श्रमिकों के साथ धोखा कर रही भाजपा सरकार: अखिलेश

पेश किए जा रहे हैं हवा-हवाई आंकड़े
विकास के मामले में पिछड़ता जा रहा प्रदेश

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार ने साढ़े तीन वर्ष का समय बर्बाद कर दिया। राज्य की जनता के साथ छल-कपट की राजनीति करने के अलावा उसने कोई काम किया ही नहीं। लॉकडाउन हो या फिर अनलॉक भाजपा सरकार श्रमिकों में विश्वास जगाने में पूर्णतया असफल रही है। मुख्यमंत्री प्रदेश में एक करोड़ रोजगार देने का दावा कर रहे हैं परन्तु इसका ब्यौरा नहीं है कि कहां कितनों को कौन काम मिला है? बस हवाई आंकड़े ही पेश किए जा रहे है। यह श्रमिकों के साथ धोखा है।
उन्होंने कहा कि वस्तुत: झूठ ही भाजपा का सच है। आखिर श्रमिक यह क्यों कह रहे हैं कि अगर उत्तर प्रदेश में रोजगार की व्यवस्था होती तो वह वापस क्यों जाने की सोचते? प्रदेश में अन्य जगहों से केवल अकुशल श्रमिक ही नहीं आए हैं उनमें कई कुशल श्रेणी के लोग भी हैं। कोई उद्योग लगा नहीं है जहां भाजपा सरकार उन्हें खपाएगी? समाजवादी सरकार ने जो विश्वस्तरीय योजनाएं बनाई थीं उनको रोककर भाजपा ने अतिकुशल मानव शक्ति के उपयोग का रास्ता ही बंद कर दिया है। प्रदेश में मनरेगा का काम कई जनपदों में तीन वर्ष से बंद है। मनरेगा में काम करने वाले मजदूर को इस बीच कोई दूसरा काम भी नहीं मिल पाया। इससे इन तमाम श्रमिकों की आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई है। किसी तरह कर्ज लेकर अपने परिवार के लिए वे दो वक्त की रोटी भी जुटाना मुश्किल हैं। वैसे भी मनरेगा में एक वर्ष में 100 दिन ही काम कराने की व्यवस्था है। ऐसे तमाम श्रमिक जो 265 दिन बिना कोई काम रहते हैं अद्र्ध बेकारी के शिकार हैं। उन्हें लगभग बेरोजगारों की श्रेणी में भी रखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह भाजपा ने धोखे से सरकार बनाई, झूठे वादों पर लोगों को बहकाया, उसी तरह वह रोजगार के मामले में भी श्रमिकों को धोखा दे रही है। दिव्य गणितज्ञ मुख्यमंत्री का गणित भी दिव्य है। बिना जमीन या खेत के वे फसल लहलहा देते हैं। हर श्रमिक को घर बैठे रोजगार दे रहे हैं। एक एमओयू से दस उद्योग जादू की छड़ी से पैदा कर देते हैं। यह बात अलग है कि उत्तर प्रदेश विकास के मामले में पिछड़ता जा रहा है। प्रधानमंत्री कोरोना संकट से निबटने में जिस राज्य सरकार को मॉडल बताते हैं उसमें करोना मरीजों की संख्या रोज बढ़ती जाती है। प्रमाण पत्र जारी करने की इतनी जल्दी भी क्या? लोकतंत्र के साथ ऐसा मजाक कहीं नहीं सुना गया होगा।

भारत में घुसपैठ कर रही उज्बेकिस्तानी महिला गिरफ्तार

  • खुद को बता रही थी कश्मीरी पंडित, दिल्ली जाने की फिराक में थी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
महराजगंज। नेपाल के रास्ते अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर रही उज्बेकिस्तानी महिला को सोनौली बार्डर पर गिरफ्तार कर लिया गया। पास की वैधता समाप्त होने के बाद भी वह खुद को कश्मीरी पंडित बताकर दिल्ली जाने की फिराक में थी।
नेपाल के रास्ते उज्बेकिस्तानी महिला सोनौली बार्डर के रास्ते भारत में प्रवेश कर गई। संदेह होने पर आब्रजन अधिकारी राघवेंद्र सिंह ने महिला को रोका लिया। वह खुद को कश्मीरी पंडित बता रही थी। जांच में महिला की पहचान उज्बेकिस्तान के थरगाना निवासी नरगिस ओटकोरमा पुत्री किरगिन के रूप में। छानबीन में पता चला कि वर्ष 2008 में महिला दिल्ली पहुंची थी। आब्रजन अधिकारी ने बताया कि पंजाब के जालंधर निवासी सरबजीत कुमार से महिला ने शादी कर ली। पांच साल का उसका बेटा भी है। लॉकडाउन से पहले भारतीय नागरिक बनकर महिला नेपाल गई थी। वर्ष 2019 में उसका पास अवैध हो गया है।

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