पीएम मोदी ने कांग्रेस को घेरा, कहा देश पर थोपा गया था आपातकाल

  • जन-जन के मन में था आक्रोश, हमारी संस्कृति है लोकतंत्र

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। आपातकाल की बरसी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिना नाम लिए एक बार फिर कांग्रेस पर निशाना साधा। पीएम ने ट्वीट किया कि आज से ठीक 45 वर्ष पहले देश पर आपातकाल थोपा गया था। उस समय भारत के लोकतंत्र की रक्षा के लिए जिन लोगों ने संघर्ष किया, यातनाएं झेलीं, उन सबको मेरा शत-शत नमन। उनका त्याग और बलिदान देश कभी नहीं भूल पाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब आपातकाल लगाया गया तो उसका विरोध सिर्फ राजनैतिक नहीं रहा। जेल के सलाखों तक आंदोलन सिमट नहीं गया था। जन-जन के मन में आक्रोश था। खोए हुए लोकतंत्र की तड़प थी। भूख का पता नहीं था। सामान्य जीवन में लोकतंत्र का क्या वजूद है, वह तब पता चलता है जब कोई लोकतांत्रिक अधिकारों को छीन लेता है। उन्होंने कहा, आपाताकल में देश के सभी लोगों को लगने लगा कि उनका कुछ छीन लिया गया है, जिसका उन्होंने उपयोग नहीं किया, वह छीन गया तो उसका दर्द था। भारत गर्व से कह सकता है कि कानून-नियमों से परे लोकतंत्र हमारे संस्कार हैं। लोकतंत्र हमारी संस्कृति है, विरासत है। उस विरासत को लेकर हम पले-बढ़े हैं। वहीं, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि 25 जून 1975 को पीएम इंदिरा गांधी की अगुवाई में कांग्रेस सरकार द्वारा इमरजेंसी लगाई गई थी। लोक नायक जय प्रकाश नारायण, भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, चंद्रशेखर और भारत के लाखों लोगों सहित प्रमुख विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार किया गया। आपातकाल के दिनों को याद करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भारत के लोगों ने 1977 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी के खिलाफ बड़े पैमाने पर मतदान किया और यहां तक कि इंदिरा गांधी भी हार गईं और पहली गैर-कांग्रेसी सरकार केंद्र में सत्ता में आई। मैं भाग्यशाली था कि बिहार से जेपी आंदोलन के एक कार्यकर्ता के रूप में मैंने आपातकाल के खिलाफ लड़ाई लड़ी।

भाजपा के ट्विटर हैंडल से भी वार

भाजपा ने अपने ट्विटर हैंडल से कई ट्वीट कर आपातकाल के दौरान किए गए पुलिसिया जुल्म के बारे में बताया है। 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक देश में 21 महीने के लिए इमरजेंसी लगा दी गई थी। तत्कालीन राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने उस समय की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कहने पर भारतीय संविधान की धारा 352 के अधीन आपातकाल की घोषणा की थी।

त्ता के लालच में एक परिवार ने लगाई थी इमरजेंसी : शाह

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि 45 साल पहले एक परिवार ने सत्ता के लालच में देश में आपातकाल लगा दिया। कांग्रेस के नेता हताश हो रहे हैं। देश में लोकतंत्र है लेकिन कांग्रेस में लोकतंत्र नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक में कुछ नेताओं ने मुद्दे उठाए तो लोग चिल्ला पड़े। एक पार्टी प्रवक्ता को बिना सोचे-समझे बर्खास्त कर दिया गया। कांग्रेस में अभी तक इमरजेंसी की सोच है। कुछ दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रवक्ता संजय झा को एक लेख के कारण पद से हटा दिया था।

नड्डा ने भी किया हमला

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी एक ट्वीट कर आपातकाल के दौरान की भीषण यातनाओं को याद किया। उन्होंने ट्वीट किया, भारत उन सभी महानुभावों को नमन करता है, जिन्होंने भीषण यातनाएं सहने के बाद भी आपातकाल का जमकर विरोध किया। ये हमारे सत्याग्रहियों का तप ही था, जिससे भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों ने एक अधिनायकवादी मानसिकता पर सफलतापूर्वक जीत प्राप्त की।

