गिरफ्त से दूर दुर्दांत विकास दुबे पर अब ढाई लाख का इनाम दो दारोगा समेत तीन सस्पेंड

  • तलाश में जमीन-आसमान एक कर रही पुलिस, कई राज्यों में दी जा रही ताबड़तोड़ दबिश
  • उन्नाव टोल प्लाजा समेत कई इलाकों में चस्पा किए गए पोस्टर, नेपाल बॉर्डर पर हाईअलर्ट

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गांव में उत्तर प्रदेश पुलिस के सीओ सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद फरार मुख्य आरोपी विकास दुबे पर प्रदेश सरकार ने बड़ा इनाम घोषित किया है। विकास पर इनाम की रकम एक लाख से बढ़ाकर ढाई लाख कर दी गई है। पुलिस की 100 से अधिक टीमें तीन राज्यों में विकास दुबे की तलाश कर रही हैं। पुलिस ने उन्नाव टोल प्लाजा समेत कई स्थानों पर उसके पोस्टर लगा दिए हैं। इसके अलावा चौबेपुर में तैनात दो दारोगा और एक सिपाही को विकास से संबंध के शक में सस्पेंड कर दिया गया है।
डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने घोषणा की है कि विकास दुबे को पकडऩे वाले को ढाई लाख इनाम दिया जाएगा। डीजीपी ने बताया कि विकास दुबे के खिलाफ आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में कानपुर के चौबेपुर थाना में क्राइम संख्या 192/2020 में केस दर्ज है। आईजी रेंज मोहित अग्रवाल ने विकास दुबे पर इनाम की राशि बढ़ाने की संस्तुति की थी। बिकरू गांंव में दो व तीन जुलाई की रात दबिश देने गई पुलिस की टीम के एक सीओ, तीन दारोगा तथा चार सिपाही की हत्या का मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे अभी भी प्रदेश की पुलिस पकड़ से बाहर है। यूपी की सीमाओं को सील कर दिया गया है। नेपाल बॉर्डर पर भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। वहीं कानपुर एनकाउंटर मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए एसएसपी कानपुर दिनेश कुमार ने तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। चौबेपुर में तैनात दारोगा कुंवर पाल, दारोगा कृष्ण कुमार शर्मा और सिपाही राजीव को निलंबित किए गए हैं। इन तीनों की कॉल डिटेल्स में विकास दुबे का नंबर मिलने पर कार्रवाई हुई है।

घर से मिला विस्फोटक, बैंक खाते सीज

पुलिस ने बिकरू गांव में विकास के मकान को जमींदोज कर दिया है। उसके घर से भारी मात्रा में असलहा-बारूद मिला है। पुलिस ने उसके घर की दीवारों में चुने हुए हथियार भी बरामद किए हैं। पुलिस ने विकास के बैंक खातों को सीज कर उसके संपत्तियों की जांच शुरू कर दी है।

यदि सीओ बिल्हौर की रिपोर्ट पर होती कार्रवाई तो शहीद न होते देवेंद्र

  • विकास दुबे और तत्कालीन एसओ विनय तिवारी की साठगंाठ का किया था खुलासा
  • विकास दुबे को बचाने के लिए कुछ भी करने को तैयार था विनय तिवारी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कानपुर मुठभेड़ में शहीद होने से पूर्व सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्र ने एसओ चौबेपुर विनय तिवारी और हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के संबंधों को लेकर एक रिपोर्ट 14 मार्च 2020 को कानपुर नगर के वरिष्ठï पुलिस अधीक्षक को भेजी थी। इस रिपोर्ट में कहा गया था कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे व सहअभियुक्तों के विरूद्ध 13 मार्च को कई धाराओ में मुकदमा दर्ज किया गया था। विकास दुबे पर करीब 150 मुकदमे दर्ज हैं। दुबे पर कई शहरों के विभन्न थानों में हत्या, लूट जैसे संगीन आपराधिक मुकदमे दर्ज हंै। इसके खिलाफ मेरे द्वारा चौबेपुर थानाध्यक्ष को कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया था लेकिन जब मैंने इसकी समीक्षा की तो विवेचक अजहर इशरत द्वारा इस अभियोग में अपनी वापसी में 386 धारा हटाकर पुरानी रंजिश होने के संबंध में अंकित किया गया और इस संबंध में उच्च अधिकारियों को अवगत कराने के संबंध में भी लिखा गया। जब मैंने पूछताछ की तो विवेचक ने बताया कि थानाध्यक्ष के कहने पर धारा हटाई गई। अपने पत्र में सीओ बिल्हौर ने लिखा था कि विकास दुबे के विरूद्घ एसओ विनय तिवारी द्वारा कार्यवाही न करना गलत है। उन्होंने लिखा था कि चौबेपुर थानाध्यक्ष विनय तिवारी का पूर्व से विकास दुबे के यहां आना-जाना था। ऐसे में अगर विनय ने अपने कार्यप्रणाली में बदलाव न किया तो गंभीर घटना घट सकती है। लेकिन इस रिपोर्ट पर कार्रवाई नहीं की गई। इससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठते हैं। यदि सीओ बिल्हौर की रिपोर्ट पर समय रहते कार्रवाई की जाती तो आज यह घटना नहीं होती। गौरतलब है कि विनय तिवारी को सस्पेंड कर दिया गया है।

