तो आप और सपा में पक रही सियासी खिचड़ी!

केजरीवाल के बयान से गठबंधन के मिल रहे संकेत, यूपी में सियासी जमीन तलाशने में जुटी आम आदमी पार्टी

4पीएम की परिचर्चा में उठे कई सवाल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। आम आदमी पार्टी ने घोषणा की थी कि वह सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी लेकिन इस बीच आप सांसद संजय सिंह ने जब सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की तो दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन की चर्चा गर्म हो गयी। अब दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी इसी ओर संकेत किया है। उन्होंने कहा कि यूपी में अखिलेश सरकार बना सकते है । गठबंधन पर दोनों पार्टियों की रणनीति क्या होगी? ऐसे सवाल उठे वरिष्ठï पत्रकार राजेश बादल, शीतल पी सिंह, ममता त्रिपाठी, डॉ. लक्ष्मण यादव, आप प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी और 4पीएम के संपादक संजय शर्मा के बीच चली लंबी परिचर्चा में।
लक्ष्मण यादव ने कहा, अखिलेश यादव की सभाओं में आने वाली भीड़ ने सियासी दलों को बड़ा संदेश दिया है। वे छोटे दलों के साथ गठबंधन कर चुनावी जीत का माहौल बना रहे हैं। आप भी यूपी में अपनी सियासी जमीन तलाश रही है। लिहाजा वह सपा के साथ जा सकती है।
शीतल पी सिंह ने कहा, भाजपा हिंदुत्व के नाम पर फिर चुनाव में जाने की तैयारी कर रही है। सपा-बसपा के सामाजिक आधार में भाजपा ने सेंध लगा चुकी या है और यह आधार अभी भी बना हुआ है। ऐसे में सभी को मिल-जुलकर लडऩे की जरूरत समझ आयी है। अधिकांश पिछड़ी और दलित जातियां संगठित हैं। ममता त्रिपाठी ने कहा, केजरीवाल ने काफी बेहतर काम किया है। यहां दिल्ली सरकार की तर्ज पर काम किया जाए तो यूपी की शिक्षा व्यवस्था सुधर सकती है। चुनाव के लिए काडर चाहिए। आप इसलिए सपा के साथ जाना चाहती है। राजेश बादल ने कहा, अरविंद केजरीवाल को सोचना चाहिए कि क्या वजह है कि उनके पुराने साथी उनसे अलग हो गए। लोकतांत्रिक पार्टी के रूप में उनका चेहरा धुंधला है। वे यूपी में सियासी जमीन तलाश रहे हैं, अगर अखिलेश यादव आप के साथ जाएंगे तो सपा को नुकसान हो सकता है। वैभव माहेश्वरी ने कहा, सपा और आप नेताओं से मुलाकात जरूर कर रहे हैं लेकिन अभी भी हमारी तैयारी चल रही है। सांप्रदायिकता फैलाने वाली भाजपा के लिए अगर दलों को मिलकर उसे हटाना हो तो हटा देना चाहिए।

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