बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पर महिला नेताओं का पलटवार : योगी सरकार में बेटियां व महिलाएं महफूज नहीं, बागपत-उन्नाव व हाथरस पर जवाब दें स्वतंत्र देव

आप की महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष नीलम यादव बोलीं- महंगाई का असली दर्द घर चलाने वाली महिलाएं जानती है, प्रदेश की महिलाएं पूछती हैं कि बहुत हुआ महिलाओं पे अत्याचार अबकी बार भाजपा सरकार का नारा कहां गया, जबाव दे योगी सरकार… जवाब दे स्वतंत्र देव सिंह।

दिव्यभान श्रीवास्तव

लखनऊ। आम आदमी पार्टी के महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष नीलम यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा भाजपा ने शुरुआती चुनाव में ही ये नारा दिया था कि बहुत हुआ महिलाओं पे अत्याचार अबकी बार भाजपा सरकार। मगर जब से बीजेपी सत्ता में आई है महिलाओं पर अत्याचार बढ़ा है। बेटियां महफूज नहीं है। साढ़े चार साल के कार्यकाल में महिलाएं व बच्चियों की इज्जत तार तार हो चुकी है। आज तक के कार्यक्रम में यूपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष कह रहे हैं आदित्यनाथ राज में महिलाएं आधी रात में बेखौफ घूम सकती हैं जबकि सच यूपी ही नहीं, सारा देश जानता है कि उत्तर प्रदेश की आधी आबादी दिनदहाड़े अत्याचार और बलात्कार का शिकार हो रही है। बागपत, उन्नाव व हाथरस की घटनाएं किसी से छुपी नहीं है। स्वतंत्र देव सिंह को इन घटनाओं पर जवाब देना चाहिए, बेटियों पर ये अपराध तो इनकी ही सरकार में हुए। उस समय बीजेपी ने क्यूं चुप्पी साध रखी थी। आज इस तरह का बयान देकर जनता को गुमराह कर रहे हैं। महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष नीलम यादव ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश बलात्कारियों का हब बन चुका है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देकर सरकार बनाने वाले योगी सरकार में महिलाएं और बच्चियां सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं। उन्होंने कहा प्रदेश में गुंडाराज कायम है। बहन बेटियां महफूज नहीं है। वहीं लचर प्रशासन, कानून व्यवस्था और सरकार के गैर जिम्मेदाराना रवैये के चलते हत्या और बलात्कार की घटनाओं से पूरा प्रदेश कराह रहा है। गुंडे और अपराधी खुलेआम अपराध को अंजाम दे रहे हैं। सरकार इन पर अंकुश लगाए जाने के बजाय विपक्ष की आवाज को कुचलने पर तुली है। और पीड़ित को ही दोषी ठहरा रही है। नीलम यादव ने कहा अपराधियों को भाजपा राज में ही संरक्षण मिल रहा है। अरविंद त्रिपाठी व जितेंद्र सिंह बबलू को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने खुल सदस्यता दिलाई। इन्हीं सब वजह से अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। योगी सरकार का मिशन शक्ति अभियान भी फ्लाप रहा। तमाम महिला पुलिस कर्मियों के साथ अभद्रता हुई। प्रशासन ही कुशासन पर उतर चुका है। हाल ही में आईपीएस जैसे अधिकारियों से भी बच्चियां सुरक्षित नही है। इनकी महिला आयोग भी हर वक्त इन घटनाओं को बढ़ावा देने का काम कर रही हैं।

पेट्रोल-डीजल व सरसों के तेल के बढ़ते दाम भाजपा के लिए मजाक 

नीलम यादव ने कहा महंगाई चरम पर है। कोरोना काल के चलते जब लाखों लोगों ने अपनी नौकरी गंवा दिया हो, उद्योग-धंधे चौपट हो गए हो, लोगों की आमदनी घट गयी है। आम आदमी का जीवन यापन मुश्किल हो चला है। और भाजपा को महंगाई नहीं दिख रही है। उन्होंने कहा पेट्रोल-डीजल व सरसों के तेल के बढ़ते दाम भाजपा के लिए मजाक है। तभी उन्हें जनता की फिक्र नहीं है। महंगाई का असली दर्द घर चलाने वाली महिलाएं जानती है कि किस तरह कम तेल में सब्जी बनाई जाती है। नीलम ने कहा लाइव कैमरे के सामने सीना ठोक कर सफेद झूठ बोलना कोई भाजपा नेताओं से सीखे कि यूपी में महंगाई नहीं है।

भाजपा राज में महिलाओं का कोई चौकीदार नहीं


कांग्रेस नेता रफत फातिमा ने कहा भाजपा सरकार में महिलाओं का कोई चौकीदार नहीं है। महिला सशक्तिकरण, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसे अभियान जोरों पर हैं। महिलाएं आसमान चीरकर अंतरिक्ष में जा रही हैं, क्षीर सागर की गहराइयां पार कर रही हैं, हर क्षेत्र में अग्रणी हैं। अफसोस मगर यूपी में बेटियां व महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। बलात्कार की घटनाएं रोज पर रोज बढ़ती जा रही हैं। मेरी महिलाओं से अपील है कि चौकस रहें, सजग रहें, आत्म रक्षा के लिए सदैव तैयार रहें। मुझे याद है एक समय सोशल मीडिया में बाढ़ सी आई थी यह लिखने की कि हां, मैं भी चौकीदार। पता नहीं, यह किसकी चौकीदारी की बात हो रही थी। सुरक्षा की चौकीदार स्वयं बने स्त्री।

जब से इनकी सत्ता आई है यूपी बन गया है क्राइम स्टेट


सपा नेता निधि यादव कहती हैं कि यूपी में महिलाओं व बेटियों की बात सुनने वाला कोई नहीं है। मन की बात तो रेडियो में होती है। उत्तर प्रदेश में अपराध इस कदर चरम पर है कि लोगों को याद नहीं रहता कि पिछले हफ्ते ही कोई वीभत्स कांड हुआ था। क्योंकि अगले हफ्ते उससे भी ज्यादा जघन्य जुर्म को अपराधी अंजाम दे देते हैं। योगीजी के राज में ही हाथरस में दलित परिवार की बेटी के साथ जो हुआ, वह पूरे देश के लिए शर्मनाक है। भाजपा जब से सत्ता में आई है यूपी क्राइम स्टेट बन गया है। पत्रकारों की हत्या/हमले हों, ब्राह्मïणों की हत्याएं हों, समाज के गरीब और वंचित वर्ग पर दबंगों का जुल्म हो या दलितों पर असीमित अत्याचार, आए दिन जिम्मेदार टीवी चैनल और अखबार इसे रिपोर्ट कर रहे हैं। उनका समय और स्याही खत्म हो सकती है लेकिन लगता है कि उत्तर प्रदेश में अपराध नहीं रुकेगा।

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