कोरोना के सामुदायिक संक्रमण का पता लगाने की तैयारी, 11 जिलों में कराया जाएगा सीरो सर्वे

चार सितंबर से शुरू होगा अभियान, नतीजों के बाद तैयार की जाएगी नई रणनीति
खून के नमूने से होगी एंटी बॉडी की जांच, कल होगा दूसरे चरण का प्रशिक्षण

गीताश्री
लखनऊ। प्रदेश में कोरोना के सामुदायिक संक्रमण का पता लगाने के लिए सरकार ने तैयारी पूरी कर ली है। इसके लिए चार से छह सितंबर के बीच 11 जिलों में सीरो सर्वे किया जाएगा। लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, आगरा, गाजियाबाद, बागपत, मुरादाबाद, मेरठ, वाराणसी, प्रयागराज और कौशांबी में सर्वे कराया जाएगा। प्रत्येक जिले में 1080 लोगों के रक्त नमूने लिए जाएंगे और इन्हें जांच के लिए केजीएमयू भेजा जाएगा।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि सीरो सर्वे करने के लिए पहले चरण का प्रशिक्षण आज से शुरू हो गया है। दूसरे चरण का प्रशिक्षण तीन सितंबर को किया जाएगा। सीरो सर्वे से यह पता लगाने में मदद मिलेगी कि किस अनुपात में आबादी कोरोना से संक्रमित हुई है। सर्वे में किसी क्षेत्र में रहने वाले कई लोगों के खून के सीरम की जांच की जाती है। लोगों के शरीर में कोरोना वायरस से लडऩे वाले एंटीबॉडी की मौजूदगी के साथ ही यह पता चल जाता कि कौन व्यक्तिइस वायरस से संक्रमित था और अब ठीक हुआ। सर्वे के नतीजों के अनुसार कोरोना संक्रमण की चेन तोडऩे के लिए नए सिरे से रणनीति तैयार की जाएगी। पहले सीरो सर्वे का काम 28 अगस्त से शुरू होना था, लेकिन कई अधिकारियों के कोरोना संक्रमित होने से इसे टाल दिया गया था।

अवैध कॉलोनी के निर्माण ध्वस्त

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। एलडीए ने अवैध कॉलोनियों पर कार्रवाई करते हुए 15 बीघे की अवैध कॉलोनी के निर्माण को ध्वस्त कर इसमें भूखंडों की खरीद-फरोख्त पर रोक लगा दी है। यहां सौ अधिक लोगों ने भूखंड खरीदे हैं, जिनके करोड़ों रुपए फंस गए हैं। प्राधिकरण के अनुसार अगले 15 दिन तक कुल 16 अवैध कॉलोनियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
प्राधिकरण के नजूल अधिकारी पंकज कुमार ने बताया कि ये प्रवर्तन वाद एलडीए विरुद्ध प्रबंधक डिवाइन ग्रुप कॉलोनी के खिलाफ चल रहा था। जिसको लेकर फैसला लिया गया है कि उसके अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सभी अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया जाएगा। इंदिरा नहर के पास लगभग 15 बीघा में ये कॉलोनी में यह कार्रवाई की गई है। पंकज कुमार ने बताया कि इस कॉलोनी में लोग अब भूखंड की खरीद फरोख्त न करें वरना उनको भविष्य में कानूनी पचड़ों में फंसना पड़ सकता है।

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