कोरोना काल: सीबीएसई की राह पर यूपी बोर्ड, घटाया पाठ्यक्रम

जल्द जारी किया जाएगा कैलेंडर, संक्रमण को देखते हुए शासन को भेजा गया प्रस्ताव मंजूर
ऑनलाइन शिक्षा के लिए छात्रों के पास पर्याप्त संसाधन न होने के कारण उठाया गया कद

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। प्रदेश में कोरोना की रफ्तार बढ़ती जा रही है। संक्रमण के कारण छात्रों की पढ़ाई बुरी तरह बाधित हो रही है। इसको ध्यान में रखते हुए यूपी बोर्ड ने पाठ्यक्रम को कम करने का प्रस्ताव शासन के पास मंजूरी के लिए भेजा था। गुरुवार देर शाम शासन ने प्रस्ताव पर मुहर लगा दी। बोर्ड ने यह कदम ऑनलाइन शिक्षा के लिए छात्रों के पास पर्याप्त सुविधा नहीं होने के कारण उठाया है।
कोरोना के दौर में स्कूल और कॉलेज नहीं खुल पा रहे हैं। इससे छात्रों की पढ़ाई बाधित हो रही है। यूपी बोर्ड के छात्र कोर्स को लेकर खासे चिंतित हैं। लिहाजा सीबीएसई बोर्ड और सीआईएससीई की तर्ज पर यूपी बोर्ड ने भी अपने सिलेबस को कम कर दिया है। इसके लिए जल्द ही शैक्षिक कैलेंडर जारी किया जाएगा। कोरोना संक्रमण के हालात को देखते हुए बोर्ड ने इस प्रस्ताव को शासन को भेजा था, जिसे मंजूरी मिल गई है। इसके तहत 30 फीसदी कोर्स कम किया जाएगा और बचा हुआ 70 फीसदी पाठ्यक्रम तीन भागों में पढ़ाया जाएगा। पहले भाग में वह पाठ्यक्रम होगा, जिसे कक्षावार, विषयवार और अध्यायवार वीडियो बनाकर ऑनलाइन पढ़ाया जाएगा। ऐसे पाठ्यक्रम को टीवी चैनल पर भी प्रसारित किया जाएगा। दूसरे भाग में वह पाठ्यक्रम लिया जाएगा, जिसे छात्र-छात्राएं खुद पढ़ सकें और तीसरा भाग प्रोजेक्ट आधारित होगा। दरअसल शासन ने ऑनलाइन पढ़ाई शुरू कराने का आदेश दिया है लेकिन प्रदेश में ऐसे कई छात्र हैं, जिनके पास ऑनलाइन क्लासेज के लिए संसाधन नहीं हैं, इसे देखते हुए पाठ्यक्रम कम करने का फैसला लिया गया है। गौरतलब है कि सीबीएसई और सीआईएससीई ने अपने पाठ्यक्रम में पहले ही कटौती कर दी है।

ये है फार्मूला

शासन को भेजे गए प्रस्ताव के अनुसार जुलाई महीने में यदि नियमित कक्षाएं नहीं चलतीं तो कक्षा 9 से 12 तक के पूरे पाठ्यक्रम का 10 प्रतिशत हिस्सा कम किया जाएगा। इसी प्रकार अगस्त में पढ़ाई बाधित होने पर 20 फीसदी और सितंबर तक कक्षाएं चालू नहीं होने पर 30 प्रतिशत कोर्स कम किया जाएगा। बोर्ड ने इसी फॉर्मूले के आधार पर विषय विशेषज्ञों की कमेटी से हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत, गणित, विज्ञान, सामाजिक, विज्ञान, भूगोल, जीव विज्ञान, कला, गृह विज्ञान समेत पूरे कोर्स में कटौती करवाते हुए शासन को मंजूरी के लिए प्रस्ताव भेजा था।

उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने बताया कि यूपी बोर्ड के पाठ््यक्रम में 30 प्रतिशत कटौती का फैसला किया गया है। बचे 70 प्रतिशत पाठ््यक्रम को तीन हिस्सों में बांटा जाएगा। एक हिस्से की तैयारी छात्र स्वयं करेंगे, एक हिस्सा ऑनलाइन व विडियो माध्यम से व तीसरा हिस्सा प्रोजेक्ट वर्क से पूरा किया जाएगा।

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