प्रशिक्षु अफसरों से बोले सीएम, सख्ती से पहले संवाद का रास्ता अपनाए

  • जाति, मत, मजहब से नहीं, न्याय से होना चाहिए वास्ता

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अधिकारियों का वास्ता जाति, मत, मजहब से नहीं, बल्कि सिर्फ न्याय के प्रति होना चाहिए। शासन के निर्देशों का अक्षरश: पालन करते हुए हर आम आदमी को न्याय दिलाने का लक्ष्य होना चाहिए। पीसीएस अधिकारी प्रशासनिक व्यवस्था की रीढ़ हैं। कानून-व्यवस्था और विकास कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। अधिकारियों को व्यवस्था के प्रति जवाबदेह होने के साथ ही गरीब, कमजोर तथा वंचित वर्ग के हितों के प्रति संवेदनशील होने की जरूरत है। मुख्यमंत्री योगी अपने सरकारी आवास पर भेंट करने आए पीसीएस 2018 तथा 2019 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों से कहा कि लक्ष्य तय कर आगे बढ़ेंगे तो अच्छे कॅरिअर की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। सीएम ने कहा कि प्रदेश में पहली बार 59 पीसीएस अधिकारी एक साथ राज्य की सेवा में आए हैं। सदी की सबसे बड़ी महामारी के दौरान फील्ड में कार्य करने का अनुभव भी सामने रहा होगा। जब प्रत्येक व्यक्ति स्वयं को बचाने की जद्दोजहद कर रहा था, तब हमारी प्रशासनिक मशीनरी जनमानस के मन में एक विश्वास पैदा करने का कार्य कर रही थी।

कोविड काल और चुनाव के दौरान भी फील्ड में कार्य करने का अनुभव मिला होगा। चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न हुए और परिणाम आने के बाद भी शांति बनी रही। योगी ने अधिकारियों से कहा कि यूपी जैसे राज्य में एसडीएम व सिटी मजिस्ट्रेट के रूप में कानून-व्यवस्था को बनाए रखने में आपकी बहुत बड़ी भूमिका होगी। कानून को हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्ती बरती जा रही है। सख्ती से पहले संवाद का रास्ता अपनाया जाता है। उन्होंने लाउडस्पीकर उतरवाने या आवाज कम कराने समेत कई उदाहरण भी दिए। उन्होंने जनता व जनप्रतिनिधियों के साथ सतत संवाद की नसीहत भी दी। कहा, ऐसी छवि बनाएं कि जनता आपको अपना बल और ताकत माने। शासन के पास जनता से अच्छे और खराब अधिकारियों का फीडबैक आता। आपको तय करना होगा कि आप किस दिशा में जाते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि सभी अधिकारी जनता की भावनाओं के अनुरूप बेहतर और संवेदनशील प्रशासन देने में सफल होंगे।

छोटी-छोटी बातों को न करें नजरअंदाज
सीएम ने कहा कि सभी प्रशिक्षु अधिकारी उस महत्वपूर्ण कड़ी का हिस्सा बनने जा रहे हैं जहां आमजन की समस्याओं को बहुत नजदीक से सुनने का अवसर मिलेगा। व्यक्ति तभी असफल होता है जब वह छोटी-छोटी बातों को नजरअंदाज करता है। आपके लिए छोटी चीज दूसरे के लिए बड़ी भी हो सकती है। इसलिए छोटी-छोटी बातों को न करें नजरअंदाज न करें। जनता से मिलने वाली शिकायतों में 90 फीसदी थाना और तहसील से संबंधित होती हैं, जो इसी स्तर पर सुलझाई जा सकती हैं। इसलिए तहसील और थाना दिवस पर टीम बनाकर समयसीमा तय कर काम करना होगा।

धामी के लिए चंपावत सीट छोड़ने वाले गहतोड़ी को मिला इनाम

  •  गहतोड़ी बने वन विकास निगम के चेयरमैन

देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए अपनी सीट छोड़ने वाले चंपावत भाजपा विधायक कैलाश गहतोड़ी को बड़ा इनाम मिला है। उन्हें राज्य के सबसे अहम निगमों में शामिल वन विकास निगम का चेयरमैन बनाया गया है। उत्तराखंड सरकार ने गहतोड़ी को मंत्री का दर्जा दिया है। उत्तराखंड के सचिव नितेष कुमार झा ने चंपावत के पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी की नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए हैं। वहीं गहतोड़ी ने भी फुर्ती दिखाते हुए अपना कार्यभार संभाल लिया है। बता दें कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के दौरान पुष्कर सिंह धामी के खटीमा से चुनाव हारने के बावजूद भाजपा हाईकमान ने उनको सीएम के रूप में फिर से मौका देने का फैसला लिया था। सीएम बनने के बाद धामी को छह महीने के भीतर विधानसभा का सदस्य बनना जरूरी था। इस बीच कई विधायक उनके लिए सीट छोड़ने के लिए तैयार थे, लेकिन उन्होंने कैलाश गहतोड़ी की भावनाओं का सम्मान करते हुए चंपावत को ही चुना था। राज्य की राजनीति में कैलाश गहतोड़ी तीसरे विधायक हैं जिन्हें सीएम के लिए सीट छोड़ने पर वन विकास निगम चेयरमैन बनाया गया है। इससे पहले वर्ष 2002 में सीएम नारायण दत्त तिवारी के लिए रामनगर विधायक योगबंर सिंह रावत सीट ने छोड़ी थी, इसके बाद उन्हें भी यही निगम मिला था।

नुपुर शर्मा की बढ़ सकती है मुश्किलें

  •  हिरासत में लेने दिल्ली पहुंची मुंबई पुलिस

नईर् दिल्ली। पैगंबर मोहम्मद पर तथाकथित विवादित टिप्पणी के मामले में नूपुर शर्मा की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। नुपुर शर्मा को मुंबई पुलिस हिरासत में लेने के लिए दिल्ली पहुंच चुकी है। महाराष्टï्र के गृहमंत्री दिलीप पाटिल ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस मामले में दिल्ली पुलिस, मुंबई पुलिस को मदद करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य की पुलिस टीम दिल्ली में मौजूद है और वो नूपुर शर्मा को हिरासत में ले सकती है। जानकारी के अनुसार, मुंबई की पिधोनी पुलिस की टीम दिल्ली पहुंची है। नूपुर शर्मा को 25 जून को सुबह 11 बजे अपना बयान दर्ज कराने के लिए पिधोनी थाने भी बुलाया गया है। मुंबई पुलिस ने रजा अकादमी की शिकायत के आधार पर निलंबित भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज किया है। बता दें कि नूपुर शर्मा को मुंबई पुलिस ने भी समन भेजा था। पुलिस ने उन्हें 22 जून को पेश होने के लिए कहा है। मुंबई में मोहम्मद गुफरान खान नाम के टीचर ने नूपुर के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इसके अलावा एक केस ठाणे में भी दर्ज कराया गया है। इसके अलावा कोलकाता पुलिस ने भी नूपुर शर्मा को समन जारी किया है। उन्हें बयान दर्ज कराने के लिए 20 जून को नारकेलडांगा पुलिस स्टेशन में पेश होने को कहा गया है। तृणमूल कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के महासचिव अबुल सोहेल ने उनके खिलाफ कोंटाई पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई थी।

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