कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने में जुटी प्रदेश सरकार

संक्रमित मरीजों के लिए प्रदेश की 50 प्रतिशत एंबुलेंस रखी जाएंगी रिजर्व
बेहतर इलाज और दवाओं का स्टॉक रखने के भी जारी किए गए निर्देश
एल-2 और एल-3 कोविड अस्पतालों में 50 हजार बेड की होगी व्यवस्था

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। हर नए दिन के साथ केसों की संख्या बढ़ती जा रही है। लिहाजा सरकार ने एक बार फिर चिकित्सा सेवाओं को दुरुस्त करने और मरीजों को सुविधाएं उपलब्ध कराने की तैयारी शुरू कर दी है। सभी सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों को निर्देशित किया गया है कि वे पचास फीसदी एंबुलेंस कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए सुरक्षित रखें। साथ ही पचास हजार बेड की व्यवस्था करने को भी कहा गया है।
प्रदेश में कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार व्यवस्थाओं में सुधार कर रहे हैं। उन्होंने 108 एम्बुलेंस सेवा के साथ सरकारी अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों की कुल एम्बुलेंस का 50 प्रतिशत कोविड मामलों के लिए सुरक्षित रखने और शेष 50 प्रतिशत एंबुलेंस का इस्तेमाल नॉन कोविड मरीजों के लिए किए जाने के आदेश दिए हैं। इसके अलावा एल-2 और एल-3 कोविड चिकित्सालयों में 50 हजार बेड्स यथाशीघ्र तैयार करने के निर्देश भी दिए गए हैं। बेड्स के लिए चिकित्साकर्मियों सहित अन्य आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं सुनिश्चित करने को भी कहा गया है। महानिदेशक, स्वास्थ्य तथा महानिदेशक, चिकित्सा शिक्षा को इस सम्बन्ध में समयबद्ध ढंग से कार्रवाई करने के निर्देश भी दिये हैं। कोरोना के मरीजों के स्वास्थ्य की स्थिति के आधार पर संबंधित कोविड चिकित्सालय में बेड उपलब्ध कराया जाने के भी निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा गया है कि संक्रमण की चेन को तोडऩे के लिए प्रत्येक स्तर पर सावधानी बरतना आवश्यक है। किसी को भी महामारी फैलाने की इजाजत नहीं दी जा सकती।
जारी रहेगा दो दिन सेनेटाइजेशन अभियान
कोविड-19 तथा संचारी रोगों के नियंत्रण के उद्देश्य से प्रत्येक शनिवार तथा रविवार को विशेष स्वच्छता एवं सेनिटाइजेशन अभियान जारी रहेगा। इसके अलावा सीएम ने बाढग़्रस्त इलाकों में प्रभावित लोगों को हर सम्भव राहत एवं मदद उपलब्ध कराने और जनता को सूखा राशन वितरित करने के भी निर्देश दिए हैं।
कोताही पर होगी कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने हर जिले में इन्टीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को प्रभावी रूप से क्रियाशील करने के निर्देश दिये। साथ ही कहा कि जहां सेंटर होने के बाद भी काम नहीं कर रहा है, वहां के डीएम की जवाबदेही तय की जाएगी। उन्होंने होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों से दिन में दो बार बात करने और उनके स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त करने के निर्देश भी दिए हैं। इसमें कोताही मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।

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