अयोध्या में जिला पंचायत अध्यक्ष के पति की दबंगई, महिला की जमीन पर किया जबरन कब्जा

  • बैनामे में चौहद्ïदी बदलकर विधवा की जमीन हड़पने की कोशिश
  • राजस्व कर्मियों और पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाकर काम कराने का आरोप

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संगठन की कार्यशालाओं में अपने नेताओं को अपराध के खिलाफ जीरो टोलरेंस की नीति का पाठ पढ़ाते हैं। अपराधियों को जेल भेजने व गरीबों के हक की बात करते हैं। वहीं इसके उलट अयोध्या में भाजपा नेता ही गरीबों के साथ जबरन उनकी जमीन पर कब्जा कर दबंगई कर लिया हैं। अयोध्या में जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह के पति आलोक सिंह उर्फ रोहित सिंह पर राजस्व कर्मियों और पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाकर एक विधवा महिला का उत्पीड़न कर उसकी जमीन को जबरिया कब्जा करने का गंभीर आरोप लगा है। पूरा मामला बरहटा माझा की गाटा संख्या 656 का है। अयोध्या निवासी पूनम पाठक ने मुख्यमंत्री को लिखे अपने शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि मेरे पति स्व वीरेंद्र पाठक, अशोक पाठक और किरन पाठक ने 1 बिस्वा 20 धुर का एक पंजीकृत संयुक्त बैनामा वर्ष 1997 में करवाया था, जो राजस्व अभिलेखों में भी दर्ज है। वर्ष 2002 में किरण पांडेय ने अपने हिस्से पर अपना मकान बनवा लिया था। उसी समय वीरेंद्र पाठक ने भी अपनी बाउंडरी और गेट लगवा लिया था। अशोक पाठक का प्लाट तबसे आज तक खाली पड़ा है। वर्ष 2006 में लिखित बंटवारा भी किरण पांडेय अशोक पाठक और वीरेंद्र पाठक के मध्य हुआ था, जिसमें सभी के हस्ताक्षर गवाहों के समक्ष हैं और सभी अपने हिस्से पर काबिज थे। वर्ष 2016 में अशोक कुमार पाठक से रामसेन सिंह जो जिला पंचायत अध्यक्ष के पिता है।
उन्होंने एक पंजीकृत बैनामा लिया था, लेकिन षड्यंत्र पूर्वक चौहद्ïदी वीरेंद्र पाठक के प्लाट की लिखवा दिया था। इसका पता शिकायतकर्ता महिला को 2 सप्ताह पूर्व चला जब वो अपने प्लाट पर कुछ निर्माण कार्य करवाने गयी। जिला पंचायत अध्यक्ष के 5-6 लोग विवाद उत्पन्न करने लगे और उसके कार्य को जबरदस्ती रुकवा दिया। पीड़ित महिला पूनम पाठक ने घटना की शिकायत नयाघाट चौकी इंचार्ज तथा सहायक अभिलेख अधिकारी से 5 जुलाई को की। इस पर लेखपाल कानून गो से स्थलीय निरीक्षण कर आख्या मांगी गई, जिसके अनुपालन में राजस्व टीम मौके और अभिलेखों की जांच कर लिखित रिपोर्ट 22 जुलाई को दे दी, जिसके अनुसार पीड़ित महिला अपने अंश की भूमि पर बैनामे के समय से ही काबिज है तथा मौके पर उसकी बाउंडरी वाल गेट लगा है। मोहल्लेवासियों ने भी इसकी पुष्टिï की है। इस आख्या पर लेखपाल, कानून गो और सहायक राजस्व अधिकारी के हस्ताक्षर भी है। बावजूद जिला पंचायत अध्यक्ष पति इस रिपोर्ट को मानने को तैयार नही है। वो पीड़ित महिला को निर्माण कार्य नहीं करने दे रहा है। उसकी भूमि पर जबरन कब्जा करना चाहता है। पीड़ित महिला ने क्षुब्ध होकर अपनी शिकायत जिलाधिकारी सहित मुख्यमंत्री से की है।

