सरकार को घेरने में जुटे हैं विपक्षी दल पर खिलेगा तो कमल ही : केशव मौर्य

  • भाजपा के लिए चुनौती नहीं है सपा-रालोद गठबंधन

लखनऊ। प्रदेश की सत्ता हासिल करने के लिए राजनीतिक दलों ने अपनी ताकत झोंक दी है। एक कोने से दूसरा कोना को नेता नापने में लगे हैं। सत्ता से बाहर बैठे विपक्षी दल सरकार पर निशाना साध सरकार को घेरने में जुटे हैं। वहीं भारतीय जनता पार्टी 2017 के इतिहास को दोहराने के लिए पुरजोर कोशिश में लगी है। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा कहते हैं कि उत्तर प्रदेश में भाजपा को जिस तरह से लोगों का समर्थन मिल रहा है, उसका सामना करने के लिए पार्टियां सहयोगी तलाश रही हैं। उनके पास प्रत्याशी नहीं हैं। जिस तरह लोकसभा व पिछले विधानसभा चुनाव में सपा, बसपा, रालोद व कांग्रेस गठबंधन करने के बाद भी भाजपा को नहीं रोक पाईं। इस बार भी नहीं रोक पाएंगी।

केशव मौर्य ने कहा ये सब मौसमी राम भक्त हैं। अभी तक ये लोग व्यंग्यात्मक टिप्पणी कर भगवान राम को अलंकृत करते थे। अब राजनीतिक स्वार्थ के लिए राम दरबार में मत्था टेक रहे हैं, हाथ फैला रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के लिए राम राजनीतिक मुद्दा नहीं, आस्था का प्रतीक हैं। करोड़ों लोगों की आस्था के प्रतीक भगवान राम का अयोध्या में भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है। भाजपा ने विरोधी दलों का एजेंडा बदला है। अब विपक्षी दलों के नेताओं को मंदिर जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी व अरविंद केजरीवाल सब मंदिर में माथा टेक रहे हैं। कांवड़ यात्रा में अराजक तत्व व्यवधान डालते थे, आज कांवड़ यात्रा पर फूल बरसाए जाते हैं। प्रयागराज व वाराणसी पूरी तरह से बदल चुका है।

संकीर्ण गलियां चौड़े रास्ते में बदल गई हैं। प्रदेश सरकार का साढ़े चार साल का कार्यकाल लीक से हटकर रहा है। केंद्र व प्रदेश दोनों में भाजपा की सरकार होने से बहुत फायदा हुआ। दोनों सरकारों के बीच बेहतर तालमेल के कारण विकास योजनाओं के लिए केंद्र से समय पर धन मिला, प्रदेश सरकार ने तत्परता से योजना का क्रियान्वयन किया। बहुत कम समय में हम विकास परियोजनाओं को फलीभूत करने में सफल रहे। तालमेल का ही नतीजा है कि प्रदेश में पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे, गंगा एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर में खाद कारखाना, जेवर में देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट का शिलान्यास हुआ। जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी तो प्रदेश की विकास परियोजना में अड़ंगा लगाया जाता था।

समाज को मुख्य धारा से जोड़ने वालों को ही वाल्मीकि समाज देगा वोट

  • – राष्टï्रीय अति दलित महासंघ की बैठक

लखनऊ। राष्टï्रीय अति दलित महासंघ की एक बैठक प्रेस क्लब लखनऊ में हुई। इसमें महासंघ के राष्टï्रीय अध्यक्ष राजू वाल्मीकि ने बताया कि दलितों का उत्पीड़न लगातार हो रहा है। ऐसे में चुनाव से पहले दलित समाज को जागने की जरूरत है। राजनीतिक पार्टियों द्वारा लगातार समाज को आर्थिक, समाजिक, राजनीतिक तथा शारीरिक उपेक्षा के प्रति उदासीनता को लेकर वाल्मीकि, धानुका समाज ने नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने राजनीतिक पार्टियों को संदेश दिया है कि आगामी 2022 के चुनाव में वाल्मीकि समाज उसी पार्टी को वोट व सपोर्ट करेगा, जो पार्टी आखिरी पायदान पर खड़े वाल्मीकि समाज को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए पंजाब व हरियाणा की भांति एससी आरक्षण का उपवर्गीयकृत प्राथमिकता के आधार पर यूपी के राज्य में 5 प्रतिशत आरक्षण निर्धारित करने की घोषणा को चुनावी घोषणा पत्र में समायोजित करने का काम करेगी।

उन्होंने अपील कि प्रदेश के समस्त विभागों सहित स्थानीय निकाय में सफाई कार्य के निजीकरण यानी ठेका व्यवस्था से मुक्त किया जाए। स्थानीय निकाय में कार्यरत कार्यदायी संस्था के सफाई कर्मचारियों को सुप्रीमकोर्ट के आदेश का पालन करते हुए समान कार्य का वेतन दिया जाए। धानुक समाज के बस्तियों के निवास कर रहे लोगों को उनके आवास का मालिकाना अधिकार दिया जाए। वहीं युवा आगाज के संगठन महामंत्री विशाल कुमार वाल्मीकि ने समाज में शिक्षा प्राप्त कर रहे युवाओं के लिए हर महानगर में आईएएस, पीसीएस, एमबीबीएस, पीएचडी आदि के लिए फ्री कोचिंग की व्यवस्था करने का अनुरोध किया।

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