इस तरह की नीलामी करने वाला पहले देश बनेगा इंडिया

नई दिल्ली, टेक डेस्क। दूरसंचार नियामक ट्राई के अध्यक्ष पीडी वाघेला ने मंगलवार को कहा कि भारत पहला देश होगा, जो सैटलाइट कम्युनिकेशन के लिए स्पेक्ट्रम की नीलामी करेगा। बता दें कि इसे इस क्षेत्र में इंवेस्टमेंट आकर्षित करने के लिए डिजाइन किया जाना चाहिए।
सैटकॉम पर ब्रॉडबैंड इंडिया फोरम शिखर सम्मेलन में बोलते हुए वाघेला ने कहा कि भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) जल्द ही विभिन्न मंत्रालयों – सूचना और प्रसारण, अंतरिक्ष और दूरसंचार से सैटलाइट कम्युनिकेशन के क्षेत्र में व्यापार करने के लिए जरूरी अनुमतियों को आसान बनाने के लिए सिफारिश करेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि ट्राई को नीलामी के लिए जरूरी स्पेक्ट्रम और सेटैलाइट आधारित संचार के संबंधित पहलुओं के लिए दूरसंचार विभाग से एक संदर्भ मिला है। वाघेला ने कहा कि मुझे लगता है कि भारत स्पेस बेस स्पेक्ट्रम की नीलामी के मुद्दे को संभालने वाला पहला देश होगा और हम इस पर काम कर रहे हैं।
वाघेला ने यह भी समझाया कि स्पेस स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए ट्राई किसी तरह का मॉडल पेश करेगा। लेकिन यह क्षेत्र को खत्म ना करें, यह बहुत जरूरी है। हम जो भी सिस्टम ला रहे हैं वह वास्तव में इस क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहित करने और बढ़ावा देने के लिए है, न कि कोई बोझ बढ़ाने के लिए। यह सबसे बड़ी चुनौती है, जो हमारे सामने ह और हम इस तथ्य से अवगत हैं।
ट्राई ने अभी तक सैटलाइट कम्युनिकेशन के लिए निर्धारित स्टैंडर्ड प्रोसेस के अनुसार स्पेक्ट्रम नीलामी पर परामर्श पत्र जारी नहीं किया है। पेपर की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर वाघेला ने कहा कि ट्राई एक उपयुक्त मॉडल के लिए दुनिया भर के एक्सपर्ट और रेगुलेटर्स के साथ चर्चा कर रहा है और इन चर्चाओं के खत्म होने के बाद परामर्श पत्र जारी किया जाएगा। जबकि दूरसंचार ऑपरेटरों ने सैटलाइट कम्युनिकेशन के लिए नीलामी के माध्यम से स्पेक्ट्रम अलॉट करने का प्रस्ताव दिया है, जिसके बाद सेटैलाइट इंडस्ट्री के खिलाडिय़ों ने इसका विरोध किया है।

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