जांच के घेरे में डीआईजी अनंत देव तिवारी

तत्कालीन एसओ विनय तिवारी के खिलाफ शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं करने पर डीआईजी अनंत देव तिवारी पर सवालिया निशान लगने लगे हैं। इस मामले में डीआईजी अनंत देव तिवारी की भूमिका पर जांच के आदेश दिए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक एडीजी कानपुर जोन इसकी जांच करेंगे। बताया जा रहा है कि डिप्टी एसपी की लिखित शिकायत के बावजूद एसएसपी रहे अनंत देव तिवारी ने तत्कालीन एसओ विनय तिवारी पर कोई कार्रवाई नहीं की थी। डिप्टी एसपी ने पशु तस्कर और रेप आरोपी को छोडऩे की भी एसएसपी से शिकायत की थी। डिप्टी एसपी की कॉल रिकॉर्डिंग और लेटर वायरल होने के बाद से हडक़ंप मच गया है। वर्तमान में अनंत देव तिवारी डीआईजी एसटीएफ हैं।

चीन ने खींचे कदम, पीछे हटे सैनिक

  • दोनों पक्ष हटा रहे अपने अस्थायी ढांचे, डेढ़ किमी पीछे हुई सेना
  • चीन बोला, दोनों पक्षों में बनी सहमति

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में बीते दिनों हुई हिंसक झड़प के बाद आखिरकार भारत और चीन के सैनिक पीछे हट गए हैं। दोनों देशों की सेना हिंसक झड़प वाली जगह से 1.5 किमी पीछे हटी है। यह संभवत: गलवान घाटी तक सीमित है। अब इसे बफर जोन बना दिया गया है, ताकि आगे कोई हिंसक घटना न हो। इसके अलावा दो और जगहों से भी चीनी सेना पीछे हटी है। दोनों पक्ष अस्थायी ढांचे को भी हटा रहे हैं। भारत ने चीनी सैनिकों के हटने का फिजिकल वेरिफिकेशन भी कर लिया है। हालांकि, अभी तक भारतीय सेना की ओर से इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों की सेनाओं के बीच लगातार बातचीत चल रही थी। सूत्रों की मानें, तो भारत और चीन के सैनिकों ने रिलोकेशन पर सहमति जाहिर की है, जिसके बाद वे मौजूदा स्थान से पीछे हट गए हैं। सूत्रों के मुताबिक, 6 जून को कोर कमांडर की बैठक में इसकी सहमति बनी थी। 30 जून को हुई बैठक में डिसएंगेजमेंट की पुष्टि के लिए 72 घंटे का वॉच पीरियड तय किया गया था।15 जून को चीनी सैनिकों ने भारतीय जवानों पर हमला किया था। इसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे जबकि चीनी सैनिक भी हताहत हुए थे। हालांकि पैंगोंग झील पर अभी सहमति नहीं बनी है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा, चीन और भारत के सैनिकों में 30 जून को कमांडर स्तर की बातचीत हुई। दो दौर की वार्ता में बनी सहमति पर दोनों पक्ष अमल कर रहे हैं।

लखनऊ में नहीं थम रही कोरोना की रफ्तार, 36 नए केस मिले

  • कोरोना संक्रमित पूर्व उपमहापौर अभय सेठ का निधन, पीजीआई में चल रहा था इलाज
  • एसएफओ के संक्रमित पाए जाने पर सूचना निदेशालय सील, डॉक्टर भी संक्रमित

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। लखनऊ में कोरोना की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। आज कोरोना के 36 नए मामले सामने आए हैं। इसमें एक डॉक्टर समेत रिजर्व पुलिस लाइन के छह मरीज हैं। ऐसे ही सर्वोदय के नगर के पांच मरीज समेत विभिन्न इलाकों के हैं। ऐसे में अब शहर में 1314 कोरोना संक्रमित हो गए हैं। वहीं एसएफओ के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर सूचना निदेशालय को सील कर दिया गया है। वहीं पूर्व उपमहापौर का कोरोना से निधन हो गया। राजधानी में कोरोना लगातार बढ़ता जा रहा है। आज राजधानी के पूर्व उपमहापौर अभय सेठ का कोरोना संक्रमण से निधन हो गया। उनका इलाज पीजीआई में चल रहा था।

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