रोमी साहनी ने उठाया गरीब बच्चों की पढ़ाई का खर्च

लखनऊ। पलिया विधायक रोमी साहनी अपनी विधानसभा में नेक कार्यों के लिए जाने जाते हैं। हमेशा की तरह आज उन्होंने फिर एक बड़ी मिसाल पेश की है। बीजेपी विधायक रोमी साहनी ने इस बार गरीब बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाया है। पलिया विधायक रोमी साहनी ने गरीब बच्चों की फीस व ड्रेस कोड के लिए 50000 पचास हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी। गांव दौलतपुर ग्रंट न010 की रेखा देवी पत्नी स्व0 पंकज विश्वकर्मा ने अपने बच्चों की फीस के लिए विधायक रोमी साहनी से कहा कि मेरे पास रुपये नही है और मेरे बच्चे पढ़ाई करना चाहते हैं तो विधायक ने जलज व सजल पुत्र पंकज दोनों भाइयों को फीस के लिए आर्थिक सहायता दी। इसी प्रकार ग्राम छत्तीपुर ग्रंट न018 की शांति देवी पुत्री मुकेश को फीस के लिए दिए रुपये। छत्तीपुर ग्रंट न018 की पूनम देवी पुत्री रामकृपाल 12वीं को भी विधायक रोमी साहनी ने आर्थिक मदद दी। इसके अलावा पूजा सिंह भवानीगंज सहित कई गरीब छात्र-छात्राओं को विधायक रोमी साहनी ने फीस व ड्रेस दिलाई।

लखनऊ में दारोगा की कुर्सी पर बैठे व्यापारी का फोटो वायरल

लखनऊ। बिना अनुमति किसकी हिम्मत है जो चौकी में दारोगा की कुर्सी पर बैठकर फोटो खिंचवा ले। पारा की मोहान रोड चौकी में दारोगा की जगह मौरंग कारोबारी का कुर्सी पर बैठे हुए एक फोटो वायरल हुआ था। इस घटना के चार दिन बाद भी कारोबारी का पता नहीं लग सका है। डाक्टर खेड़ा निवासी कारोबारी नरेंद्र यादव और चौकी प्रभारी धीरेंद्र सिंह की काफी लंबे समय से दोस्ती है। कारोबारी का चौकी में आना-जाना लगा रहता था। इसी दौरान उसने फोटो खिंचवाई थी, करीब 20 दिन पहले कारोबारी का जन्मदिन था। जहां चौकी प्रभारी के साथ अन्य पुलिस कर्मचारी उसके जन्मदिन में शामिल हुए थे। इंस्पेक्टर दधिबल तिवारी ने बताया कि आरोपी नरेंद्र को पुलिस तलाश कर रही है। जानकारी के मुताबिक आगरा एक्सप्रेसवे के पास बिना अनुमति के मौरंग मण्डी लगती है। जहां से नरेंद्र व्यापार करता है। इस बारे में पुलिस सूत्रों का ही कहना है कि जिस समय कारोबारी नरेंद्र ने फोटो खिंचवाई, क्या उस समय चौकी पर कोई नहीं था। फोटो खिंचवाने के बाद कारोबारी ने फोटो को सोशल मीडिया पर बिना डरे शेयर कैसे कर दिया। क्या दरोगा ने अपनी वर्दी बचाने के चक्कर में कारोबारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। कारोबारी के खिलाफ खुद दारोगा ने मुकदमा दर्ज कराया है। एसीपी आशुतोष कुमार का इस मामले में कहना है कि आरोपित की धर-पकड़ के बाद ही मामले का पूरा खुलासा होगा। अगर दारोगा दोषी पाए जाते हैं तो उनसे पूछताछ कर कार्रवाई की जाएगी।

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