कोरोना काल में लोगों के उम्मीदों पर खरी उतरीं 1076 हेल्पलाइन

मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 का एक साल पूरा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076। यह वह हेल्पलाइन है जहां प्रदेश की जन शिकायत की समस्याओं का त्वरित निस्तारण किया जाता है। बीते एक साल पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आमजनों की समस्याओं का निस्तारण करने के साथ ही उन्हें न्याय दिलाने के लिए इस हेल्पलाइन की सौगात जनता को दी थी। और इसका फायदा यह हुआ कि जुलाई 2019 से अब तक यानी बीते एक साल में लगभग एक करोड़ 77 लाख कॉल्स आए, जिनमें 60 फीसदी जन समस्याओं का निस्तारण 1076 के जरिए किया गया। हेल्पलाइन में कार्यरत कर्मचारियों के लिए यह एक उपलब्धि है। कोरोना काल में खुद कोरोना की चपेट में आए 1076 के अधिकारियों सहित कर्मचारियों ने कोरोना को भी मात दे दी । 1076 के सेंटर हेड सैय्यद अहमद के साथ ही 92 कमर्चारियों की कोरोना रिपोर्ट बीते जून में पॉजिटिव आई थी। इसलिए सेन्टर को 14 दिनों के लिए बंद करना पड़ा था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीटा टेस्टिंग के रूप में एक साल पहले मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 को चालू किया था।

आईजीआरएस पोर्टल सीएम हेल्पलाइन 1076 की रीढ़ की हड््डी
सीएम हेल्पलाइन 1076 के सेंटर हेड सैय्यद अहमद बताते हैं कि यह हेल्पलाइन नम्बर आईजीआरएस का एक सब सिस्टम है। इस नम्बर पर आई फोन कॉल को आईजीआरएस के जरिये ही निस्तारित किया जाता है। आईजीआरएस सीएम हेल्पलाइन 1076 की रीढ़ की हड्डी है । यह इसकी आधारशिला है ।
24 घंटे करती है जनता की सेवा
एक वर्ष पूर्व 4 जुलाई 2019 को सीएम योगी ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन सेवा 1076 को जनता को समर्पित किया था। ये हेल्पलाइन 24 घंटे सातों दिन बिना रुके कार्य करती है। हेल्पलाइन में लगभग 1500 कर्मचारी तीन शिफ्टों में अपनी सेवा दे रहे हैं। 1076 हेल्पलाइन पर लगभग 1 लाख प्रतिदिन कॉल इनबाउंड पर लेने की क्षमता तथा 50,000 आउट बाउंड करने की क्षमता है।
कैसे करें शिकायत
यूपी में किसी भी क्षेत्र से कोई भी नागरिक 1076 के टोल फ्री पर कॉल कर अपनी समस्या दर्ज करा सकता है। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन द्वारा उस नागरिक को आउटकॉल के माध्यम से निस्तारण का फीडबैक भी लिया जाता है।

कोरोना काल में 1076 बना मुख्यमंत्री कोविड हेल्पलाइन नंबर

मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 का उपयोग कोविड-19 से जुड़ी सभी समस्याओं का समाधान लॉकडाउन लागू होने के समय से लगातार किया जा रहा है। इसमें यूपी के नागरिक ही नहीं, अपितु अन्य प्रदेशो में फंसे उत्तर प्रदेश के नागरिकों के स्वास्थ्य संबंधित मामले, लॉकडाउन से संबंधित सभी मामले, रहन-सहन से लेकर, भोजन आदि से संबंधित सभी मामलों का निस्तारण किया गया। इनबाउंड के साथ ही सीएम हेल्पलाइन 1076 का उपयोग आउटबाउंड द्वारा पीडि़त से सीधा संपर्क कर लिया गया। 1076 ने 9 मार्च के बाद विदेश यात्रा से लोटे लोगों को कॉल कर उनकी सेहत से जुड़ी बातों की जानकारी भी लोगों को दी है। यहीं नहीं 1076 ने अब तक लगभग 1 लाख से अधिक आवेदकों की खाने अथवा राशन से जुड़ी समस्या का निस्तारण किया है।

कोविड-19 में प्रवासी श्रमिकों के लिए दिए दिशा-निर्देश

कोविड-19 में प्रवासी श्रमिकों के लिए 1076 उम्मीद बनकर उभरी। कोविड-19 के समय में हेल्पलाइन से प्रधानों को कुल 1,09,155, पार्षदों को 8,540, आशा बहुओं को 1,34,021, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 15,560, ग्राम पंचायत सचिवों को 23,911, लेखपालों को 12,389, निगरानी समितियों को 50,647, स्किल मैपिंग हेतु श्रमिकों को 74,221, प्रवासी मजदूरों को कुल 2,00,429 कॉल्स की जा चुकी हैं।

कोरोना काल में 600 कर्मचारियों की कोरोना जांच करवाई गई थी, जिसमें 92 लोग पॉजिटिव मिले। बिल्डिंग 14 दिन सील रही। इसके बाद भी सभी कर्मचारी अस्पताल एवं अपने घरों से लोगों की समस्याओं का निस्तारण करते रहे।
सैय्यद अहमद, सेंटर हेड सीएम हेल्पलाइन

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