कोरोना का कहर, पहली बार एक दिन में करीब 17 हजार संक्रमित

  • देश में अब तक करीब 15 हजार लोगों की मौत

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। देश में कोरोना का कहर जारी है। आज पहली बार कोरोना संक्रमितों की संख्या एक दिन में 17 हजार के करीब बढ़ी है। लगातार दूसरे दिन 15 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं। पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के रिकॉर्ड 16 हजार 922 नए मामले आए और 418 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब तक 4 लाख 73 हजार 105 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इसमें से 14,894 की मौत हो चुकी है जबकि दो लाख 71 हजार लोग ठीक भी हुए हैं।

लोहिया के रेजिडेंट डॉक्टर समेत तीस पॉजिटिव

  • रेजिडेंट डॉक्टर का ग्रीन जोन में कोरोना जांच करते हुए वायरल हुआ था वीडियो, हडक़ंप

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। राजधानी लखनऊ में आज कई नए इलाकों में वायरस ने दस्तक दे दी है। केजीएमयू में आए सैंपल में 30 और संक्रमित मिले हैं। इसमें आठ रिजर्व पुलिस लाइन, छह एक चैनल के पत्रकार, चार मामले आलमबाग के प्रेमनगर के, एक पारा, एक लोकबंधु का कर्मचारी व एक लोहिया का रेजीडेंट डॉक्टर शामिल हैं। अब तक राजधानी में कुल 916 मामले हो गए हैं।
लोहिया संस्थान के न्यूरो सर्जरी विभाग के जिस डॉक्टर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है उनका कुछ दिन पहले ग्रीन जोन में खुलेआम खुद की कोरोना जांच करते हुए वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो बनाकर वायरल करने पर स्टाफ नर्स शशि सिंह का ट्रांसफर कर दिया गया था। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद न्यूरो सर्जरी में काम बंद कर दिया गया है। संक्रमित डॉक्टर के साथ काम करने वालों की कोरोना जांच के लिए लंबी कतार लगी है। संक्रमित डॉक्टर और अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के चलते बाकी डॉक्टर्स और कर्मचारियों की जान सांसत में पड़ गई है।

इसरो का ऐलान, अब भारत में प्राइवेट कंपनियां भी बना सकती हैं सैटेलाइट

  • बढ़ेगी रोजगार की संभावना, कई देशों में प्राइवेट सेक्टर कर रहे हैं भागीदारी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बेंगलुरु। अब भारत में भी अंतरिक्ष के क्षेत्र में बड़ा बदलाव दिख सकता है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने ऐलान किया कि अब प्राइवेट कंपनियां भी रॉकेट और सैटेलाइट बना सकती हैं। इसरो के चेरयमैन के सिवन ने कहा कि अब स्पेस सेक्टर को प्राइवेट कंपनियों के लिए खोल दिया जाएगा।
इसरो प्रमुख के सिवन ने कहा कि निजी क्षेत्र को अब रॉकेट और सैटेलाइट बनाने और प्रक्षेपण सेवाएं मुहैया कराने जैसी अंतरिक्ष गतिविधियों की अनुमति दी जाएगी। निजी क्षेत्र इसरो के अंतरग्रहीय मिशन का भी हिस्सा बन सकता है। हालांकि सिवन ने कहा कि इसरो की गतिविधियां कम नहीं होंगी। इसरो की तरफ से शोध और विकास के काम लगातार होते रहेंगे। अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में अब रोजगार की संभावना बढ़ेगी। गौरतलब है कि अमेरिका, चीन और यूरोप के कई देशों में अंतरिक्ष को लेकर हो रहे अनुसंधान में पहले से ही प्राइवेट सेक्टर की भागीदारी रही है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button