गिरफ्तार भी कर चुकी है। कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या के षड्यंत्र का खुलासा ऊधमसिंह नगर पुलिस कर चुकी है। इस मामले में हीरा सिंह समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है। पुलिस के अनुसार, हीरा सिंह पिछले दिनों गेहूं चोरी के मामले में जेल गया था। इसका जिम्मेदार वह कैबिनेट मंत्री को मानता है। इसी खुन्नस में उसने यूपी के बरेली जिले के बहेड़ी निवासी गुड्ïडू तांत्रिक नाम के बदमाश को 20 लाख रुपये में मंत्री की हत्या की सुपारी दी थी। पुलिस गुड्ïडू के कब्जे से पौने तीन लाख रुपये बरामद करने का दावा कर रही। हालांकि मंत्री को मारा किस तरह जाना था, इस बात का खुलासा अभी पुलिस ने नहीं किया है। सूत्रों की माने तो साजिशकर्ताओं ने मंत्री को मारने के लिए सड़क दुर्घटना करना चाह रहे थे। हत्या के बाद सड़क दुर्घटना भी दर्शाने की योजना थी। पिछले दिनों हीरा सिंह मंत्री से मिलने उनके सितारगंज स्थित आवास पर आया था। हीरा सिंह मंत्री से किसी व्यक्ति की मदद से काम के सिलसिले में मिला था। उनकी काफी देर तक बातचीत भी हुई थी। माना जा रहा कि यह हीरा सिंह और उसके साथियों की रेकी का हिस्सा हो सकता है। ताकि, किसी को इस हत्या का पता ही न चले, लेकिन इससे पहले ही इस षड्यंत्र का पर्दाफाश हो गया। डीआईजी सेंथिल अबुदई कृष्णराज ने कहा कि मामले की जांच गंभीरता से की जा रही है। दूसरे राज्यों से भी जानकारी जुटाई जा रही है।

ढाल और तलवार से लड़ेगा अब शिंदे गुट

नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट को बालासाहेची शिवसेना (बालासाहेब की शिवसेना) आवंटित किए जाने के एक दिन बाद दो तलवारें और ढाल का प्रतीक आवंटित किया। शिंदे गुट ने अगले महीने अंधेरी पूर्व विधानसभा क्षेत्र में आगामी उपचुनाव के लिए चुनाव आयोग (ईसी) को अपने चुनाव चिन्ह विकल्प के रूप में चमकता हुआ सूरज, ढाल और तलवार और पीपल का पेड़ सौंप दिया था। हालांकि चुनाव आयोग ने कहा कि शिंदे गुट द्वारा प्रस्तुत प्रतीक आयोग में अधिसूचित मुक्त प्रतीकों की सूची से नहीं हैं। चुनाव आयोग ने सूरज को प्रतीक के रूप में आवंटित नहीं करने का कारण बताते हुए कहा कि प्रतीक का नाम पहले से ही आरक्षित प्रतीकों सूर्य (बिना किरणों) और उगते सूरज जैसे मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के जोरम से मिलता जुलता है। आयोग ने दो तलवारें और एक ढाल को एक स्वतंत्र प्रतीक घोषित करने का निर्णय लिया है प्रतीक के रूप में आवंटित किया है। जबकि शिवसेना के उद्धव ठाकरे धड़े को ज्वलंत मशाल (मशाल) चुनाव चिन्ह आवंटित किया गया था, जिसमें धार्मिक अर्थ का हवाला देते हुए त्रिशूल के उनके दावे को खारिज कर दिया गया था।

बीजेपी ने कांग्रेस को बताया छद्ïम समाजवादी

नई दिल्ली। मोदी सरकार पर पूंजीपतियों के लिए काम करने का आरोप लगाने वाली कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को भाजपा ने छद्म समाजवादी बताया है। भाजपा के प्रवक्ता गोपाल अग्रवाल के अनुसार सार्वजनिक रूप से पूंजीपतियों को कोसने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पर्दे के पीछे उन्हीं पूंजीपतियों से गले मिलते हैं। भाजपा प्रवक्ता ने मौजूदा वैश्विक आर्थिक संकट में भारतीय अर्थव्यवस्था को एकमात्र उम्मीद की किरण बताते हुए कहा कि मोदी सरकार की नीतियों के कारण ही यह संभव हो सका है। ध्यान देने की बात है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार पर अदाणी, अंबानी समेत चंद पूंजीपतियों के लिए काम करने आरोप लगाते रहे हैं। वहीं पिछले दिनों राजस्थान की कांग्रेस सरकार के साथ अदाणी ग्रुप के 60 हजार करोड़ रुपये निवेश का समझौता किया। उन्होंने पूंजीपतियों को लेकर कांग्रेस के इस दोहरे चरित्र को छद्म समाजवादी बताया। उनके अनुसार यही स्थिति आम आदमी पार्टी की है। अग्रवाल ने आरोप लगाया कि केजरीवाल मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचे, लेकिन खुद उनकी सरकार भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों में घिरी हुई है। पूंजीपतियों को कोसने वाले केजरीवाल अपनी सरकार की भ्रष्ट नीतियों के सहारे पूंजीपतियों को लाभान्वित कर रहे हैं।

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